बेवजह का तनाव – लतिका श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

रवि आज भूख नहीं लगी तुझे  क्या कर रहा है चित्रा जी ने आवाज लगाई तो हंसते हुए रवि आ गया क्योंकि आज ठंडा वाला नाश्ता करना है मां ये लो स्पेशल आइसक्रीम लेकर आया हूं लार्ज कोन एक आपके लिए आपकी फेवरेट एक मेरे लिए ..!!

अरे वाह मैं तो सोचती ही रह गई आइसक्रीम खाने की और तू तो ले भी आया चित्रा खुश हो गई।

देखा मां आपके मन की बात जान लेता हूं मैं चहक उठा रवि तो चित्रा जी भी उसके साथ खिलखिला पड़ी हां मेरा बेटा बड़ा सयाना जो हो गया है…

रवि का रिजल्ट आने वाला है और इन दोनो को देखो हंसी ठिठोली सूझ रही है…प्रशांत जी उन दोनो को हंसते देख उबल पड़े।

कल रवि का रिजल्ट आयेगा क्या !! रोज तो कहता है कल आ जायेगा कल आ जायेगा पर आता ही नहीं हे भगवान पता नहीं क्या होगा इस लड़के का… प्रशांत जी ने अत्यधिक चिंता से अपनी पत्नी चित्रा की तरफ देखते हुए कहा तुम्हे तो कोई चिंता ही नही है कितने मजे से हंस रही हो मेरी बात सुनकर अरे ये इसका आखिरी चांस है फिर परीक्षा की उम्र खत्म हो जाएगी

हां मुझे पता है यह उसका आखिरी अटेम्प्ट है चित्रा ने उसी तरह मुस्कुटराते हुए कहा और प्रशांत जी की ब्लडप्रेशर की दवा ले आईं ।लीजिए आपकी  दवा का समय हो गया है खा लिजिए  पानी का ग्लास बढ़ाते हुए उन्होंने शांति से कहा तो प्रशांत जी भड़क गए।

मुझे नहीं खानी कोई दवा अवा रवि के रिजल्ट के बारे में सोच सोच कर मेरी जान निकली जा रही है मेरे बीपी बढ़ने का कारण भी यही है पिछले चार सालों से  पीएससी की परीक्षा दे रहा है बस देता ही जा रहा है कभी प्री पास कर लेता है कभी मेंस में फेल हो जाता है ।हे भगवान पता नही मेरी किस्मत में क्या लिखा है तूने। रिटायरमेंट के बाद दो वक्त की रोटी भी नसीब ना होगी … बोलते बोलते हांफने से लग गए थे।

पापा आप दवा खा लीजिए इतना तनाव लेना आपके लिए सही नहीं है ।नही होगा मेरा चयन तो नही होगा । आखिरी प्रयास करके भी देखने का संतोष तो रहेगा मुझे ।अब कोई और काम करने की तरफ ध्यान दे सकता हूं लीजिए आप पानी भी लीजिए पापा रिलैक्स करिए रवि ने शांति से पापा को पानी का गिलास थमाते हुए कहा तो प्रशांत जी ने चुपचाप दवा तो ले ली लेकिन   उनका तनाव ज्यों का त्यों ही रहा।

 

तनाव एक ऐसी मानसिक स्थिति होती है जब मन किसी भी बात या समस्या के बारे में सिर्फ नकारात्मक रूप से ही केंद्रित रहता है।

ये लड़का मेरा नाम डुबाएगा पापा आप चिंता मत कीजिए अरे पापा की इतनी ही फिक्र थी तो अभी तक कही ना कहीं चयन हो गया होता ।तुषार जी के दोनों लड़के कब के नौकरी में आ गए हैं बड़े भाग्यशाली है तुषार भी।एक मैं ही हूं अभागा ।एक ही लड़का भगवान ने दिया और वो भी ऐसा..!!

