प्रेम-पुजारी – मुकुन्द लाल : Moral stories in hindi

   पुजारी शंभुनाथ की उम्र जब ढलने लगी तब बुढ़ापा के कारण उनकी शक्ति क्षीण हो गई, घुटनों के दर्द के कारण चलना-फिरना  भी मुश्किल हो गया तो ऐसी परिस्थिति में दैनिक पूजा-पाठ की जिम्मेदारी अपने युवा पुत्र भुवनेश को सौंप दी।    झूलन, जन्माष्टमी और शिवरात्रि जैसे व्रतों और अन्य त्योहारों में ही वे आते थे … Read more

वटवृक्ष – डॉ  संगीता अग्रवाल  : Moral stories in hindi

रामदीन जब से रिटायर हुए थे,बहुत खुश थे, कितनी ही योजनाएं बना रखीं थीं उन्होंने इस समय के लिए,जब काम से  फ्री हो जाऊंगा,सब दोस्तों के साथ एक बार वैष्णो देवी की यात्रा पर जरूर जाऊंगा। बेटा अजय चेताता उन्हें,”पिताजी!इस उम्र में चढ़ाई नहीं कर पाएंगे,छोड़िए!कहीं और घूम आइए आप।” पर वो हंसकर कहते,”तू फिक्र … Read more

तुम्हारी तो कोई औकात ही नहीं है – अर्चना खंडेलवाल  : Moral stories in hindi

“रवि, परसों मेरी छोटी बहन की सगाई हो रही है, मम्मी-पापा ने आपको फोन भी किया था, तो मै उसे शादी में कुछ अच्छा सा उपहार देना चाहती हूं, मै सोच रही थी ,एक ही बहन है तो मै उसके लिए सोने के झूमके बनवा लेती हूं, आप मुझे उसके लिए  रूपये दे दीजिए।” सुधा … Read more

विलगाव – रवीन्द्र कान्त त्यागी : Moral stories in hindi

डैप्युटी कमिश्नर ऑफ पुलिस मिष्टर सत्यकाम दुबे घर के दरवाजे पर दस्तक देने ही वाले थे कि उन्हे भीतर से किसी पुरुष के फुसफुसाने के स्वर सुनाई दिये। उनका पुलिसिया दिमाग तुरंत सचेत हो गया और उन्होने कोट की जेब में पड़ी पिष्टल हाथ में ले ली। दरवाजे को ज़ोर का धक्का दिया तो सरकारी … Read more

जिन्दगी जीने के दो ही तरीके होते है – संध्या सिन्हा  : Moral stories in hindi

“हेलो मैम! ऑर यू अपेक्षा मॉम???” “एस! पायलट” “अपेक्षा इस माई को-पायलट। शी इस वेरी नाइस एंड गुड पर्सन।” “ओह! हाय! हाउ ऑर यू??” “फ़ाइन। यू लुक लाइक अपेक्षा!” “एस! बट शी लुक लाइक मी या मी लाइक अपेक्षा??” कहने को तो अपेक्षा की माँ ने कह दिया कि- “अपेक्षा मेरी जैसी है या मैं( … Read more

रिश्ता हमेशा बराबरी का हीं सही होता है –  पूजा शर्मा   : Moral stories in hindi

अशोक जी के चेहरे पर परेशानी के भाव साफ झलक रहे थे। सुधा जी भी इससे अनजान नहीं थी। वह कभी अपना मोबाइल देखने लगते और कभी टीवी पर अपना मनपसंद कार्यक्रम देखने लगते लेकिन सुधा जानती थी उनका ध्यान कहीं भी नहीं है। क्या बात है आप इतने परेशान क्यों हैं , क्या गौरव … Read more

कान्हा की डेरी – ऋतु गुप्ता   : Moral stories in hindi

गाय भैंसों के बीच पला बड़ा हुआ कज्जू कब यूं दो-दो सी.ए. बेटों का पिता बन गया समय की रफ्तार में उसे खुद ही पता नहीं चला। आज दो बेटे दो बहुएं और पोते पोतियों से भरा पूरा परिवार है उसका। कभी समय था कि जिस समय बचपन में बालक को सबसे ज्यादा परिवार की … Read more

आखिर डर से जीत हुई ….. – अमिता कुचया : Moral stories in hindi

संजना के आज घर लौटने पर सास को बहुत चिंता होती है ,रात के साढ़े नौ बज चुके थे। और लता जी की नजरें बार -बार घड़ी की ओर जा रही थीं। फिर जब वो अपने बेटे जीतू से पूछती हैं -“क्यों बेटा आज संजना क्यों लेट हो गई?जरा फोन तो लगा , संजना क्यों … Read more

मां की ममता – वीणा सिंह  : Moral stories in hindi

आईसीयू के बाहर बैठे मनोहर बाबू उदास और चिंतित से महादेव का स्मरण कर रहे थे आंखों से आंसुओं की बरसात हो रही थी..                         इंसान जब हर तरह से निराश हताश हो जाता है तभी अपने ईष्ट देव को याद करता है.. ये मानव स्वभाव की प्रकृति होती है.. बेटी मान्या और बेटा मयंक को … Read more

असली रहस्य – के कामेश्वरी  : Moral stories in hindi

रम्या सुबह चार बजे ही उठकर घर के सारे काम करने लगी थी । बच्चों को उठाने के लिए आई तो देखा पति किशोर गहरी नींद में सो रहे हैं । बच्चों को उठाकर नहलाने के लिए बाथरूम में भेजकर जल्दी से रसोई में काम करते हुए भी उन पर नज़र रखी हुई थी ।  … Read more

error: Content is Copyright protected !!