ये इल्जाम भी गवारा है….! – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “ उस कागज के टुकड़े को बार-बार खोलकर बंद कर फिर हिम्मत कर विधि ने खोला।   विकास ने लिखा था  “विधि, हिम्मत करो और अपने सामान के साथ घर से बाहर निकल जाओ ।मैं स्टेशन पर तुम्हारा इंतजार कर रहा हूं। हम कहीं दूर चले चलेंगे और अपनी जिंदगी एक … Read more

वक्त से डरो – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” क्या मम्मी जी…जब देखो..कोई न कोई चीज़ आप तोड़ ही देती हैं।चुपचाप एक जगह क्यों नहीं बैठ जाती…।” अपनी सास को तीखे स्वर में कहती हुई तान्या ने फ़र्श पर गिरे काँच के टुकड़ों को साफ़ करने के लिये नौकर को आवाज़ दी।      निखिल भी उसी वक्त ऑफ़िस से … Read more

ये भेदभाव क्यो – संगीता अग्रवाल  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” नंदिनी …नंदिनी कहा हो तुम ?” रितेश घर मे घुसते ही चिल्लाया।  ” बेटा नंदिनी तो अभी तक आई नही और महारानी का फोन भी बंद आ रहा है !” रितेश की माताजी शांति जी मुंह बना कर बोली।  ” क्या आई नही !! पर बाहर तो बहुत बारिश … Read more

इल्ज़ाम, मम्मी सिखाती है मंजू ओमर- : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आजकल ये बातें आम हो गई है कि शादी के बाद लड़की ये कहती सुनी जाती है कि सास बेटे के कान भरती है बहू के खिलाफ बेटे को भड़काती है । क्या यह सच है क्या एक मां चाहती है कि घर में क्लेश हो,लड़ाई झगडे या मन मुटाव … Read more

हस्ताक्षर – सारिका चौरसिया : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : जिज्जी अम्माजी अब नहीं रहीं….हां!हां! हैं ना आपके छोटे भैया ! जी….जी,अरे वही कर रहे सब तैयारी….तब और कौन करेगा जिज्जी?,….आप तो सब जानती ही हो,, सारी जिम्मेदारियां इन्हीं पर तो रहती है। और अम्मा को ये प्यार भी तो कितना ज्यादा करते हैं। हम लोगों को भी तो उनसे … Read more

दर्द की अनुभूति – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : निलिमा जी के पति राजेश जी का निधन हुए १५ दिन हो गए थे।  कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले सभी मेहमान जा चुके थे।घर पर वे और उनके बेटा बहू रह गए थे। बेटे अनिल को भी आज से नौकरी पर जाना जरूरी है, वैसे ही राजेश बाबू की बिमारी … Read more

प्रेम जाल….. द हनी ट्रैप : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रिटायर्ड जज श्री सोमनाथ जी एक अनुशासित जीवनचर्या का पालन करते थे! किसी प्रकार का कोई दुख नहीं था, दो बेटा बेटी थे , दोनों अच्छी जगह पर सेटल थे,  5 वर्ष पूर्व उनकी पत्नी का देहांत हो चुका था! सोमनाथ जी कई सामाजिक  संस्थाओं से जुड़े हुए थे, तो … Read more

खडूस पति – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : प्रतिदिन की भांति उस दिन भी अनन्या शाम को झूले में बैठकर समीर के ऑफिस से आने का इंतजार कर रही थी… वो सोच रही थी रोज-रोज बस वही एक ही दिनचर्या , कभी-कभी जिंदगी में एक ही दिनचर्या से ऊब सी गई हूं ।           तभी अनन्या ने सोचा… आज … Read more

रिश्तों पर ऐसा इल्ज़ाम ना लगाओं….- रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “बाबूजी आज तो आपने हद ही कर दिया…आपकी ऐसी हरकतों की वजह से ही कुंती परेशान रहने लगी है…अरे वो तो आपकी बेटी जैसी है और आप…. आपने तो रिश्ते को ही अपमानित कर दिया..भला कोई पिता समान ससुर बहू के साथ… छिः छिः।”“ बेटे किशोर के मुँह से ऐसी … Read more

अनजाना डर – संगीता त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “माँ तुम अब बदल गई, पहले जैसी नहीं रही…!!”बेटी कली बोली जो भाई की शादी के बाद कुछ दिनों के लिये मायके आई थी…। कनक बेटी की बात सुन सोच में डूब गई, फिर बोली “तुम्हे ऐसा क्यों लगा “…।     “माँ, पहले जो हर गलत बात के लिये भिड़ जाती थी, … Read more

error: Content is Copyright protected !!