सही फैसला : hindi stories with moral

hindi stories with moral : सुष्मिता आज बहुत खुश थी। आज रिशी के साथ उसकी सगाई होने वाली थी। रिशी एक संपन्न परिवार का सुदर्शन युवक था। उसके भावी ससुराल में सास ससुर के अलावा रिशी की एक छोटी बहन रेखा थी। सगाई संपन्न हो चुकी थी। तीन माह बाद विवाह की तारीख तय हुई … Read more

मैं क्यों बर्दाश्त करूं- हेमलता गुप्ता : hindi stories with moral

hindi stories with moral : निधि …यह क्या तमाशा लगा रखा है तुमने, आज पड़ोस वाले मेहता जी आए थे और कह रहे थे कि तुम्हारी बहू ने यहां पर आकर जो हंगामा किया है वह सही नहीं  किया। हमने आपका लिहाज करके उसे कुछ नहीं कहा, किंतु समझा लीजिए उसे, हमारे मामले में दखल … Read more

ईश्वर का न्याय – डॉ. पारूल अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : वेदांत अपने घर का इकलौता लड़का था। उससे बड़ी तीन बहन थी। तीन बहनों के बाद वो पैदा हुआ था तो पूरे परिवार का काफ़ी लाडला था। पर कहते हैं ना कि प्यार के साथ-साथ कई लोग जिम्मेदारियां भी अपनी किस्मत में लिखवा कर आते हैं। ऐसा ही कुछ वेदांत … Read more

बर्दाश्त की हद : hindi stories with moral

hindi stories with moral : रोज़ की तरह मैं बस स्टॉप पे खड़ा बस का इंतज़ार कर रहा था । लाईन इतनी लम्बी थी लग रहा था कि आज भी ऑफ़िस जाने में देरी हो जाएगी । तभी थोड़ी देर में बस आयी और अंदर जाने के लिए सब एक दूसरे को धक्का देने लगे … Read more

घर सबका होता है – अंजना ठाकुर  : hindi stories with moral

hindi stories with moral : भाभी किस से पूछ कर आपने ये सोफा की जगह बदल दी नेहा की ननद रीना गुस्से मै बोली नेहा डर गई बोली दीदी मुझे लगा थोड़ी जगह बदलने से नया लुक आ जाएगा और सफाई भी हो जाएगी इसलिए मैने ..और आगे बोलती तब तक मांजी आ गई बोली … Read more

फुलवारी – विभा गुप्ता  : hindi stories with moral

hindi stories with moral :  ” आंटी….आप लोगों को ज़रूर आना है।” अपने पिता के साथ आई नित्या सुनंदा जी को निमंत्रण-कार्ड के साथ चार प्रवेश-पत्र(पास)देते हुए बोली।    ” कितने बजे का प्रोग्राम है बेटा..।”   ” आंटी…कार्ड में पूरी डिटेल है।बाय आंटी…।” कहकर वह जाने लगी तो गेट पर श्रीधर और महेन्द्र जी को देखकर बोली,” … Read more

जमाने की रफ्तार – बालेश्वर गुप्ता : hindi stories with moral

hindi stories with moral : अरे तुझे क्या पड़ी थी,क्यूँ इस लफड़े में पड़ा, राजेश तूने बहुत बड़ी गलती कर दी है।       मैंने ऐसा क्या कर दिया माँ?     होरी आया था,उसका बेटा अनिल  किसी दूसरी जात की लड़की के साथ गायब है।उसका कहना था कि उन्हें राजेश ने ही समर्थन भी दिया और पूरी शह … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 6) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ” केशव तुमने कुछ खाया आज या गुस्से के कारण भूख भी उड़ गई तुम्हारी !” घर आकर केशव को कमरे मे लेटा देख मीनाक्षी बोली। ” तुमसे मतलब !” केशव उखड़े स्वर मे बोला। “” चलो ना कही घूमने चलते है !” मीनाक्षी घर वालों के होते बात नही … Read more

अंतर्मन की लक्ष्मी ( भाग – 18) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

“नमस्ते मामाजी”…. संपदा ट्रे रखती हुई अखबार वाले अंकल से कहती है। संपदा के नमस्ते कहने पर अंजना और अखबार वाले अंकल हड़बड़ा जाते हैं और अखबार वाले अंकल खड़े हो गए क्योंकि इन दो तीन सालों में इस घर में अंजना के अलावा किसी ने भी बात करने की आवश्यकता नहीं समझी थी और … Read more

अनजाने रास्ते (भाग-11) – अंशु श्री सक्सेना : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बीतते समय के साथ वैदेही की प्रेगनेन्सी को लेकर यूनिवर्सिटी कैम्पस में तरह तरह की चर्चाएँ होने लगीं। साथी लेक्चरार और रीडर्स की तिरस्कार भरी बींधती निगाहें और व्यंग्यात्मक परिहास वैदेही का कलेजा छलनी कर जाते । छात्र छात्राएँ उसे मुड़ मुड़ कर देखते और मुँह फेर कर हँसते। परन्तु … Read more

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