हरि बाबू – मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

अभी हाल ही में बोर्ड परिक्षायें चल रही थी तो मेरी भी ड्यूटी लगी थी….. आठ ड्यूटी सकुशल सम्पन्न हो चुकी थी… हालांकि कुर्सी पर बैठने की मनाही होती है पेपर में…..पर जब पैर हार ज़ाते थे तो मेज का ही सहारा ले य़ा कुर्सी पर दो चार मिनट बैठ ही लेती थी….. जैसा कि … Read more

कढ़ाई वाला ब्लाउज – हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

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देख मां.. मैं तेरे लिए हाट  में से कितना सुंदर, कढ़ाई वाला और सुंदर-सुंदर लटकन वाला ब्लाउज का कपड़ा लाई हूं, अब तू भी इसमें से अच्छा सा ब्लाउज सिलवाना जैसी बाकी सारी औरतें पहनती है, वैसा वाला! हट पगली.. अब मेरी कोई उम्र है ऐसे ब्लाउज पहनने की, और ऐसा नए जमाने का ब्लाउज … Read more

अपनों में दीवार कौन? – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“ माँ मुझे जरा भी समझ नहीं आता ये रूहानी और मम्मी जी जब तब कुछ खुसुर फुसुर करती रहती है साथ ही कहेंगी धीरे बोलो दीवारों के भी कान होते हैं… बताओ भला इस घर में हम चार लोग ही तो है तो कौन उनकी बात सुन लेगा… मैं?… क्या मैं उनकी या इस … Read more

जीने का मकसद – वीणा कुमारी : Moral stories in hindi

बनारस स्टेशन के एक कोने में बैठ पार्वती काकी ज़ार ज़ार रोए जा रही थी कि तभी पवन की नजर उन पर पड़ी। वह पास जाकर पूछा– क्या हुआ काकी,क्यों इतना रोए जा रहे हो? कुछ खो गया का? रोते रोते ही काकी ने कहा – सब कुछ तो खो ही गया है बिटवा। जब … Read more

तुम्हारा तो ये रोज का नाटक है – संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

” क्या बात है पीहू आज इतना उदास क्यो हो तुम ?” स्कूल से घर लौटी अपनी पांच साल की बेटी से नीलम ने पूछा। ” कुछ नही मम्मा मुझे भूख लगी है !” पीहू हाथ धो कुर्सी पर बैठती हुई बोली। ” बेटा टिफ़िन तो दिया था मैने क्या तुमने वो नही खाया ?” … Read more

पहला उपहार – ऋतु गुप्ता  : Moral stories in hindi

कहां तक बखान करूं ए जिंदगी, तूने सौगात है बहुत सी दीं हैं। दिए हैं उतार-चढ़ाव बहुत से जिंदगी में तूने, पर क्यूं मैं याद करूं उन सभी को, जब तूने यादें मीठी भी बहुत दी हैं। बस एक ऐसा उपहार में नहीं भूलना चाहती जिंदगी भर जब ईश्वर  ने पहली बार गोद भरी थी, … Read more

समय चक्र – डा. इरफाना बेगम : Moral stories in hindi

अपने माता पिता के एकलौते बेटे चक्रधर सरकारी स्कूल में पढाते थे। घर में उनके अलावा उनकी एक छोटी बहन थी जिसका ब्याह हाल ही में हुआ था। नई नई नौकरी नया जोष बहुत ही मेहनत से काम करते थे। उनका बात करने का तरीका हर किसी को मोह लेता था। यहीं स्कूल में ही … Read more

असली हीरा – करुणा मलिक : Moral stories in hindi

अम्माजी , आज भइया आएँगे, होली का सामान लेकर । चाय के साथ थोड़ा सूजी का हलवा लूँ क्या?  कल पापाजी भी कह रहे थे कि बहुत दिनों से हलवा नहीं बनाया ? भाई के लिए बनाना है पापाजी का नाम लेकर ? पता भी है, देशी घी का क्या भाव चल रहा है  , … Read more

पवित्र पापी –   बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

  मेरे कंधे पर सिर रखकर फफककर रोने वाले 76 वर्षीय मोहन जी के प्रति मेरे मन मे वितृष्णा ही पैदा हो रही थी।मेरे मन मे बार बार आ रहा था कि एक बार कह दूं अरे मोहन बाबू क्यों नाटक कर रहे हों? मेरा उनसे बहुत पुराना परिचय नही था इस कारण संकोचवश कुछ न … Read more

सौदामिनी- शुभ्रा बैनर्जी: Moral stories in hindi

“बड़ी मां,ओ बड़ी मां।कहां हो तुम?” नीलेश जोर-जोर से शांति जी को पुकार रहा था।शांति जी उनकी ताई थीं।आज लगभग एक बरस के बाद अपने पैतृक गांव “साउटिया आया था नीलेश। पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर जिले का एक गांव,जहां उसके दादा -परदादा की जमींदारी थी। बड़ी मां आंखों पर मोटा चश्मा लगाए,लाठी टेककर धीरे-धीरे चलती … Read more

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