रिश्तो में सामंजस्य – प्राची_अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

निहारिका की शादी खूब धूमधाम से हुई। वह बहुत खुश है। ससुराल में उसे खूब अच्छा लाड प्यार मिल रहा है। पग फेरे (गौने)की रस्म के लिए आज वह मायके आई हुई है। सुबह से ही चहक रही है। सभी को अपने ससुराल के किस्से बताने में लगी हुई है। शाम को उसके ससुराल से … Read more

बदलते कल की ओर – पुर्णिमा सोनी: hindi stories with moral

hindi stories with moral :मां  रोटी सेंक रही है.. कैसी सोंधी महक उठ रही है,बैंगन का भर्ता और दाल चावल भी।  सभी भाई बहनों को मां ने गर्मागर्म दाल चावल ,भर्ता , उसमें बहुत सारा घी डालकर परोस दिया। बस कौर उठाया ही था कि बाबूजी के आने की आवाज आई… बाबू जी के खाना … Read more

अब बस भी करो -रश्मि प्रकाश : hindi stories with moral

hindi stories with moral : “ तुम ना एकदम गंवार ही रहोगी…किसी के सामने कैसे बात करना है तुम्हें जरा भी सलीका नहीं है….. जब बोलना नहीं आता तो मुँह खोलती ही क्यों हो…. और तो और शब्दों का सही उच्चारण नहीं किया जाता तो चुप रहती …बोलने की ज़रूरत नहीं थी…बहुत बड़ी गलती हो गई … Read more

जब मैंने कोई गलती नहीं की है तो क्यों बर्दाश्त करूंँ – मुकुन्द लाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ‘अश्वजीत और तिलक एक ही विभाग के दफ्तर में काम करते थे। दोनों के परिवारों के सदस्यों का एक-दूसरे के घरों में आना-जाना लगा ही रहता था।     तिलक की पत्नी शुभाश्री अश्वजीत की पत्नी स्तुति से अधिक खूबसूरत थी। दोनों की शादी हुए भी अधिक समय नहीं हुए थे। अश्वजीत … Read more

आईना-जगनीत टंडन, : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ‘ सुमन आज और दिनों की अपेक्षा और जल्दी हाथ चला रही थी। उसकी सास अलका और ननद रजनी ये देख रहे थे और बातों ही बातों में ताने भी मार रहे थे। “इसके मां बाप ही आ रहें हैं गांव से और वो लोग भी खेती ही करते हैं, … Read more

बंगला बन गया घर – पुष्पा जोशी : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ‘चलो बेटा अब घर चलते हैं। तुम्हारे बापू भी तुम्हारा रास्ता देख रहै होंगे।’ गोमती ने कृष्णा से कहा। ‘नहीं मॉं कुछ देर और बैठते हैं ना देखो यहाँ कितने सुन्दर-सुन्दर घर हैं।पता है माँ, यहाँ सबके अपने अलग-अलग कमरे होते हैं, हमारे यहाँ तो बस रसोई और एक कमरा … Read more

गवाँर मां की बेटी – रोनिता कुंडु : hindi stories with moral

hindi stories with moral : तन्वी..! प्रियंका बता रही थी कि तुम्हारे स्कूल में मम्मी पापा को बुलाया गया था पर तुमने तो कभी हमसे कुछ बताया ही नहीं… क्यों..? सुनैना ने अपनी बेटी तन्वी से कहा…  हां नहीं बताया.. तन्वी ने कहा  पर क्यों..? तेरे स्कूल का कोई भी अनुष्ठान होता है तू कभी … Read more

वो गंवार सा – निभा राजीव “निर्वी” : hindi stories with moral

hindi stories with moral : भोली सी..प्यारी सी और थोड़ी नकचढ़ी सी शैलजा! सुंदरता और पढ़ाई में भी अव्वल ! सरकारी अधिकारी पिता की लाडली बिटिया! उससे बड़ा एक भाई और माता-पिता बस यही था उसका परिवार! भाई भी अपना एम बी ए पूरा कर एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में ऊंचे पद पर पदस्थापित हो चुका … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 8) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ” अरे बेटा तू ?” तभी उसके घर का दरवाजा खुला और उसके पापा बाहर आये । ” पापा आप कहाँ जा रहे हो इस वक़्त ?” उसने जल्दी से अपने दुपट्टे से आँसू पोंछे और मुस्कुरा कर बोली। ” कहीं नही बेटा बस मन बेचैन सा हो रहा था … Read more

रिश्ते जोड़ता करवा चौथ – संजय मृदुल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “जीजी चाँद निकल आया जल्दी आ जाइये।” छोटी भाभी की छत पर से आवाज आई।  मन तो नही हो रहा था पर जाना तो पड़ेगा। ज्योति का ये मायके में पहला अवसर था करवा चौथ पर। और शादीशुदा जिंदगी का शायद आखरी। पंद्रह साल की शादी आज दांव पर लगी … Read more

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