बेटी के लिए दायित्व, पर बहू के लिए एहसान – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi
महक..! मोना का आठवां महीना शुरू हो गया है, तो उसने मुझे बुलाया है… सोच रही हूं उसकी डिलीवरी तक उसके पास ही रहूं… उसकी सास का तो तुम्हें पता ही है.. कोई भी दायित्व लेना नहीं चाहती और डॉक्टर ने मोना को अभी ट्रैवल करने से मना किया है… इसलिए यहां भी वह आ … Read more