बिखरते सपने-मुकेश कुमार
आरती दिल्ली के एक कॉलेज में हिंदी के सहायक प्रोफेसर थी। रंग रूप से भी सांवली थी और देखने में भी ज्यादा सुंदर नहीं थी लेकिन आंतरिक सुंदरता की बात की जाए तो बहुत सुंदर थी, बड़ों का आदर करना, सबसे प्यार से मिलकर रहना, गरीब बच्चों को घर में ट्यूशन पढ़ाना, यह सब उसके … Read more