औरत की चाहत -संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

नितिका एक बहू , पत्नी , माँ सब है । शादी को दस साल हो गये तबसे सारे घर को अपने दम पर संभाले है । क्योकि पति शशांक अपनी चार बड़ी बहनो से कई साल बाद पैदा हुआ तो सास ससुर की भी उम्र हो चली है इसलिए सास ससुर का ध्यान रखना , … Read more

पुलिस बूथ – नेकराम : Moral stories in hindi

शहर की लाल बत्ती का बड़ा सा चौराहा वही सड़क किनारे शाम 4:00 बजे एक आइसक्रीम की रेहड़ी अपने समय पर आकर खड़ी हो जाती आइसक्रीम बेचने वाला शिव कुमार 3 सालों से अपने चुने हुए स्थान पर समय पर आ जाता सर्दी हो या गर्मी वह हमेशा एक कलर की ही कमीज पहने दिखाई … Read more

सास से माँ तक के सफर में गजरों का योगदान !! – संध्या त्रिपाठी : Moral stories in hindi

 देखिए पापा…. मम्मी कैसे बेला के फूलों के क्यारियों के बीच बैठ कर मुस्कुरा रही हैं…. जैसे किसी पुरानी यादों में खोई हो….! रिमझिम ने मुकुल जी से कहा …। मुकुल जी भी पत्नी नैना को यादों में खोए और फूलों को प्यार से सहलाते हुए देखकर मजाकिये लहजे में पूछा…. अरे नैना जी …किसकी … Read more

प्यार तेरे लिए – माधुरी गुप्ता : Moral stories in hindi

सुवह उठ कर नोट्स बनाने में व्यस्त मीता के काम में व्यवधान उस समय पड़ा, जब मां की आवाज कानों में पड़ी,मीता नीचे आकर चाय नाश्ता कर लो ‘मॉं की आवाज को अनसुना करते हुए,मीता ने नोट्स बनाने में अपना ध्यान लगाया, क्योंकि लाइब्रेरी  में यह बुक वापस करने का आज आखिरी दिन था , … Read more

पारखी नज़र – करुणा मलिक : Moral stories in hindi

चलो भाई ! ये तो प्रकृति का नियम है । हम तो बहुत भाग्यशाली है कि हमारे ऊपर माँ- बाप का आशीर्वाद बना रहा   हाँ दीदी , अब आप हम दोनों भाइयों के लिए माँ समान है ।घर , खेत इत्यादि का इंतज़ाम कैसे करें ?  बेच देंगे । किसके पास इतनी फ़ुरसत है कि … Read more

प्रेम-विवाह – शुभ्रा बैनर्जी  : Moral stories in hindi

दादी,नानी और मां से यह कहावत सुनी थी कि इंसान पूरी दुनिया से जीत सकता है,पर अपनी औलाद से हार जाता है। ज़िंदगी भर घर-परिवार की जिम्मेदारी संभालते -संभालते कब ख़ुद की औलाद शादी लायक हो गई ,पता ही नहीं चला।शिखा की बेटी,मीनल अहमदाबाद में एम बी ए  कर रही थी।गुजराती ब्राह्मण परिवार से संबंध … Read more

बहू बहू है उसे बेटी जैसी क्यो बनाना – संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

” माफ़ करना मम्मीजी पता नही कैसे उठने मे देर हो गई !” नई बहू तान्या पल्लू संभालती हुई रसोई मे आई और सास सुलोचना जी से बोली। ” कोई बात नही बेटा इसमे माफ़ी वाली कौन सी बात है शादी कि रस्मो के कारण तुम थकी थी थोड़ा ज्यादा सो ली तो क्या फर्क … Read more

माँ दुख सहने की भी एक सीमा होती है…. – रश्मि प्रकाश : Moral stories in hindi

“सबकी लाइफ़ में कोई ना कोई दुख तो होता ही है पर इतना दुख…..माँ तुम क्यों अपनी ज़िन्दगी को दुखों का भंडार बनाती जा रही हो….जितना सुनोगी सहोगी… सब बस तुम्हें ही सुनाएँगे और तुम अकेले यूँ ही बैठ कर रोती रहोगी ।” राशि अपनी माँ को समझाते हुए बोल रही थी. “ सब समझती … Read more

मां की बरसी – पूजा शर्मा   : Moral stories in hindi

देखो मोहन बेटा! अब तुम भैया को अपने पास लेकर चले जाओ यहां गांव में अकेले कैसे रहेंगे?  भाभी के जाने के बाद बहुत खोये खोये से रहने लगे हैं। अब मेरे हाथ पैर भी कमजोर पड़ गए हैं बेटा  और तुम्हारी चाची की तबीयत भी ठीक नहीं रहती।अब मैं  और तुम्हारी चाची शहर में … Read more

किस्मत (भाग 2) – संगीता श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शाम को पवन के ऑफिस से आते ही शारदा देवी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा,”तुम्हारी तो किस्मत खुल गई बेटा! देख न , लक्ष्मी स्वयं चलकर तुम्हारे पास आई है। चहकते हुए बैग बेटे के सामने रख दिया और सारे वृतांत एक ही सांस में कह डाली।   कुछ देर … Read more

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