अनजाने रास्ते (भाग-6) – अंशु श्री सक्सेना : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : वैदेही ने जब घर का दरवाज़ा खटखटाया तो एक बूढ़े व्यक्ति ने दरवाज़ा खोला और काँपती सी रूखी आवाज़ में पूछा, “कहो, किससे मिलना है ?” “जी, वो….वो अयान यहीं रहते हैं क्या…अयान मलिक” “हाँ, यहीं रहत हैं…तनिक ठहरो हम बुलात हैं” बूढ़े ने कहा और भीतर चला गया। पलक … Read more

अनजाने रास्ते (भाग-5) – अंशु श्री सक्सेना : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : घर से बाहर क़दम रखते हुए वह एक पल को ठिठकी। इस घर में बिताए बाइस वर्ष उस एक पल में सिमट गये। उसकी सारी आकांक्षाएँ, इच्छाएँ पलक झपकते ही पूरी करते पापा, लाड़ दुलार से पापा के कंधों पर झूलती वो, उसकी चोटी खींचकर चिढ़ाते अमित भैया, उसके छुपने … Read more

अनजाने रास्ते (भाग-4) – अंशु श्री सक्सेना : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रक्षाबंधन का दिन था। अमित भैया ने पापा के समक्ष अपनी लाडली बहन को फ़िल्म दिखाने का प्रस्ताव रखा और बोले, “पापा, आज मैं और वैदेही फ़िल्म देख आते हैं और डिनर भी बाहर करके लौटेंगे” वैदेही का मुरझाया चेहरा देखकर पापा ने सहर्ष अनुमति दे दी।पिक्चर हॉल में पहुँचने … Read more

चरित्रहिन – कामिनी मिश्रा कनक : hindi stories with moral

hindi stories with moral : काजल भरी नैन ,  गुलाबी होंठ , खुले बाल , माथे पर लाल रंग कि बिंदी और लाल रंग  की साड़ी  में  सुमन का रूप देखकर  कोई भी उस पर मोहित हो जाता ….राधा जी और मीना के तो होश ही  उड़ गए सुमन को देखकर  ! सुमन को देखते … Read more

पुलिया का दुःख – देवेंद्र कुमार : hindi stories with moral

hindi stories with moral : रामदास को बाजार जाना था। उन्होंने रिक्शा वाले को पास बुलाया , वह रिक्शा में बैठने जा रहे थे कि रुकना पड़ा। एक युवक तेजी से आया और उनके पैर छू कर बोला -‘मुझे माफ़ कीजिये, उस दिन मुझसे बहुत बड़ी भूल हो गई थी।’ रामदास कुछ समझ न सके। … Read more

दहेज – अनिला द्विवेदी तिवारी : hindi stories with moral

hindi stories with moral : प्रिया और राकेश बचपन से बहुत अच्छे दोस्त थे। स्कूल से कॉलेज में चले गए परन्तु उनकी दोस्ती बरकरार रही। राकेश कब उसे मन ही मन पसंद करने लगा पता ही नहीं चला। हालांकि प्रिया, राकेश को महज एक दोस्त ही मानती थी। पढ़ाई-लिखाई भी धीरे धीरे पूरी हो गई … Read more

जब मैने कोई गलती नही की तो क्यों बर्दाश्त करूं – वीणा सिंह : hindi stories with moral

hindi stories with moral : पूरे दो साल बाद मयंक अपनी मां पापा के साथ मेरे घर समझौते के लिए आए हैं.. मेरे पापा मम्मी मुझे आवाज दे रहे हैं नव्या आ जाओ बेटा.. मैं सधे संतुलित कदमों से तीन साल की बेटी तन्वी को गोद में लिए कमरे में गई.. सास ससुर को संस्कार … Read more

एक घर मेरे नाम का – पूजा गीत  : hindi stories with moral

hindi stories with moral : आज निधि ने अपने सभी घरवालों और मित्रों को पार्टी के लिए आमंत्रित किया था। उसी की तैयारी में लगी हुई थी। पूरा घर जगमगा रहा था और साथ ही जगमगा रहा था बाहर लगा नेम प्लेट भी, जिसमें ऊपर लिखा था “शुचिज़ होम” और नीचे लिखा था “ज्ञान-निधि”। नियत … Read more

समाज सेवा – विभा गुप्ता: hindi stories with moral

hindi stories with moral :   ” माँ…मेरे आईएएस बनने की खुशी में मेरी सहेलियाँ मुझे किसी बड़े रेस्ट्रां में पार्टी देने के लिये कह रहीं हैं।मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है…क्या करुँ…पार्टी दूँ या मना कर दूँ….।” अपना हैंडबैग टेबल पर रखती हुई दीपा ने अपनी माँ से पूछा जो रसोई में बेटी के … Read more

किसी से ना कहिएगा – लतिका श्रीवास्तव: hindi stories with moral

hindi stories with moral : रमेश जी आप ही बताइए मैने ऐसा क्या  कहा जो मोहन जी मुझ पर बिगड़ने लग गए कल मैंने उनके बारे में सोसाइटी की मीटिंग में कोई बुराई नही की थी फिर भी वह ऐसा क्यों सोच रहे हैं !! हां हां मैं भी यही सोच रहा था राधेश्याम जी … Read more

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