एहसास- डॉ संगीता अग्रवाल: Moral Stories in Hindi

राखी एक पढ़ी लिखी,इंडिपेंडेंट लड़की थी,खुद कमाती और खूब खर्च करती,एकदम मस्त रहती। बाकी सब तो ठीक था पर शादी का नाम सुनते ही बिदक जाती। उसके मां बाप परेशान थे,ये ऐसा क्यों करती है,अक्सर उसकी मां उसे समझाती कि शादी बिना इस जीवन का क्या मतलब है,हम कुछ दिन बाद नहीं रहेंगे फिर अकेले … Read more

अंतर्मन की लक्ष्मी ( भाग – 22) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

“आ गईं महारानी घूम घाम कर।” विनया को देखते ही बड़ी बुआ ताना लिपटे हुए शब्दों के साथ उसका स्वागत करती हैं। “आपके मुॅंह में घी शक्कर बुआ जी।” चरण स्पर्श करती हुई विनया कहती है। विनया की हाजिरजवाबी पर संपदा खिलखिला कर हॅंस पड़ी और बुआ और बुआ के बगल में बैठा मनीष को … Read more

तुम्हे क्या शादी करके आराम करवाने के लिए लाया हूँ – मीनाक्षी सिंह: hindi stories with moral

hindi stories with moral : सुन रहे हो… मेरे पैरों में और कमर में बहुत दर्द हैँ…. ज़रा विनी का डायपर तो उठा लाना  उस कमरे की टेबल से…. मैं ऑफिस से थका हुआ आता हूँ….. मेरे पास टाइम नहीं हैँ… मुझे आराम चाहिए…. तुम घर में रहकर बिमार पड़ ज़ाती हो…. नहीं होता विनी … Read more

एक प्यारी सी लव स्टोरी (भाग -10) – अनु माथुर : Moral Stories in Hindi

अब तक आपने पढ़ा … Plan के मुताबिक सुनीता जी रोहित को station जाने से  रोक लेती हैं और अपने साथ मन्दिर ले जाती है… बाद में जैसा सबने सोचा था दोनो की मुलाक़ात को यादगार बनाना वैसा हो ही जाता है…. अब आगे…. रोहित ऋतिका का हाथ थामें हुए उसे ही देखे जा रहा … Read more

एक प्यारी सी लव स्टोरी (भाग -9) – अनु माथुर : Moral Stories in Hindi

अब तक आपने पढ़ा… रोहित और ऋतिका दोनो अपने प्रेम का इज़हार कर देते है….सुनीता जी मालती जी से रोहित और ऋतिका के रिश्ते की बात करती हैं…. अब आगे… शाम के वक़्त मुंबई में राशि चाय लेकर रजत के साथ सुनीता जी के कमरे में जाती है  उस वक़्त सुनीता जी कुछ लिखने का … Read more

गंवार – अर्पणा कुमारी : hindi stories with moral

hindi stories with moral : मां- मां कहां हैं आप? मेरा बेटा रौनक न जाने कब से मुझे आवाज दे रहा था ।अरे अभी तो तू हॉस्पिटल गया था ,इतनी जल्दी कैसे आ गया ?मां-,मुझे अभी तुरंत बाहर जाना है मेरी पैकिंग कर दो ,अभी तुरंत, पर कहां? मां तुम्हें याद है मेरा दोस्त विनय, … Read more

जब मैंने कोई गलती नहीं की फिर मैं क्यों बर्दाश्त करूं? – बीन शर्मा : hindi stories with moral

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hindi stories with moral : “बहु तूने अच्छा नहीं किया अपने पति रोहित को उल्टा जवाब देकर अरे तेरा पति ही तो है यदि तू उसकी चार बातें बर्दाश्त कर लेगी तो तेरा  कुछ घिस नहीं जाएगा पति परमेश्वर होता है यदि वह कुछ कहे तो बर्दाश्त कर लेना चाहिए” विमला ने अपनी बहू रश्मि … Read more

गंवार से प्यार – विभा गुप्ता : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ऐश्वर्या जी पार्क में टहलते-टहलते थक गईं तो एक बेंच पर बैठ कर विश्राम करने लगी।अपनी पोती रिया को झूला झूलते देख उन्हें बड़ा आनंद आ रहा था।तभी उनके कानों में बच्चों का शोर सुनाई दिया, एक दस साल की बच्ची अपने हमउम्र लड़के को धक्का देते हुए कह रही … Read more

पिता – मीनाक्षी सिंह: hindi stories with moral

hindi stories with moral : रविन्द्र जी की पूजा की घंटी बराबर बज रही हैँ…. जोर जोर से गाने की आदत हैँ उनकी….आरती कुंज बिहारी की,श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की…..जबसे रिटायर हुए हैँ तो पूजा पाठ को भी एक घंटा देने लगे हैँ… तभी बिटिया आशी का फ़ोन आया…. पत्नी जी ने उठाया…. थोड़ा ध्यान … Read more

बेटियों वाली- डाॅ उर्मिला सिन्हा: hindi stories with moral

hindi stories with moral : बेटा विवाह का घर… हजारों काम …पुश्तैनी मकान दुल्हन की तरह सजा हुआ था! जगमग रौशनी… मेहमानों का जमघट… हंसी-मजाक… स्वादिष्ट भोजन मिठाईयों का रेलम-रेला!      तिलक चढने की तैयारी चल रही थी।सभी सजधजकर… महिलाएं अपनी सजावट से अप्सराओं को मात दे रही थी।  इस सब भव्य तैयारी के  पीछे खानदान … Read more

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