ज़िंदगी जरूरी है या स्पीड – प्राची अग्रवाल   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अनिल शहर के एक बड़े बिजनेसमैन हैं। भगवान की कृपा से उनके घर में लक्ष्मी साक्षात विराजमान है। जिस किसी चीज में भी हाथ डालते वहीं सोना बन जाती। कहते हैं ना जैसे-जैसे धन बढ़ता है वैसे वैसे व्यक्ति का दंभ बढ़ता जाता है। रहीसाई बढ़ने के साथ-साथ शौक भी … Read more

घर का हिस्सा बेटियाँ- प्राची अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आदित्य स्कूल से आकर अपनी मम्मी से पूछता है,”मम्मी हमारी बुआ राखी पर क्यों नहीं आती? सब की बुआ आती है।” वह तुम्हारी बुआ दूर रहती है ना मम्मी ने आदित्य को टालना चाहा। “दूर रहती है तो क्या हुआ? राखी तो भेज ही सकती है ना।” आदित्य तर्क करते … Read more

कौन सा घर है मेरा – प्राची लेखिका : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : तनीषा की शादी को 10 वर्ष हो गए हैं। अपने परिवार में खूब खुश हैं। दो प्यारी सी बच्चियाँ आराध्या और आरोही हैं। परिवार में सब उसे खूब प्यार करते हैं। उसका पति मृदुल भी उसकी खूब इज्जत करता। घर धन संपन्न है इसलिए तनीषा को अपने पैरों पर खड़ा … Read more

गुण बड़े या रूप रंग – प्राची लेखिका  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : नीतू और विवेक के विवाह को 5 वर्ष हो गए। नीतू रंग से सांवली, बदन में भी थोड़ी भारी। वैसे नाक नक्श खिलता है।अपने रूप रंग को लेकर नीतू हमेशा हीन भावना से ग्रस्त रहती। उसके पापा ने उसके विवाह में अच्छा पैसा लगाया। विवेक नौकरी पेशा है, और उसकी … Read more

संस्कार- प्राची लेखिका   : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सुनीता जी की आंखों से आँसू थम नहीं रहे। पति की मृत्यु के पश्चात वह अपने बहू बेटों के अधीन होकर रह गई। जो भी रूपया पैसा था वह उन्होंने बच्चों की पढ़ाई लिखाई और विवाह शादी में खर्च कर दिया और बचा कुचा बच्चों ने बहला-फुसलाकर हथिया लिया। बेटी … Read more

मायके का मोह – प्राची लेखिका : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : रिचा भोपाल में अपने परिवार के साथ खूब खुशी के साथ रहती है। उसके परिवार में उसके पति रितेश और उसकी दो प्यारी बेटियाँ वेदिका और सानवी हैं। बड़ी बेटी बेटी ने इस बार पी.सी.एम.विषय के साथ इंटर की परीक्षा अच्छे नंबरों से उत्तीर्ण की है। उसने बीटेक में प्रवेश के … Read more

 घर का चिराग-बेटियाँ – प्राची लेखिका : short story with moral

short story with moral : रश्मि तीसरी बार गर्भ से थी। पहले से ही उसकी दो प्यारी- प्यारी बेटियाँ पलक और पंखुरी थी। वह तीसरा बच्चा पैदा करना नहीं चाह रही थी। लेकिन उसकी सास की पोता देखने की लालसा ने उस पर दबाव बना रखा था। उसका पति भी तो चाहता था कि उसे … Read more

 जिम्मेदारियों का नाम है पुरुष – प्राची लेखिका : hindi kahani with moral

नैतिक और नव्या की शादी को आज 10 वर्ष पूरे हो गए। नैतिक नव्या को प्रेम से विश करना चाहता है परंतु नव्या का मूड कुछ उखड़ा हुआ सा है। मध्यम वर्गीय परिवार की भागम भाग की जिंदगी, सीमित साधनों में गुजारा करने से नव्या असंतुष्ट सी है। नैतिक प्राइवेट फर्म में काम करता है। … Read more

जीवन संध्या की छाया – प्राची लेखिका : Short Stories in hindi

सरला जी जाड़े में घर के आंगन में धूप सेंक रही थी। तभी उनके दरवाजे पर सरकारी गाड़ी आकर रूकती है। वह घबरा जाती है कि पता नहीं क्या बात हो गई? तभी गाड़ी से एक लड़की जिसका चेहरा उन्हें कुछ जाना पहचाना सा लग रहा था। उतर कर उनके पास आती है। माँ जी … Read more

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