पहला उपहार – ऋतु गुप्ता  : Moral stories in hindi

कहां तक बखान करूं ए जिंदगी, तूने सौगात है बहुत सी दीं हैं। दिए हैं उतार-चढ़ाव बहुत से जिंदगी में तूने, पर क्यूं मैं याद करूं उन सभी को, जब तूने यादें मीठी भी बहुत दी हैं। बस एक ऐसा उपहार में नहीं भूलना चाहती जिंदगी भर जब ईश्वर  ने पहली बार गोद भरी थी, … Read more

समय चक्र – डा. इरफाना बेगम : Moral stories in hindi

अपने माता पिता के एकलौते बेटे चक्रधर सरकारी स्कूल में पढाते थे। घर में उनके अलावा उनकी एक छोटी बहन थी जिसका ब्याह हाल ही में हुआ था। नई नई नौकरी नया जोष बहुत ही मेहनत से काम करते थे। उनका बात करने का तरीका हर किसी को मोह लेता था। यहीं स्कूल में ही … Read more

असली हीरा – करुणा मलिक : Moral stories in hindi

अम्माजी , आज भइया आएँगे, होली का सामान लेकर । चाय के साथ थोड़ा सूजी का हलवा लूँ क्या?  कल पापाजी भी कह रहे थे कि बहुत दिनों से हलवा नहीं बनाया ? भाई के लिए बनाना है पापाजी का नाम लेकर ? पता भी है, देशी घी का क्या भाव चल रहा है  , … Read more

पवित्र पापी –   बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

  मेरे कंधे पर सिर रखकर फफककर रोने वाले 76 वर्षीय मोहन जी के प्रति मेरे मन मे वितृष्णा ही पैदा हो रही थी।मेरे मन मे बार बार आ रहा था कि एक बार कह दूं अरे मोहन बाबू क्यों नाटक कर रहे हों? मेरा उनसे बहुत पुराना परिचय नही था इस कारण संकोचवश कुछ न … Read more

सौदामिनी- शुभ्रा बैनर्जी: Moral stories in hindi

“बड़ी मां,ओ बड़ी मां।कहां हो तुम?” नीलेश जोर-जोर से शांति जी को पुकार रहा था।शांति जी उनकी ताई थीं।आज लगभग एक बरस के बाद अपने पैतृक गांव “साउटिया आया था नीलेश। पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर जिले का एक गांव,जहां उसके दादा -परदादा की जमींदारी थी। बड़ी मां आंखों पर मोटा चश्मा लगाए,लाठी टेककर धीरे-धीरे चलती … Read more

औरत की इच्छा का मान सम्मान – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

“ क्या बात है सुधा … आज तेरे चेहरे पर ऐसी मायूसी क्यों है …कल तक तो तू ठीक लग रही थी… आज अचानक क्या हो गया ।”पड़ोस में रहने वाली हमउम्र सखी रेवती ने सुधा से पूछा  दोनों हर शाम बैठ कर थोड़ी देर गप्पें मारा करती थी “ क्या ही बोलूँ रेवा….. यार … Read more

घर की बात – दीपा डिंगोलिया : Moral stories in hindi

 “अरे क्या हुआ है ? रो क्यों रही है ?  सब ठीक तो है ?” सीमा नीता के गले लग सुबक-सुबक कर रो रही थी। करीब दो महीने पहले ही सीमा की शादी हुई थी। नीता और उसके पति निहार सिंह ने बड़े ही चाव से खूब पैसा लगाकर बड़े घर में सीमा की शादी … Read more

समय का पहिया चलता रहता… – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral stories in hindi

“बहुत-बहुत बधाई हो,रिया आपको। यह आपका पहला चेक है। पूछना तो  ठीक नहीं है लेकिन आप मेरी बेटी जैसी हैं…! मैं यह जान सकता हूं कि आप अपनी पहली सैलरी से क्या करेंगी?”जिस कंपनी में रिया नौकरी करने आई थी वहां का एच आर हरमेश बोला। “थैंक यू सो मच सर इस चेक के लिए। … Read more

मान मर्यादा – संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

सिम्मी खिड़की में खड़ी गली के बच्चों को बारिश में भीगते हुए देख रही थी । अभी कुछ दिन पहले की ही बात है वो भी यूंही मस्ती किया करती थी पानी की फुहारों में और आज एक बहू बनी बैठी है जिसके ऊपर सो बंदिशें हैं! जब जब उसने अपने मन की बात सास … Read more

समयचक्र- मनीषा सिंह : Moral stories in hindi

रामानंद जी रजिस्ट्री ऑफिस में किरानी की नौकरी करते थे। घर में पत्नी और दो बेटी लता और किरण थी। इनके अलावा दो बेटे अरुण और वरुण जो अभी स्कूल की पढ़ाई कर रहे थे। बेटियां बेटों से बड़ी थी इसलिए इनकी शादी करनी थी। तनख्वाह इतनी थी जितनी में घर चल सके। “अजी सुनते … Read more

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