प्यार का मौसम (भाग 2 )- स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

लेकिन जैसे ही आरोही उसके सामने आती तो उसके लबों पे एक सन्नाटा सा छा जाता था ।उसकी घबराहट देख आरोही बोल पड़ी !! लगता है मैं हिटलर हूँ ! “जो मुझे देख वीर की बोलती बंद हो जाती हैं , या फिर ये बस भाषण ही लिख सकता हैं “ । ये सुन ! … Read more

प्यार का मौसम (भाग 1 )– स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi

सोचो के झीलों का शहर हो उसमें अपना एक घर हो ..ये सुनने में जितना अच्छा लगता है। हक़ीक़त में झीलों का शहर सब उथल पुथल कर देता है । ये कहानी भी ऐसे ही झीलों के शहर की है ,जिसमें सब तैर कर पार जाना चाहते है ।वीर और आरोही दो नाम ,दो जान … Read more

अंतर्मन की लक्ष्मी ( भाग – 25) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

“हाहाहा भाभी, बुआ को इस तरह हड़बड़ाते देख एक कहावत याद आ रही है।” विनया के दोनों कंधे को पकड़ झूलती हुई संपदा हॅंसी से दुहरी हुई जा रही थी। “ननद रानी कौन सी कहावत है वो, जो हमारी प्रिय बुआ जी के लिए आप सोच रही हैं।” विनया परांठे सेंकती हुई कहती है। “भागते … Read more

एक प्यारी सी लव स्टोरी (भाग -15) – अनु माथुर : Moral Stories in Hindi

अब तक आपने पढ़ा…. राशि अपने पग फेरे की रस्म के लिए आती है…. सब साथ मिलकर घूमने जाते है … ऋतिका और नेहा  के जाने का दिन भी आ जाता है… वो लोग station के लिए निकल जाते है… अब आगे…. रोहित और रजत गाड़ी में सब सामान रख कर ऋतिका और नेहा के … Read more

किस्मत या धोखा (भाग 2 )- संगीता अग्रवाल   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सब कुछ कितना अच्छा था सब सुगंधा के नाज़ भी उठा रहे थे बड़ा घर , इतना अच्छा पति पर क्या जो दिखता है वो हमेशा सच होता है ? कुछ दिनों बाद सुगंधा ने महसूस किया आलोक काफी कमजोर होता जा रहा है सुगंधा ने दो तीन बार आलोक … Read more

किस्मत या धोखा – संगीता अग्रवाल   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : विवाहवेदी पर आलोक के साथ फेरे लेती सुगंधा कितनी खुश थी । अपने भावी जीवन  के अनेको सपने देखे थे उसने और अब उन सपनो के पूरे होने का वक्त आया था । सुगंधा की सहेलियाँ उसकी किस्मत पर रश्क कर रही थी कितना अमीर परिवार मिला है उसे साथ … Read more

इन्हें ना समझे बोझ -रोनिता कुंडु  : Moral Stories in Hindi

विदाई की घड़ी चल रही थी, तनु कभी अपने भाई तो कभी अपने माता-पिता से लिपट कर रो रही थी… तभी अचानक उसे याद आया उसकी दादी नहीं है वहां,  तनु:   मम्मी दादी कहां है..?  राधा जी:   होगी कहीं, तू जा बेटा… दामाद जी कब से खड़े हैं…? वैसे भी हम सब तो … Read more

जान है तो जहान है – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

राजेश जी और अंकिता जी ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि अपनी पचास साल की जमी जमाई गृहस्थी को छोड़कर उन्हें इस तरह भागना पड़ेगा। कोरोना नामक इतना भंयकर तूफान आया था कि उसने अनगिनत जिन्दगीयां लील ली। कितने ही परिवार उजड़ गए। बच्चे अनाथ हो गए तो कही माँबाप संतान विहीन … Read more

समय से सबक – निशा जैन : Moral Stories in Hindi

केतकी के कपड़ों के नए शोरूम का उद्घाटन होने वाला था , सब परिवार वाले जहां बहुत खुश थे वहीं केतकी की आंखों में आसूं थे, उसके पति राजीव से उसकी हालत छिप नहीं सकी और उसने केतकी से पूछा “क्या बात है केतकी आज इतना खुशी का दिन है और तुम्हारी आंखों में आसूं … Read more

दो बुजुर्गों का आशीर्वाद मिला – सुषमा यादव : Moral Stories in Hindi

शिवानी अपने पति, मां और सास के देहांत के बाद अपने पिता और श्वसुर जी को गांव से अपने साथ अपने कार्यस्थल एक शहर में लेकर आई। दोनों अकेले थे।उसके दो बेटियां थीं दोनों को पढ़ा लिखा कर बड़ा किया जो बड़ों के आशीर्वाद से आज उच्च पदों पर बाहर आसीन हैं। वह अकेले ही … Read more

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