अंतर्मन की लक्ष्मी ( भाग – 10) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

“अच्छा दीदी, वो अखबार वाले अंकल का क्या सीन है। माॅं उन्हें दादाकहती हैं और अंकल उन्हें बहन।” कुछ देर चुप रहने के बाद विनया पूछती है। “क्या है ना भाभी कि दो तीन साल पहले मम्मी सुबह सुबह सब्जी लेने नीचे गई थी और उन्हें चक्कर आ गया था। मम्मी ने हम सभी को … Read more

संस्कारहीन बेटा – विभा गुप्ता  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : ” ये कैसा संस्कारहीन बेटा पैदा किया है जानकी तुमने ….घर में बहन आई हुई थी और महाशय जी ससुराल के चक्कर काट रहें हैं।और बहू तुम…तुम्हारे माँ- बाप ने क्या यही संस्कार दिये हैं कि..।”   ” पापा…वो… मेरे स…।” शेखर अपनी बात कह ही रहा था कि इला ने … Read more

प्रतिस्पर्धा – मंगला श्रीवास्तव  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : सुहाना और सविता दोनो बहनें थी। सुहाना बड़ी थी और सविता उससे चार साल छोटी थी । सुहाना को बचपन से ही विहान और  संजीता ने बहुत लाड़ प्यार से पाला था , क्योंकि उसका जन्म उन लोगो की शादी के काफी दिनों बाद बहुत मान मन्नत से हुआ था … Read more

मेरे संस्कार मुझे इजाजत नहीं देते – हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : बड़ी धूमधाम से काव्य और रति का सगाई समारोह संपन्न हुआ, काव्य और रती दोनों एक ही कंपनी में काम करते थे, साथ काम करते-करते दोनों को जब लगा दोनों एक दूसरे से प्रेम करते हैं तो उन्होंने इजहार करने में भी वक्त नहीं लगाया और जल्दी ही दोनों के … Read more

संस्कारहीन – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : सुमन..! चाय नाश्ते का क्या हुआ..? बुआ जी के जाने के बाद नाश्ता लाओगी क्या.? सरला जी ने कहा…  सुमन हड़बड़ाते हुए चाय नाश्ता लेकर आई और कहा हो गया मम्मी जी… ले आई… सरला जी:   क्या कहूं जीजी..? यह आजकल की लड़कियां सिर्फ फैशन करना जानती है… कुछ … Read more

जो जीता वही सिकंदर – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

भवानी प्रसाद जी ने अपने दोस्त से बहुत मिन्नत समाजत की , तब जाकर उसने बहुत जुगाड़ से किंशुक की नौकरी का इंतज़ाम किया । भवानी प्रसाद जी ने किंशुक को कहा कि तुम्हें कल एक ऑफ़िस में साक्षात्कार के लिए जाना है । बस तुम्हें वहाँ जाकर उनसें मिलना है और नौकरी मिल जाएगी … Read more

संस्कारहीनता – के कामेश्वरी  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : जज साहब स्वाति मेरी इकलौती संतान है मैंने इसके लिए क्या नहीं किया है । तीस हज़ार रुपये वेतन में भी मैंने इसकी हर ज़रूरतों को पूरा करने की कोशिश की है । आपको मालूम है जज साहब मेरे लिए पाँच सौ रुपये का शर्ट ख़रीदता हूँ और उसका ड्रेस … Read more

मैं सब कर लूंगी – मंजू ओमर  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : ममता के बेटे की दो महीने बाद शादी थी ममता सोंचने लगी कैसे इतना काम निपटेगा शादी ब्याह में हजारों काम होते हैं और वो अकेली जान कोई करने वाला नहीं । लेकिन ममता एक सुलझी हुई बहुत समझदार और बहुत मेहनती सब काम को बहुत करीने से करने वाली … Read more

क्यो कुछ बच्चे संस्कार भूल जाते है – संगीता अग्रवाल  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : ” बेटा तुम्हारा मेडिकल मे चयन तो हो गया पर वहाँ बहुत दिल लगा कर पढना और किसी भी चीज की जरूरत हो मुझे फोन कर देना !” नरेन्द्र जी बेटे मानस से बोले।  ” पापा अपने और माँ के सपने को पूरा करने को मुझे जाना तो पड़ेगा पर … Read more

एक औरत संस्कारहीन कैसे!!! – अमिता कुचया  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : जूही एक गर्भवती औरत है ,उसका घर बाजार के बीचोंबीच है,उसके घर के आसपास बहुत हलचल रहती है,चारों तरफ लैया,चाट , आइसक्रीम के ठेले लगे रहते हैं और गर्भवती होने के कारण खट्टा-मीठा तीखा खाने का मन होता था, लेकिन माहौल गमगीन होने के कारण उसने बहुत दिनों से कुछ … Read more

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