रवि मां की तरफ देखता वहां से गायब ही हो गया था।

चित्रा जी भी माहौल बदलने के लिए टीवी ऑन करती किचन में आ गई थीं।

ये टीवी बंद कर दो फालतू के समाचार देते रहते हैं इन्हीं से सीख लो  कैसे पैसे बनाते रहते हैं जिसको कमाई करनी रहती है हजारों तरीके हैं लेकिन जिसे कुछ करना ही नहीं बहाने ओढ़ के बैठ रहना है उसका क्या..!!कहते उठ कर उन्होंने टीवी भी ऑफ कर दिया और तख्त पर लेट गए।

 

पूरे घर में अजीब सा तनाव रेंगता हुआ आकर सर्वत्र पसर गया।

तनाव भी बड़े मजे की चीज होता है अचानक नही आता हम खुद ही प्रयास करके आमंत्रित करते है इसे ।तनाव तो प्रतीक्षारत रहता है अवसर की।हंसी खुशी तो इसे फूटी आंख नहीं सुहाती।बलपूर्वक यह व्यक्ति को अपना गुलाम बनाने की तलाश में रहता है ।

प्रशांत जी उसकी इस तलाश को सार्थक कर देते हैं दिल दिमाग के सभी द्वार खोल के इसका स्वागत करते हैं और दिल से लगा कर मगन हो जाते हैं बस तनाव में जैसे समाधिष्ठ से हो जाते हैं।फिर चित्र जी या रबी सरीखे लोग कितने भी कयास लगा ले उनकी समाधि भंग नहीं होती।

खुद भी तनावग्रस्त रहना और आसपास भी वही निर्मित करना।स्वाभाविक है जिस भाव में आप हैं वही भाव आप सामने वाले को आस पास वालों को देंगे ।

ये कोई पहल बार नही हो रहा था प्रशांत जी का स्वभाव सा बन गया था किसी न किसी बात को पकड़ कर तनाव पैदा करना । उस दिन तो एकदम छोटी सी बात पर तनाव हो गया उन्हें।शाम की वॉकिंग पर पुराने मित्र रमेश मिल गए देखते ही कहने लगे ama यार प्रशांत तुम तो बहुत ही दुबले और कमजोर हो गए हो टेस्ट करवाओ कुछ अंदरूनी बीमारी है लगता है।बस घर आते ही मुंह उतार कर लेट गए … मुझे तो हमेशा लगता था कि मुझे कोई गंभीर रोग हो गया है ।रवि और चित्रा जी भी तनाव में आ गए सारे काम छोड़ डॉक्टर्स से समय लिया गया सारे टेस्ट करवाए गए लेकिन उन्हें कुछ भी नही था ।

चित्रा जी अपने पति के स्वभाव से भलीभांति परिचित हैं यथासंभव वातावरण हल्का करने का खुशनुमा करने के प्रयास भी करती रहती हैं समझाती भी रहती हैं तनाव लेने से नई समस्याएं उत्पन्न होती हैं अपने मन को शांत रखिए हंसिए बोलिए परंतु प्रशांत जी पर कोई असर नहीं होता।रवि एक आत्मविश्वास से भरा सुलझा हुआ युवा है प्रयत्न करने और अवसरों का दोहन करना जानता है लेकिन अपने ही पिता का भरोसा जीतने में असफल हो जाता है।

तनावग्रस्त घर में अचानक मोबाइल बज उठा। चित्रा ने उठाया तुषार जी का था।हां हां भाईसाब रवि के पापा घर पर ही हैं आराम कर रहे थे इसीलिए मैंने उठा लिया ।अभी आपकी बात करवाती हूं कहती चित्रा ने मोबाइल प्रशांत जी को पकड़ा दिया।

हेलो प्रशांत  भाई रवि का रिजल्ट आ गया क्या!! मेरा बेटा तो बता रहा है रिजल्ट निकले एक घंटा हो गया इसीलिए तो मैने तुम्हे फोन किया है क्या रहा तुम्हारे साहबजादे का ..!!तुषार की बात सुनते ही प्रशांत जी मोबाइल छोड़ कर रवि के कमरे की तरफ दौड़ पड़े।

ए रवि तूने बताया क्यों नहीं रिजल्ट आ गया!! मुझसे ही छुपाता है अपने पिता से क्या सोचता है मुझे तेरे बारे में कौन बताएगा ।मेरे भी शुभचिंतक हैं जो मुझे आगाह करते रहते हैं।तुषार ने बताया तेरा रिजल्ट आ गया है मैं तो जानता था इस बार भी तेरा चयन नहीं होगा। जा अब कर ले कुछ और बहुत लंबा जीवन मिला है ना तुझे भी और मुझे भी….. रवि लैपटॉप छोड़कर झपटता हुआ पापा के पास आया क्योंकि उसने पापा को दरवाजे के पास ही जमीन पर गिरते हुए देख लिया था।

