जीने के बहाने बहुत है- संगीता अग्रवाल’  : Moral stories in hindi

“माँ पापा कहाँ हैं आप.. ” रोणित ने घर आते ही आवाज़ दी. ” क्या बात है बेटा बड़े खुश नज़र आ रहे हो! ” स्मिता जी (रोणित की माँ) बोली. ” हाँ माँ खबर ही ऐसी है ”  ” अब बताएगा भी क्या खबर है.. ” सागर जी ( रोणित के पिता) बोले. ” … Read more

हर कदम पर तुम्हारा साथ दूंगा – कविता झा ‘अविका’  : Moral stories in hindi

आंटी रोटी… यह आवाज सुन पांच  साल की अंजलि दौड़ती हुई अपनी बालकनी में आई और अपनी एड़ी ऊपर उठाकर बालकनी की रेलिंग से झांकने लगी।  वो लड़का आज भी मैले फटे कपड़े पहने कांधे पर एक गंदी बड़ी सी बोरी टांगें गेट के पास खड़ा हो बड़ी ही हसरत से आवाज लगा रहा था। … Read more

मन की गांठ – संगीता त्रिपाठी   : Moral stories in hindi

 सुबह की खटर -पटर नहीं सुनाई देने से  सुहास की नींद देर से टूटी घड़ी आठ बजा रही, हेमा पर गुस्सा करने वाला था, देखा बगल में हेमा अभी तक सोई पड़ी है। हेमा को हिलाते हुये सुहास बोले “हेमा उठो आज अलार्म नहीं लगाया था क्या…? मुझे ऑफिस को लेट हो रहा “। तभी … Read more

पारखी नज़र – करुणा मलिक : Moral stories in hindi

चलो भाई ! ये तो प्रकृति का नियम है । हम तो बहुत भाग्यशाली है कि हमारे ऊपर माँ- बाप का आशीर्वाद बना रहा   हाँ दीदी , अब आप हम दोनों भाइयों के लिए माँ समान है ।घर , खेत इत्यादि का इंतज़ाम कैसे करें ?  बेच देंगे । किसके पास इतनी फ़ुरसत है कि … Read more

खुला आकाश – बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

    एक सामान्य निम्न मध्यम वर्ग परिवार में जन्मा विक्रम भी सामान्य और साधारण सा ही युवक था।अच्छे स्वास्थ्य का धनी विक्रम अपने माता पिता का चहेता था तो वह भी अपने परिवार के प्रति समर्पित था,परिवार क्या बस माँ और बापू ही तो थे।धनीराम जी ने पूरी जिंदगी में ले देकर एक छोटा सा घर … Read more

फैसला – शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi

सीमा ने हिस्ट्री एम ए में यूनिवर्सिटी में टॉप किया था।दिखने में खूबसूरत सीमा कविता पाठ भी करती थी। रवीन्द्र नाथ टैगोर की कविताएं अपने पिता के मुंह से सुन-सुनकर कंठस्थ हो गई थी उसे। सीमा के पिता एम आर थे।सीमा और उसकी छोटी बहन पिंकी ने बचपन से अपने पिता और मां को संघर्ष … Read more

फैसला – संगीता त्रिपाठी : Moral stories in hindi

 कितना अच्छा लगता हैं जब कोई तुम्हे “यू डीज़र्व “कह तुम्हारा हौंसला बढ़ाता हैं। कुछ उदास स्वर में कल्पना ने कहा तो मै चौंक पड़ी। हमेशा सब के बीच हँसने खिलखिलाने वाली कल्पना के मुँह से पहली बार ये उदास स्वर सुना।    कल्पना एक बढ़ती उम्र की महिला, जो हमेशा एनर्जी से भरी रहती।जिसके पास … Read more

अहसास – कमलेश राणा : Moral Stories in Hindi

आज तो दर्द के मारे कमर फटी जा रही है जोश – जोश में लगे रहे सारे दिन अब तो उठने की भी हिम्मत नहीं बची। यह भी ठीक है कि कल इतवार है तो जल्दी नहीं रहेगी उठने की क्योंकि सबकी छुट्टी रहेगी।  चाहे जितना कराहते रहो कोई यह पूछने वाला नहीं है कि … Read more

बस अब और नहीं! – प्रियंका सक्सेना: Moral stories in hindi

सुधीर  की सभी बातों को अनसुना कर राधिका तीर की तरह घर से निकल गई। नुक्कड़ पर राधिका थमी। एक रिक्शा को स्टेशन चलने को कह वो बैठ गई। साथ में एक बैग था जिसमें उसके सर्टिफिकेट थे और एक अटैची में कपड़े थे जो उसने अलमारी से निकाल कर अटैची में यूँ ही ठूस … Read more

प्रेम-विवाह – शुभ्रा बैनर्जी  : Moral stories in hindi

दादी,नानी और मां से यह कहावत सुनी थी कि इंसान पूरी दुनिया से जीत सकता है,पर अपनी औलाद से हार जाता है। ज़िंदगी भर घर-परिवार की जिम्मेदारी संभालते -संभालते कब ख़ुद की औलाद शादी लायक हो गई ,पता ही नहीं चला।शिखा की बेटी,मीनल अहमदाबाद में एम बी ए  कर रही थी।गुजराती ब्राह्मण परिवार से संबंध … Read more

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