बडो़ं का साथ – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral stories in hindi
लीना ने उपरी तल्ले से झांककर देखा…आँगन में सासुमां घायल शेरनी की तरह बिफरी हुई थी। “अब भोरे-भोरे कौन सी आफत आ गई “भीतर से ताई जी मिनमिनाई। “जाकर देखूं क्या हुआ “! “पहले अपना हुलिया तो ठीक कर लो “लव करवट बदल खर्राटे भरने लगा। लीना का ध्यान अपने आधुनिक नाइट ड्रेस पर गया… … Read more