भैरवी (भाग 2 ) – अंशु श्री सक्सेना : Moral Stories in Hindi

अब संगीत की कक्षा में दोनों एक साथ बैठने से कतराते, एक दूसरे से नज़रें मिलते ही आँखों ही आँखों में मुस्कुराते और गंगा किनारे की रेती पर बैठ, भविष्य के सपने बुनते. उन सपनों के धागे कभी चाँदी से रुपहले होते तो कभी सोने से सुनहरे. वे अपने सपनों की चादर में अपने अरमानों … Read more

भैरवी (भाग 1 ) – अंशु श्री सक्सेना : Moral Stories in Hindi

कमरे में पंखा फुलस्पीड पर चल रहा था. लखनऊ में वैसे भी अप्रैल आते आते अच्छी ख़ासी गर्मी पड़ने लगती है. मेज़ पर रखी “मिस भैरवी सिंह, ज़िलाधिकारी” की नेमप्लेट के नीचे दबे लिफ़ाफ़े से झाँकते फड़फड़ाते गुलाबी काग़ज़ पर भैरवी की नज़रें टिकी थीं. कागज़ पर लिखे सुनहरे रंग के शब्द दूर से ही … Read more

#आशीर्वाद ( चिंकी ) -संगीता अग्रवाल । : Moral Stories in Hindi

“ये किसे उठा लाई ” शालिनी जो मंदिर गई थी को एक दो साल की बच्ची के साथ घर मे घुसते देख उसकी सास दुर्गा देवी चिल्लाई। ” माँ जी ये बच्ची मुझे मंदिर की सीढ़ी पर बैठी मिली बहुत रो रही थी मैने इससे इसकी माँ के बारे मे पूछा पर ये कुछ ना … Read more

जाने कब जिंदगी में कौन सा मोड़ आ जाए यह कोई नहीं जानता – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

  अरे बहू अजय सुबह-सुबह कहां गया है आज तो इतवार है सुबह 7:00 ही कैसे उठ गया मैंने पीछे से टोकना सही नहीं समझा इसीलिए पूछ रही हूं संगीता जी ने अपनी बहू से पूछा , बड़बड़ाती हुई रीमा संगीता जी से बताती है ,  मम्मी जी मैं इनकी समाज सेवा से बहुत तंग … Read more

गंवार कौन – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

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पूरे गाॅंव में ढ़ोल नगाड़े बज रहे थे। क्यूं नहीं होता, रंजन गाॅंव का पहला युवा था, जिसका देश की प्रतिष्ठित प्रशासनिक सेवा में चयन हुआ था। माता–पिता, भाई–बहन के पाॅंव जमीन पर नहीं पड़ रहे थे। बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ था, फोन की घंटी चुप होने का नाम नहीं ले रही … Read more

निर्णय –   : Moral Stories in Hindi

कविता की शादी पर उसकी सबसे खास और प्यारी सहेली माला को काफी उपेक्षापूर्ण व्यवहार का सामना करना पड़ा था। उसके गहरे रंग को लेकर कविता के सभी ससुराल वालों ने उस पर खूब फब्तियां कसी थी और आज कविता की असमय हुई मौत के बाद जब उसके दो छोटे बच्चों और पति की जिम्मेदारी … Read more

प्यार की बेडियां – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

नेहा आंफिस से लौटकर चाय का कप लेकर बैठी ही थी कि कॉल-बेल बजने पर उठी,  दरवाजा खोला सासु मां सुमित्रा देवी को अपने सामने देख कर ,पहले तो उसे अपनी   आंखो पर भरोसा हीं नहीं हुआ .फिर उसने हिचकिचाहते हुए सासु मां के पैर छुए   और उनका सामना अंदर ले आई .        सुमित्रा देवी … Read more

पढ़ी लिखी -डॉ संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

उमेश ने रुचि से  लव मैरिज की थी, दोनों साथ ही पढ़ते थे कॉलेज में,रुचि बहुत प्रतिभाशाली थी,हमेशा टॉप पर रहती,उमेश से आगे ही रहती हमेशा,दोनो की शुरू से दोस्ती थी और फिर वो प्यार में बदल गई। रुचि एक अमीर परिवार की   शहरी लड़की  थी,उसके पापा बड़े बिजनेसमैन थे,वो हालांकि उमेश से उसकी … Read more

रंग बदलती ज़िंदगी – स्नेह ज्योति: Moral Stories in Hindi

रूपा और पलक दोनों अच्छी दोस्त थी । जो भी कुछ करती एक दूसरे को बता के करती थी । कॉलेज में रूपा को एक लड़का पसंद था और पलक को भी इस बारे में सब पता था । लेकिन वो हमेशा रूपा को कहती थी , कि ऐसे रोज़ रोज़ मिलना ठीक नहीं है … Read more

पढ़ी लिखी गंवार -निशा जैन : Moral Stories in Hindi

पढ़ी लिखी गंवार ही हो क्या बिल्कुल….. तुम्हे पता नही खाना परोसने से पहले चख कर देख लेना चाहिए एक बार कि नमक है या नही, कम है या ज्यादा कितना बकवास खाना बनाया है तुमने आज पूर्वी…. खाने का एक कौर मुंह में रखते ही मोहित पूर्वी पर चिल्लाया। (पूर्वी आज शायद नमक डालना … Read more

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