मां जल्दी आइए देखो पापा बेहोश हो गए हैं डॉक्टर के पास चलना पड़ेगा आप संभालो मैं गाड़ी निकालता हूं।

तेजी से डॉक्टर की क्लिनिक में पहुंच गए सब।

सीवियर हार्ट अटैक है शुक्र है आप समय पर इन्हें यहां ले आए डॉक्टर ने तुरंत आइसीयू में एडमिट करते हुए बताया तो चित्रा जी स्तब्ध रह गईं।दिमाग का तनाव दिल को ले डूबा।

दिमाग की भी अपनी क्षमता होती है जरूरत से ज्यादा वजन सहने की उसकी ताकत नहीं होती ।जब वजन कम ही नही हुआ बढ़ता ही गया बढ़ता ही गया तो दिल पर वजन का दबाव बढ़ गया उसकी भी अपनी क्षमता होती है..!!

पूरी रात आंखों में कट गई ।सुबह जब डॉक्टर ने हालत खतरे से बाहर बताई तब रवि मां के साथ पापा से मिलने आईसीयू में गया।

पापा आप ठीक तो हैं.. पापा को ऐसी स्थिति में देख पूछते ही उसका गला अवरुद्ध हो गया । चित्रा जी तो रोने ही लग गईं।एक ही रात में प्रशांत जी झटक गए थे।

हां बेटा आजा मेरे पास बैठ पत्नी और बेटे को देख प्रशांत जी को ऐसा लगा एक युग के बाद मिल रहे हैं।

ये हाथों में क्या छुपा रहा है दिखा मुझे बहुत धीमी आवाज में बोल उठे।

पापा ये मेरा रिजल्ट है मेरा सिलेक्शन हो गया है पापा मैं लैपटॉप से प्रिंट आउट निकालकर आपको दिखाने आ ही रहा था लेकिन….

क्या कह रहा है रवि क्या सचमुच तेरा चयन हो गया है कहीं तू मेरी तबियत के कारण झूठ तो नहीं बोल रहा है तुषार तो कह रहे थे ….. दिखा मुझे रिजल्ट दिखा प्रशांत जी अधीर हो उठे जैसे नया जीवन मिल गया हो।

देखा पापा अभी भी आपको मुझ पर भरोसा नहीं है वो तुषार अंकल जो भी कह देते हैं आप को यकीन हो जाता है रवि दुखी हो गया था।

कुछ कह नही पाए प्रशांत जी बेटे की बात पर।सही तो कह रहा था उनका बेटा ।तुषार जी की बातों पर भरोसा करते रहे और अपने ही पुत्र और पत्नी की बातो का तिरस्कार करते रहे अपना तनाव बढ़ाते रहे घर का तनाव बढ़ाते रहे ।नतीजा क्या हुआ इन सबका।आज वे हॉस्पिटल में है हार्ट अटैक के खतरे को झेल रहे हैं जो खुद उन्हीं के कारण आया।

देखा आज इतनी बड़ी खुशी का दिन था हमारा बेटा सेलेक्ट हुआ है लेकिन आपकी ये गंभीर स्थिति खुश होने नही दे रही है चित्रा सुबकते हुए कह उठी।

मुझे माफ कर दो तुम दोनों मैने हमेशा नकारात्मक बातें सोच कर बोल कर खुद को और घर को तनावग्रस्त बनाया ईश्वर ने मुझे उसकी सजा दे दी और सबक भी सीखा दिया ।देखना अब घर जाते ही शानदार पार्टी का आयोजन करूंगा उत्साह से छलक उठे थे प्रशांत।

हां पापा और तुषार अंकल को जरूर बुलाइएगा पार्टी में रवि ने हंसते हुए कहा तो प्रशांत जी थोड़ा सा झेंप भी गए लेकिन फिर बेटे के साथ हंसने लगे थे।

हे ईश्वर तेरा लाख लाख शुक्र है रवि के पापा की तबियत सुधर गई और आने वाली  जिंदगी  से तनाव का नाम निशान भी मिट गया चित्रा जी आंख मूंदे प्रार्थना कर उठीं थीं…!

लतिका श्रीवास्तव

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