मेरे दुख किसके ..!! – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

ललिता अपने कमरे मै उदास बैठी थी !सोच रही थी की क्या कभी कोई उसके भी दर्द को समझेगा पूरी जिंदगी अपने कर्तव्य निभाने मैं ही निकल गई ! ललिता जब शादी हो कर आई तो उसकी उम्र अठारह साल थी !और उस कम उम्र मैं पूरे परिवार की जिम्मेदारी उसके कंधो पर आ गई … Read more

ये पल मिलेंगे कहां – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

बालकनी मैं बैठे हुए राजेंद्र जी अपने बेटे अभय के साथ अपने पोते देव को खेलता हुआ देख कर खुद पर अफसोस कर रहे थे अभय , देव के साथ बच्चा बना हुआ  था और काफी खुश लग रहा था सोच रहे थे अभय कितना व्यस्त रहता है फिर भी बच्चे के साथ  वक्त निकाल … Read more

पत्नी के आत्मसम्मान के लिए – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

महेश  घर का सबसे छोटा बेटा था उसका दिमाग पढ़ने में कम लगता इस वजह से उसने ज्यादा पढ़ाई नही करी महेश के दो बड़े भाई थे जो पढ़ने के साथ पिताजी का व्यापार भी सम्हालने लगे महेश को उन्होंने घर के काम की ज़िमेदारी सौंप दी बाजार से सामान लाना घर के काम मै … Read more

छांव प्यार की – अंजना ठाकुर  : Moral stories in hindi

नीरू जब से शादी हो कर आई थी तब से ही काम अपने सर पर ले लिया उसकी सास बोलती भी की बहु नई नई शादी हुई है अभी आराम करो राघव के साथ घूमने जाया करो उसे ज्यादा समय दो पर नूरी के मन मै बचपन का डर बैठा की काम नहीं किया तो … Read more

अपने लिए जीना गुनाह नहीं – अंजना ठाकुर   : Moral stories in hindi

बहू तुम ये योगा की क्लास लगा रही हो क्या जरूरत है फिजूल खर्ची की और फिर अभी तुम्हारे बच्चे छोटे है उन्हे कैसे जाओगी छोड़ कर आशी की सास डांटती हुई बोली आशी बोली मांजी इसमें फिजूल खर्ची क्या हमारे शरीर के लिए योगा सेहतमंद होता है घर पर नियमित हो नही पाता और … Read more

जो मेरे साथ हुआ वो तेरे साथ नही होने दूंगी – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

दीदी आप समझाओ ना पापा को कह रहे है कोई जरूरत नहीं है नौकरी करने की अब शादी कर लो फिर तुम्हारे ससुराल वाले जो कहे वो करना अगर वो राजी हो तो कर लेना नौकरी । नौकरी के चक्कर मैं फिर उम्र निकल जायेगी फिर अच्छे लड़के नही मिलते अभी रिश्ता आया है सोनल … Read more

जो होता आ रहा वो हमेशा सही नहीं होता – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बहु तुमने नेहा से क्या कह दिया वो रोए जा रही है और अपने घर जाने की की रही है बोल रही अब तो ये घर पर मेरा हक ही नहीं है .. रिचा की सास गुस्से से रिचा को चिल्लाई रिचा अभी कुछ दिन पहले ही बहू बनकर आई … Read more

प्यार से बड़ा फर्ज –  अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  रजनी अपने भाई विशाल से बहुत प्यार करती थी उसको जरा सा भी दुखी नहीं देख सकती थी क्यूंकि रजनी के माता – पिता  विशाल दो साल का था  तब एक  हादसे मै गुजर गए रजनी को आज भी याद है जब मां उसके पास छोड़कर  जा रही थी तब … Read more

फिज़ूलखर्ची – अंजना ठाकुर  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : बहू जरा अमित से कहना मेरा चश्मा बनवा लाएगा कल गलती से  गिर गया तो उसका कांच टूट गया  किशोर जी बहू से डरते डरते बोले माधवी सुनकर जोर से बोली क्या बाबूजी आप ध्यान रखा करो पैसे कितनी मेहनत से आते है और आपको फिजूलखर्ची की पड़ी रहती है … Read more

कीमती आशीर्वाद – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शादी के बाद नलिनी के ससुराल वाले उसको मायके नहीं आने देते थे नलिनी की सास कहती यहां काम कौन करेगा वैसे भी तेरे मायके वालों पर देने के लिए है ही क्या जो परेशान होना। नलिनी बेचारी चुप रह जाती वो अपने मायके वालों को बेइज्जत भी नहीं करना … Read more

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