मन का मिलन (भाग 2) – सीमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

फेसबुक बन्द कर के  गहरी उधेड़बुन में डूबी हुई शिवानी स्मृतियों के उलझे हुए संसार में जा पँहुची है। यह कैसा मोह ? कैसी अपेक्षा ? है इस उम्र में एक शादीशुदा स्त्री का किसी गैर मर्द के साथ दोस्ती … का आग्रह  ? सन्न रह गई वह अपनी इस हरकत पर बिल्कुल चुप … … Read more

मन का मिलन (भाग 1) – सीमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

आज शाम से ही रुक -रुक कर बारिश हो रही है। चार कमरे वाले विशाल फ्लैट की बलकॉनी में शिवानी उमस भरी गर्मी में बेचैन सी टहल रही है। पति सुधीर ऑफिस के टूर से मुम्बई गये हैं। अचानक उसे कुछ याद आया उसने कमरे के टेबल पर आ कर देखा , ” यह क्या … Read more

नेक दिल इंसान – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

गाँव में एक नवयुवक रहता था। विन्दास मस्त मौला, बहुत ही सीधा साधा ,भोला सा नाम था हरिया। पढाई लिखाई में मन नहीं लगा तो दसवीं कर के छोड़ दी। कोई काम मिल जाता तो कर लेता, नहीं तो वह ऐसे हो घूमते-फिरते जिसको जरूरत होती उसकी मदद कर देता। मसलन किसी की गाय घुम … Read more

जब बेटा बहु ने अपने ही माता पिता को मरने के लिए छोड़ दिया !! – भाग 3 – स्वाती जैन   : Moral Stories in Hindi

दूसरे दिन रोशन बोला मां पिताजी बहुत दिन हो गए आप दोनों के साथ वक्त बिताए , चलिए चारों कल कहीं घूम आते हैं !! रुक्मणिजी और प्रकाश जी ने भी हामी भर दी मगर प्रकाश जी बोले बेटा कल तो इतवार भी नहीं हैं , तुम्हें कल समय मिल जाएगा ?? रोशन बोला मां … Read more

जब बेटा बहु ने अपने ही माता पिता को मरने के लिए छोड़ दिया !! – भाग 2 – स्वाती जैन   : Moral Stories in Hindi

प्रकाश जी बेटे का यह रवैया देख गुस्सा हो चुके थे वे बोले बेटा , हम तुझसे दवाई या नई चीजों का एक रुपया नहीं लेते , सिर्फ साथ चलने की उम्मीद करते हैं मगर तुम्हारे पास सिर्फ हमारे लिए समय नही हैं बाकी सभी के लिए तुम्हारे पास समय हैं !! रोशन की पत्नी … Read more

जब बेटा बहु ने अपने ही माता पिता को मरने के लिए छोड़ दिया !! – स्वाती जैन   : Moral Stories in Hindi

अरे भाई रुक्मणि कहां हो ?? मैं कब से चाय और पकोडों का इंतजार कर रहा हुं मगर तुम अब तक चाय और पकोडें लेकर आई नहीं , देखो तो बाहर बारीश आकर थम भी चुकी हैं मगर तुम अब तक रसोई से बाहर नहीं आई , प्रकाश जी बालकनी में बैठे बैठे बोले !! … Read more

जाने कब ज़िन्दगी में कौन सा मोड़ आ जाएं , कोई नहीं जानता – पूनम अरोड़ा  : Moral Stories in Hindi

सुमि की शादी को  सात माह हो गए थे ।सब कुछ था उसके जीवन में   जिसकी कोई भी लड़की कल्पना करती है-सुदर्शन, सम्पन्न, सुशिक्षित  प्रतिष्ठित पति, बंगला, गाड़ी,नौकर-चाकर,ऐशो आराम के सब साधन लेकिन फिर भी उसे अपने वैवाहिक जीवन से असंतोष था कारण था –पति मनन  का बिजनेस  की व्यस्तता के कारण उसे समय … Read more

एहसास- डॉ संगीता अग्रवाल: Moral Stories in Hindi

राखी एक पढ़ी लिखी,इंडिपेंडेंट लड़की थी,खुद कमाती और खूब खर्च करती,एकदम मस्त रहती। बाकी सब तो ठीक था पर शादी का नाम सुनते ही बिदक जाती। उसके मां बाप परेशान थे,ये ऐसा क्यों करती है,अक्सर उसकी मां उसे समझाती कि शादी बिना इस जीवन का क्या मतलब है,हम कुछ दिन बाद नहीं रहेंगे फिर अकेले … Read more

अंतर्मन की लक्ष्मी ( भाग – 22) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

“आ गईं महारानी घूम घाम कर।” विनया को देखते ही बड़ी बुआ ताना लिपटे हुए शब्दों के साथ उसका स्वागत करती हैं। “आपके मुॅंह में घी शक्कर बुआ जी।” चरण स्पर्श करती हुई विनया कहती है। विनया की हाजिरजवाबी पर संपदा खिलखिला कर हॅंस पड़ी और बुआ और बुआ के बगल में बैठा मनीष को … Read more

तुम्हे क्या शादी करके आराम करवाने के लिए लाया हूँ – मीनाक्षी सिंह: hindi stories with moral

hindi stories with moral : सुन रहे हो… मेरे पैरों में और कमर में बहुत दर्द हैँ…. ज़रा विनी का डायपर तो उठा लाना  उस कमरे की टेबल से…. मैं ऑफिस से थका हुआ आता हूँ….. मेरे पास टाइम नहीं हैँ… मुझे आराम चाहिए…. तुम घर में रहकर बिमार पड़ ज़ाती हो…. नहीं होता विनी … Read more

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