जब बेटा बहु ने अपने ही माता पिता को मरने के लिए छोड़ दिया !! – स्वाती जैन : Moral Stories in Hindi
अरे भाई रुक्मणि कहां हो ?? मैं कब से चाय और पकोडों का इंतजार कर रहा हुं मगर तुम अब तक चाय और पकोडें लेकर आई नहीं , देखो तो बाहर बारीश आकर थम भी चुकी हैं मगर तुम अब तक रसोई से बाहर नहीं आई , प्रकाश जी बालकनी में बैठे बैठे बोले !! … Read more