सोच को बदलने की जरूरत है – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय   : Moral stories in hindi

“आयुष यह तुम क्या कह रहे हो…अब तुमने अपने लिए लड़की भी पसंद कर लिया… तुम्हें इस घर की अपनी खानदान की इज्जत बिल्कुल भी नहीं है क्या?? तुम्हारे इस कदम से तुम्हारे दादा-दादी और बड़े पापा और बड़ी मम्मी पर क्या असर पड़ेगा यह तुमने सोचा है और तुम्हारे भाई बहनों पर….!!!  बिल्कुल भी … Read more

रंग रूप का अंतर – माधुरी गुप्ता  : Moral stories in hindi

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इला व रोज़ी देवरानी जिठानी थी।दोनों सेठ मंगलदास की बहुएँ थी। रोज़ी का रंग एकदम गोरा चिट्टा था,बहीं इला साँवली सलोनी थी।रोज़ी का रंग भले ही गोरा था ,लेकिन उसके फ़ीचर्स एकदम बेकार थे। परंतु रोज़ी को अपने रूप रंग पर बहुत गुमान था ।उसको लगता मैं तोड़ो भी पहन लूँ मुझ पर अच्छा ही … Read more

पुष्पा का तनाव – सुभद्रा प्रसाद : Moral stories in hindi

 छह महीने से शुभम घर नहीं आया था | माँ पुष्पा देवी बहुत तनाव में  थी | शुभम उनकी इकलौती संतान था | बहुत ही होनहार, आज्ञाकारी और संस्कारी था | पढाई में तेज होने के साथ-साथ संस्कार और व्यवहार में भी अच्छा था | सभी के साथ उचित व्यवहार करता था | अपनी पढाई … Read more

छोटा मुंह बड़ी बात – कान्ता नागी : Moral Stories in Hindi

शशि बैंक मैनेजर था।उसकी शादी हुए कुछ ही दिन हुए थे कि उसका तबादला जमशेदपुर हो गया। सोमवार को उसे ड्यूटी ज्वाइन करनी थी इसलिए वह अकेले ही वहां चला गया और मां शांति जी से कहा कि शह सारा इंतजाम करके आएगा और अपनी मां शांति देवी और पत्नी राधा को ले जाएगा। सारा … Read more

पहले आप नहीं पहले मैं – रश्मि प्रकाश   : Moral stories in hindi

आज अपने दादा जी की पुण्यतिथि पर मैं फिर से पुरानी बातों के घेरे में खुद को जकड़ने से रोक नहीं पाई साल दर साल यूँ ही गुजरते चले जा रहे हैं पर नहीं भूले जाते तो वो सारे पल जिसने पल भर में अपनों की असली पहचान करवा दी। कितना वक्त गुजर गया है … Read more

रेत से भरे रिश्ते – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय   : Moral stories in hindi

“यह दुनिया है माया का फेरा…यहां न सुबहा ना शाम का डेरा…!” अंजली अपनी आँखों में आँसू लिए बैठी खुद को कोस रही थी। कितनी बेरहम है दुनिया…कोई किसी का नहीं होता…!. अब क्या करे वह  ..किसी को बताएगी तो कोई यकीन भी नहीं करेगा…फिर बेवकूफी भी तो उसी ने की थी। साहिल से तो … Read more

फ़िरंगी बहू! – प्रियंका सक्सेना  : Moral stories in hindi

सोहनलाल हलवाई की  दुकान पर जाकर रामप्रसाद जी ने कहा,” सोहनलाल भाई एक किलो कलाकंद, आधा किलो काजू कतली और एक किलो रसगुल्ला तोल दो। “ “रामप्रसाद जी नमस्कार ! बहुत दिनों बाद दर्शन दिए। अभी देता हूँ और नमकीन में क्या बांध दूँ ? आज ही मारवाड़ी नमकीन में ड्राई फ्रूट्स वाली, कुछ-कुछ और … Read more

दहेज – शुभ्रा बनर्जी: Moral stories in hindi

शिप्रा अपनी ननद की बेटी की शादी में आई थी।इकलौती मामी थी वह रिमझिम की।शिप्रा के बेटे से चार महीने छोटी थी रिमझिम।जन्म के बाद ननद की तबीयत खराब हो गई थी,तो शिप्रा ने अपना दूध पिलाया था उसे।सास हमेशा कहतीं”तुमने दूध पिलाया है ना,इसलिए ममता ज्यादा है।”पता नहीं ,पर सच तो यही था कि … Read more

यादगार विदाई…अर्चना सिंह : Moral stories in hindi

घर मे चारों ओर उत्सव का माहौल था । बेला, गुलाब , जूही के फूलों की लड़ियों से पूरा घर खुशबू से भरा हुआ था  और ऊपर से पकवानों की खुशबू अलग पूरे घर में फैली हुई थी । रिया की शादी थी आज । वो खूबसूरत जोड़े में तैयार बहुत सुंदर लग रही थी … Read more

मेरी बेटियों तनाव का नहीं खुशी का कारण है – अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

‘अरे! क्या हुआ? घर में इतना तनाव क्यों है? मुकेश को आश्चर्य हो रहा था, सभी लोगों के सिर पर तनाव की लकीरें साफ दिखाई दे रही थी। “तुझे कबसे फोन लगा रही हूं, तेरा फोन बंद आ रहा है, ऊषा जी ने अपने बेटे से कहा तो मुकेश ने अपना फोन चेक किया, हां, … Read more

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