ढूंढती आंखें – संध्या त्रिपाठी : Moral stories in hindi

का हो जिज्जी…..आधी रात में बारात लगी का ….?? 8:00 बज गएल…. अभी तक इमली ना घुटाइल गएल…! कब बारात लगी… कब द्वार पूजा होई ….??  कौनो टाइम बा…की नाहीं…. गांव से आई देवरानी ने जेठानी महिमा से कहा… !    हां हां देवरानी जी …. बस अब चलते हैं इमली घुटाई की रस्म भी कर … Read more

रिश्ते मैं तकरार हो पर दरार ना हो – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

बर्षा तू अपने बेटे को समझा ले जब देखो तब मेरी बेटी को मारता रहता है किसी दिन मेरा हाथ उठ गया तो फिर तुझे बुरा लगेगा मीतू अपनी देवरानी से बोली । बर्षा बोली दीदी आपकी बेटी भी दिखने की सीधी है वो भी बराबर से लड़ लेती है आपके सामने भोली बन जाती … Read more

जहाँ प्यार है वहाँ तकरार है – रश्मि प्रकाश  : Moral stories in hindi

“ जी आप मिसेज़ सिंह बोल रही है… आपके पति का रोड एक्सीडेंट हो गया है ।” कहते हुए उस अनजान से नम्बर ने एक अस्पताल का पता बता रम्या से  जल्दी आने को कह कर फोन काट दिया । रम्या घबराते हुए पति को फ़ोन लगाने लगी पर ये क्या फोन लग ही नहीं … Read more

छोटी छोटी बातों पर – ऋतु गुप्ता   : Moral stories in hindi

मैं जल्दी-जल्दी बाजार का काम खत्म करके बस वापिस लौट ही  रही थी कि अचानक सामने वाली दुकान पर जाना पहचाना चेहरा नजर आया । ध्यान से देखा तो स्मृति थी।आज उसके चेहरे पर एक अलग ही निखार था। धानी रंग के सूट पर महरुम कलर का दुपट्टा उसके निखार पर और चार चांद लगा … Read more

दर्द का रिश्ता – विमला भंभाणी लखवाणी: Moral stories in hindi

“हैलो आंटी जी, मुझे माफ कीजियेगा| आप मंडे को मेरी ऑफिस में मुझ से मिलने आई थीं| उस वक्त मैं मीटींग में था| मैं जल्द ही आपसे रूबरू आकर मिलूँगा| बहुत बिज़ी था, इसलिए आपको बी बी एम भी नहीं कर पाया|” “आपका शुभ नाम?” “जी, मैं आकाश|” “आप कौन?” “जी, मैं तारा|” “तारा जी, … Read more

खरा सोना – प्राची अग्रवाल  : Moral stories in hindi

संध्या और उसके पति हेमंत दोनों ही प्राइवेट नौकरी करते। पहले केवल हेमंत एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था। घर गृहस्थी बढ़ जाने पर बच्चों की पढ़ाई लिखाई का अधिक खर्च होने के कारण संध्या भी काम पर जाने लगती है। मकान घर का है। इसलिए थोड़ी राहत सी महसूस होती। संध्या की सास … Read more

तेरे मेरे सपने -पूनम भटनागर  : Moral stories in hindi

आभा नीली साड़ी में खुले बालों के साथ तैयार होकर जाने के लिए आई तो नीलेश अपलक उसे देखता रहा , फिर उसका हाथ पकड़ कर बोला -आज तो बहुत सुंदर लग रही हो । आभा अपने चिर-परिचित अंदाज में हंसकर नीलेश के हृदय से लगा कर बोली, यह सब तुम्हारे प्यार का ही तो … Read more

सूझबूझ – बीना शर्मा  : Moral stories in hindi

‘मां! अब मैं यहां कभी नहीं आऊंगी। यदि भैया भाभी को मेरा आना इतना ही बुरा लगता है तो मैं सिर्फ तुमसे मिलकर ही चली जाया करूंगी।’ ‘क्यों? राखी बेटा! तुम ऐसा क्यों कह रही हो? मुझसे ऐसी क्या गलती हो गई जो तुम इतना नाराज हो रही हो?’ ‘नहीं मां! मैं तुमसे नाराज नहीं … Read more

मन का तकरार – आरती झा आद्या : Moral stories in hindi

यह तो बिल्कुल मेरे जीवन की ही कहानी है। पत्रिका में छपी एक कहानी पढ़ते पढ़ते नीना खो सी गई थी, शादी के तेईस साल बाद भी उसके पति भी तो इसी तरह हर बात में “दिक्कत है तो अपना रास्ता देख लो”, कहते हिचकते नहीं है और वो तनाव से भर उठती है और … Read more

प्यास लगने पर कुआं नहीं खोदा जाता – पूर्णिमा सोनी : Moral stories in hindi

कितना अच्छा लड़का मिल रहा है!.. मौसी ने बताया है .. कितनी अच्छी मां हैं लड़के की, कितने प्यार से बात कर रही थीं.. अच्छे से रखेंगी हमारी वर्तिका को….  भई हमें तो पसंद है यह रिश्ता पसंद है.. मैं तो कहती हूं जी, हमें फटाफट शादी की तैयारी करनी चाहिए.. लेकिन मां,मेरा मास्टर्स करने … Read more

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