अब नहीं… – विभा गुप्ता : short story with moral

Moral Stories in Hindi : ” बस कीजिए बुआजी…अब एक शब्द भी और नहीं …।” आलोक अपनी देवकी बुआ पर चिल्लाया और अपने कमरे में चला गया। कितना खुश था आलोक अपने छोटे-से परिवार के साथ।उसकी पत्नी आरती स्कूल में एक अध्यापिका होने साथ-साथ एक अच्छी माँ और ससुर का ख्याल रखने वाली अच्छी बहू … Read more

बंटवारा – रश्मि प्रकाश : short story with moral

Moral Stories in Hindi : माँ अब हमें साथ में नहीं रहना… हम दोनों भाइयों में बंटवारा कर दो … हम अपने हिस्से में आराम से रहना चाहते हैं ।” महेश ने थोड़े ग़ुस्से में कहा “ पर बेटा अभी तेरी शादी को दो महीने भी ना हुए और तू अलग होने की बात करने … Read more

लड़के वाले (भाग – 7) – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अभी तक आपने पढ़ा कि नरेशजी अपने बेटे उमेश के लिए लड़की देखने बारिश के दिन अपने परिवार सहित भुवेश जी के यहां आयें हुए हैं … लड़की शुभ्रा बैठक में आ चुकी हैं… लड़की के दादा नारायण जी अपने पलंग पर सबको घूरने में लगे हुए हैं… लड़के वालों … Read more

जलन भरी आह – पूजा मिश्रा    : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  आज शर्मा अंकल के विला में घोर सन्नाटा छाया था उनके छोटे बेटे की मृत्यु की खबर से पूरी कॉलोनी में शोक का माहौल था ।शर्मा जी और उनकी पत्नी को सब बहुत भाग्यशाली कहते थे दोनो बेटे आमोद और प्रमोद आईआईटी से पढ़ाई करके अच्छे पैकेज पर अमेरिका और … Read more

शादी करना कोई गुनाह तो नहीं – वीणा सिंह   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मैं तुम तीनों भाई बहनों को कोई सफाई नही देना चाहता की मैं पैंसठ साल की उम्र में एक बेटी की मां से शादी क्यों की.. तुम लोगों की बहुत बदनामी हो रही है.. उसकी चिंता है तुम्हे..  पैंसठ साल की उम्र में शादी करना तुम लोगों की नजरों में … Read more

टांग अड़ाना – कमलेश राणा : Moral Stories in Hindi

श sssss कोई है रचना अभी किचन का काम समेट कर खाना खाने बैठती ही जा रही थी कि अनजान नम्बर से आये कॉल ने उसका ध्यान आकर्षित किया। वैभव आराम से न्यूज़ देख रहे थे।  अब इस समय कौन टपक पड़ा… चैन से खाना भी नहीं खा सकते।  हैलो आप संजना की माँ बोल … Read more

असली ट्रॉफी!! – लतिका श्रीवास्तव  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : विनी प्रथम पुरस्कार की ट्रॉफी ले रही थी पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा था विनी के माता पिता को भी मंच पर आमंत्रित किया गया था फूलों के गुलदस्ते भेंट किए गए फोटोग्राफी भी हुई….गणेशोत्सव के आयोजन हो रहे थे रोज एक प्रतियोगिता होती थी आज समापन … Read more

जलन – अनिला द्विवेदी तिवारी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :देवकी और सुनीता दो देवरानी जेठानी थीं।जहाँ देवकी सीधी, सरल, एवम गेहुंआ रंग की, मझोले कद-काठी की एक महिला थी वहीं सुनीता गौर वर्ण, सुंदर नाक नक्श, सुराहीदार गर्दन, तराशा हुआ वदन की स्वामिनी थी किंतु वह बहुत चालू एवम स्वार्थी किस्म की महिला थी। सुनीता दिखावा तो भरसक करती थी … Read more

जलनखोर – मंजू ओमर  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मीनू और रेखा दोनों देवरानी जेठानी थी । दोनों की उम्र में कोई पांच साल का अंतर होगा । दोनों करीब करीब कल काठी में एक ही लगती थी। जिठानी जी का थोड़ा रंग साफ था और मीनू का रंग गेहुंआ था इसबात से जिठानी को बड़ा घमंड था । … Read more

आँखें खुल गई – विभा गुप्ता  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ‘रिलैक्स क्लीनिक ‘ के परिसर में रखी कुर्सियों में से एक कुरसी पर बैठी आनंदी परेशान-सी सोच रही थी कि पता नहीं डाॅक्टर क्या कहेंगे? नेहा कब तक ठीक होगी? नहीं हुई तो…।तभी उसकी नज़र साथ बैठी महिला पर पड़ी।उसने पूछ लिया,” आपकी भी बेटी यहाँ ट्रीटमेंट…।”    ” नहीं..मेरी बेटी … Read more

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