आशीर्वाद का रूप – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi
आज फिर बही बूढ़ी औरत को देख कर सुमित गुस्से मै बोला तुमसे कितनी बार कहा है यहां मत खड़ी रहा करो जब ग्राहक हो तुमने रोज की आदत बना ली है वो औरत एक तरफ हो गई तब सुमित के पिताजी ने नौकर से कहा पहले उसे कुछ मिठाई दे दो। नौकर ग्राहकी छोड़ … Read more