लड़की जात – डॉ पारुल अग्रवाल  : Moral stories in hindi

घर में आज सभी व्यस्त थे क्योंकि घर की लाडली बेटी रिया को लड़के वाले देखने आ रहे थे। लड़का रिया के दादाजी के ही बहुत अच्छे दोस्त का पोता था। वो एक बहुत बड़ी नामी कंपनी में बहुत अच्छी पोस्ट पर था,इधर रिया भी कुछ कम नहीं थी। रिया भी एक बड़े प्राइवेट बैंक … Read more

इंस्टेंट नूडल्स वाली पीढ़ी – डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi

दो तीन दिन से मीरा देख रही थी कि उसकी बेटी परिधि काफी अनमनी सी है। उसका खाना पीना भी बहुत कम हो गया था। वो सोच ही रही थी कि उससे बात करेगी पर अपनी नौकरी की व्यस्तता के चलते और कुछ बेटी की भी कॉलेज की गतिविधियों के चलते उसको समय नहीं मिल … Read more

फेवीकॉल का मजबूत जोड़ – डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral Stories in hindi

आज दिव्या और राघव की शादी थी।दिव्या बहुत ही सुंदर दुल्हन बनी थी। वो सज धज कर अपने दुल्हे का इंतज़ार कर रही थी। अभी बारात के आने में थोड़ा समय था। दिव्या को तो विश्वास ही नहीं हो रहा था कि राघव दुल्हे के रूप में उसको मिलेगा पर समय बदलते देर नहीं लगती। … Read more

परिणय सूत्र (भाग 2) – डॉ. पारुल अग्रवाल

अपनी पसंद से शादी की बात चित्रा के माता-पिता को बहुत नागवार गुजरी। उन्होंने आनन-फानन में चित्रा के लिए लड़के खोजना शुरू किया। उधर अमन के परिवार को भी चित्रा के पिता जी और बिरादरी के लोगों ने वो मौहल्ला और घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया था। उनके घर में भी एक बेटी थी … Read more

परिणय सूत्र (भाग 1) – डॉ. पारुल अग्रवाल

कल चित्रा अमन की दुल्हन बनने जा रही है। उम्र के तीसरे पड़ाव पर आकर कल वो कोर्ट में एक दूसरे के जीवनसाथी बन जायेंगे। चित्रा को बार बार अपनी पिछली जिंदगी का बीता हुआ हर लम्हा याद आ रहा था। उसे लग रहा था कि हम चाहें कितनी भी योजनाएं बना लें पर होता … Read more

ममत्व की डोर – डॉ. पारुल अग्रवाल

अवनी अपने सपनों की दुनिया में खोई हुई थी, तभी मां ने झंझोड कर हिलाया और बोला उठ जा बेटा नहीं तो मेडिकल कॉलेज जाने में देर हो जायेगी। वैसे तो उसे अपनी नींद से समझौता करना गवारा ना था पर फिर भी कुछ बनने के एहसास ने उसको उठा ही दिया। तैयार होकर वो … Read more

गृहस्थी की पंच परमेश्वर (भाग 2) – डॉ.पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

आदित्य की मां सीधी साधी थी वो शोभा से अगर किसी काम को कहती तो वो उल्टे जवाब देकर उनको चुप करा देती। बेटे की नई गृहस्थी है ये सोचकर आदित्य के माता-पिता अपना दर्द दिल में छुपाकर आदित्य के सामने सामान्य बने रहते। पर बातें कितने दिन तक छुप सकती थी। एक दिन आदित्य … Read more

गृहस्थी की पंच परमेश्वर (भाग 1) – डॉ.पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आदित्य का वकालत के क्षेत्र में बहुत ही प्रसिद्ध नाम था। वैसे तो उसकी उम्र बहुत ज्यादा ना थी पर उसने बहुत ही कम समय में अपनी पहचान बना ली थी। ये माना जाता था कि वो जिस पक्ष के केस को अपने हाथ में ले लेता है वो अवश्य … Read more

वनवास (भाग 2)- डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi :  आर्यन के मुंह से इतनी समझदारी की बात सुनकर नंदिनी ने भी उसका साथ देने का वायदा किया। उसने आर्यन को बताया कि कॉलेज के समय में रचना मानव नाम के लड़के से प्यार करती थी। दोनों एक साथ बहुत अच्छे लगते थे ऐसा लगता था कि दोनों एक दूसरे … Read more

वनवास (भाग 1)- डॉ. पारुल अग्रवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : आर्यन अठारह साल का आकर्षक सा किशोर जिसने अपनी बारहवीं की परीक्षा बहुत अच्छे अंको से पास की थी।आगे की शिक्षा के लिए उसका मन बाहर की यूनिवर्सिटी में जाने का था पर दिल के कोने में कहीं ना कहीं उसको अपनी मां की भी चिंता थी। असल में आर्यन … Read more

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