गलती का एहसास – पुष्पा जोशी   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज फिर माला अपने मायके आ गई। उसका ससुराल और मायका एक ही गॉंव में था। यह उसका हमेशा का काम था, अभी चार दिन पहले तो माँ  जानकी देवी समझा बुझा कर उसे ससुराल में छोड़कर आई थी। और कह दिया था, कि अब अगर वो ससुराल को छोड़कर … Read more

चारधाम की यात्रा – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुमन जी और उनके पति गोविन्द जी जिस‌ मोहल्ले में रहते थे,उस मोहल्ले में सभी लोग धार्मिक प्रवृत्ति के थे। हमेशा धार्मिक आयोजन जैसे सुन्दरकाण्ड का पाठ, अखण्ड रामायण पाठ, भजन संध्या, संत महात्माओं के प्रवचन आदि होते रहते थे, सभी सामुहिक रूप से उसमें भाग लेते, और भक्तियुक्त वातावरण … Read more

सुख की तलाश – पुष्पा जोशी  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: सुनयना ने आज कई दिनों के बाद ध्यान से अपना चेहरा आइने में देखा। भागती दौड़ती दिनचर्या में उसे समय ही कहाँ मिला कि वह अपने चेहरे पर ध्यान दे। उसके कंधो पर प्रशासनिक जिम्मेदारी थी। कल वो कलेक्टर के पद से सेवानिवृत्त हुई, कल पूरे दिन  सम्मान समारोह और पार्टी … Read more

*परिवार फिर एक हो गया *-पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: मोहिनी जी और उनकी बहु रूपा बहुत प्रेम से रहती थी।रूपा ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं थी, मगर हर काम में दक्ष ,और व्यवहारिक थी। दोनों सास बहू सारे तीज त्यौहार बड़े प्रेम से मनाती। उनकी पड़ौसन मालती जी हमेशा अपनी बहू रोहिणी के आगे, रूपा के गुण का बखान करती थी। … Read more

एक समर्पण ऐसा भी – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: ‘माँ मैं जरूरी काम से बाहर जा रहा हूँ, आठ दिन में वापस आ जाऊँगा।  माया देवी ने कहा- ‘कैसी बाते कर रहै हो कृष्णा, यहाँ तुम्हारे बाबूजी की ऐसी हालत है,क्या वह काम तुम्हारे बाबूजी से बढ़कर है?पंद्रह दिनों से अस्पताल में हैं, पता नहीं कब किस चीज की जरूरत … Read more

ऑंसू बन गए मोती – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi:  ऑंसू क्या है? ऑंखो से बहता हुआ पानी जो खुशी में भी बहता है और गम में भी, ऐसा कुछ लोग कहते हैं। किसी के ऑंसू किसी के मनोरंजन का साधन होते हैं तो। किसी के ऑंसू किसी के लिए सिर्फ एक नाटक। हर ऑंसू की अपनी एक कहानी होती है। … Read more

 तुलसी क्यारा और घर आंगन- पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : शारदा जी और गिरीश बाबू का विवाह हो गया। गिरीश बाबू अपने माता पिता की इकलौती संतान थे। माँ का देहांत हो गया था। घर में तीन प्राणी थे, गिरीश बाबू शारदा जी और उनके ससुर केदार नाथ। पुरखों का बना सुन्दर घर था। सुन्दर रसोई। पानी भरकर रखने का … Read more

शक का कीड़ा – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

moral stories in hindi : समय परिवर्तन शील है,और उसकी रफ्तार बहुत तेज है। कामिनी ने कभी सोचा भी नहीं था, कि इस छोटे से गॉंव धनबाद में उसका दूसरी बार इस तरह आगमन होगा। पहली बार जब इस गॉंव में आई थी,एक नई नवेली दुल्हन बनकर, हाथों में मेंहदी, रंगबिरंगी चूड़ियाँ, पैरो में बजने … Read more

अनमोल रिश्ता – पुष्पा जोशी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : जीवन की सांध्य  बेला में एकाकी जीवन व्यतीत कर रही, मालती का मानस आज विचलित हो रहा था, आज बरबस अतीत की यादों से उसका मन बोझिल हो रहा था, सुबह का समय वह समाचार पत्र की राह देख रही थी।मन बैचेन था, वह सोच रही थी, क्या पाया उसने … Read more

बिट्टो की ससुराल – पुष्पा जोशी  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : नन्हीं बिट्टो के लिए ससुराल एक खेल का नाम था, उसका मनपसंद खेल था ससुराल-ससुराल। वह और उसकी नन्हीं बाल सेना जिसमें लड़के और लड़कियां दोनों ही शामिल थे, अक्सर इस खेल को खेलते थे।वैसे तो बिट्टो का नाम बिंदिया था, मगर प्यार से सब उसे बिट्टो कहते थे। बिट्टो … Read more

error: Content is Copyright protected !!