इल्जाम अपनों का – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अंकिता और  उत्तरा दोनों देवरानी जेठानी थीं। उनमें बहुत बनती थी। इनका संयुक्त परिवार था। ससुर चार भाई थे। बड़े भाई की बहू अंकिता थी और दूसरे नंबर के भाई की बहू उत्तरा। उनमें  सगी बहनों के समान  अपार प्रेम था। उनके प्यार और स्नेह से  परिवार में कुछ लोग … Read more

सासू मां का असली रूप – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” तो ये है सासू मां का असली रूप……. और सामने से तो बड़ी प्यारी बनती है…. मोबाइल पर ऑडियो क्लिप सुनते हुए स्वरा ने मन ही मन बुदबुदाया…..!        वो पूरा सुन भी नहीं पाई थी कि सामने शिशिर को देखते ही हड़बड़ा कर मोबाइल बंद करना चाहा….. अरे ये … Read more

“माँ का दिल” – डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “  सुबह -सुबह चाय की प्याली लिए  मैं उपर के कमरे में गई तो देखा चाचीजी अपना सामान बाँध रही थीं। मुझे देखा तो थोड़ी ठिठक गईं। मैंने उन्हें चाय की प्याली पकड़ाते हुए कहा-” चाचीजी यह सुबह -सुबह क्या कर रही हैं। “ वह थोड़ी ठिठक गईं और बोली-” … Read more

ये इल्जाम भी गवारा है….! – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “ उस कागज के टुकड़े को बार-बार खोलकर बंद कर फिर हिम्मत कर विधि ने खोला।   विकास ने लिखा था  “विधि, हिम्मत करो और अपने सामान के साथ घर से बाहर निकल जाओ ।मैं स्टेशन पर तुम्हारा इंतजार कर रहा हूं। हम कहीं दूर चले चलेंगे और अपनी जिंदगी एक … Read more

वक्त से डरो – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” क्या मम्मी जी…जब देखो..कोई न कोई चीज़ आप तोड़ ही देती हैं।चुपचाप एक जगह क्यों नहीं बैठ जाती…।” अपनी सास को तीखे स्वर में कहती हुई तान्या ने फ़र्श पर गिरे काँच के टुकड़ों को साफ़ करने के लिये नौकर को आवाज़ दी।      निखिल भी उसी वक्त ऑफ़िस से … Read more

बड़ा दिल – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : वीरेंद्र सिंह अपने ग्राम में सरपंच थे,लोकप्रिय,न्यायप्रिय और सबके दुःख सुख में काम आने वाले व्यक्ति रूप में उनकी ख्याति थी।पत्नी पार्वती सहित दो बेटे शिखर और कैलाश उनके परिवार में थे।दोनो बेटों को वीरेंद्र जी ने शहर में पढ़ने भेज दिया था।छुट्टियों में ही वे गावँ आते या फिर … Read more

ये भेदभाव क्यो – संगीता अग्रवाल  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” नंदिनी …नंदिनी कहा हो तुम ?” रितेश घर मे घुसते ही चिल्लाया।  ” बेटा नंदिनी तो अभी तक आई नही और महारानी का फोन भी बंद आ रहा है !” रितेश की माताजी शांति जी मुंह बना कर बोली।  ” क्या आई नही !! पर बाहर तो बहुत बारिश … Read more

इल्ज़ाम, मम्मी सिखाती है मंजू ओमर- : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आजकल ये बातें आम हो गई है कि शादी के बाद लड़की ये कहती सुनी जाती है कि सास बेटे के कान भरती है बहू के खिलाफ बेटे को भड़काती है । क्या यह सच है क्या एक मां चाहती है कि घर में क्लेश हो,लड़ाई झगडे या मन मुटाव … Read more

अब तो माँ बन जाओ – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “ कामिनी कब तक तुम ऐसे ही बचपना करती रहोगी …उस में उन बच्चों की क्या गलती है…जब से शादी की बात चली है उस दिन से तुम मुँह फूला कर रखी हुई हो।” किशोर जी कामिनी जी को समझाते हुए बोल रहे थे  “ काश तुम समझ पाते… मेरे … Read more

हस्ताक्षर – सारिका चौरसिया : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : जिज्जी अम्माजी अब नहीं रहीं….हां!हां! हैं ना आपके छोटे भैया ! जी….जी,अरे वही कर रहे सब तैयारी….तब और कौन करेगा जिज्जी?,….आप तो सब जानती ही हो,, सारी जिम्मेदारियां इन्हीं पर तो रहती है। और अम्मा को ये प्यार भी तो कितना ज्यादा करते हैं। हम लोगों को भी तो उनसे … Read more

error: Content is Copyright protected !!