अपनी बेटी शासन चलाएं, दूसरों की बेटी दासी बन जाए – रोनिता कुंडु : Moral stories in hindi

राधिका पूरे घर में भाग भाग कर काम कर रही थी… आज घर में जागरण था तो उसी में राधिका पूरी व्यस्त थी… उसकी सास तारा जी के घुटनों में दर्द रहता था इसलिए वह ज्यादा भाग दौड़ नहीं कर सकती और ननद मायरा जो की बस रिल्स और वीडियो बनाने में ही व्यस्त रहती … Read more

शर्म नहीं गर्व हूं मैं – गौरी शुक्ला  : Moral stories in hindi

आज नीता में नई ऊर्जा का संचार हुआ… वो अब समाज के सामने सर उठा के चलने के लिए आत्मविश्वास से ओत प्रोत है।  ये सब यूं ही नही हुआ .. कहते है न की अगर ज़िंदगी में साथ देने वाले मां बाप और सच्चा हमसफर मिल जाए तो व्यक्ति बड़ी से बड़ी चुनौती का … Read more

ज़िंदगी हमारी है तो जीने का सलीका भी हमारा होना चाहिए – निशा जैन  : Moral stories in hindi

ये शालिनी जी का पार्सल है, कहां मिलेंगी वो? अरे वो जो सामने बैठी है ना, वो जो मोटी सी बैठी है पिंक कलर के सूट में, वही है शालिनी जी…. पडौस के लोग बोलते भैया चाय का बिल डायरी में नोट कर लेना, थोड़ी देर में आकर पैसा देती हूं शालिनी चाय का कप … Read more

नई पीढ़ी – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

आज सुबह सुबह सुजाता की बेटी नीरा ने फोन खटका दिया,मां मैं कुछ दिनों के लिए घर आजाऊ कया? तबियत कुछ ठीक नहीं है। हां हां बेटा तेरा ही घर है, परंतु तेरी आवाज़ कुछ परेशानी भरी लग रही है,और तेरा वो लिव इन पार्टनर विनय बह कहां है, क्या उसको तेरी तबियत का जरा … Read more

अन्याय के खिलाफ – संगीता त्रिपाठी : Moral stories in hindi

सायरन बजाती एम्बुलेंन्स दूर चली गई।वसुधा छोटे बेबी को गोद में लिये कांप रही थी।उसकी तरफ उठी हर ऊँगली उसे ही दोषी मान रही थी। बेटा और बेटी उससे लिपट कर डरे -सहमे से खड़े थे। एक बारगी उसका मन भी विचलित हो गया, क्या उसने गलत किया…? पर आखिर वो कितने ज़ख्म, जो नासूर … Read more

हां, मैंने अपने बेटे के खिलाफ केस किया है – अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

थप्पड़ की गूंज से रोहिणी जी की नींद खुल जाती है, बगल वाला कमरा उनके बेटे विक्रम का था, आवाज वही से आई थी, उन्होंने चश्मा लगाया और उस तरफ चल दी, दरवाजे पर कान लगाया तो बहू मेघा की सिसकियों की आवाज सुनाई दी, उन्होंने खटखटाना चाहा, पर फिर खुद को ही रोक लिया, … Read more

अपनी जड़ों से जुड़े रहो – करुणा मलिक: Moral stories in hindi

सतीश , बेटा न जाने अब तो कब बुलावा आ जाए , एक बार उस दहलीज़ के दर्शन करवा दे , जहाँ ब्याह कर आई थी ।माँ, कैसे जाओगी ? इतना लंबा सफ़र, बुढ़ापे का शरीर, ऊपर से कहीं ठहरने का बंतोबस्त नहीं । फिर आप वहाँ किससे मिलोगी ? अपने कुटुंब का तो अब … Read more

फैसला – मंगला श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

माही पिछले कुछ दिनों से बहुत परेशान सी रहने लगी थी,वह ऑफिस से घर आकर चुपचाप अपने कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर लेती व बहुत देर बाद निकलती। रचना देवी कुछ दिनों से लगातार उस पर ध्यान भी दे रही थी ,पर माही से कुछ पूछती तो वह हर बात टाल देती थी। हर … Read more

नई लहर – डाॅ उर्मिला सिन्हा: Moral stories in hindi

  शहर के नामी युनिवर्सिटी की शोध छात्रा जया को जब अपने टाॅपिक में  ग्रामीण पुरातन रीति-रिवाजों, संस्कृति पर अध्ययन करने का मौका आया… वह घबरा उठी। गांव-देहात की चर्चा उसने सिर्फ किताबों में पढी थी या सिनेमा के सुनहरे परदे पर देखा था। हीरो हीरोइन रंग-बिरंगे कपड़ों में पेड़ के इर्दगिर्द गीत गाते या नदी … Read more

विलुप्त होते रिश्ते – शिप्पी नारंग : Moral stories in hindi

“लो वे आ गए सुरेश जी” चंद्र प्रकाश जी ने सामने देखते हुए कहा । सभी पांचो दोस्तों की नजर सामने पड़ी देखा एक हाथ में छड़ी और दूसरे हाथ से एक 10-12 वर्षीय बच्चे का हाथ पकड़े हुए सुरेश जी चले आ रहे थे । ये छह लोगों का एक ग्रुप था जो रोज … Read more

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