दो बुजुर्गों का आशीर्वाद मिला – सुषमा यादव : Moral Stories in Hindi

शिवानी अपने पति, मां और सास के देहांत के बाद अपने पिता और श्वसुर जी को गांव से अपने साथ अपने कार्यस्थल एक शहर में लेकर आई। दोनों अकेले थे।उसके दो बेटियां थीं दोनों को पढ़ा लिखा कर बड़ा किया जो बड़ों के आशीर्वाद से आज उच्च पदों पर बाहर आसीन हैं। वह अकेले ही … Read more

मैं कैसे कन्यादान कर सकतीं हूं – सुषमा यादव  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : ये एक सत्य घटना है,जिसे दिल्ली के पंडित जी ने साकार किया था, अपने अकाट्य तर्कों से समझाते हुए। कृपया नकारात्मक टिप्पणी देकर ऐसे विद्वान पंडित का अपमान मत करिएगा। समय बदल रहा है, हमें कुप्रथाओं से उबरना ही होगा। हमें अपनी सोच बदलनी ही होगी।** आज साधना की बरसों … Read more

एक राज की बात – सुषमा यादव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : शिवानी की शादी बड़े धूम-धाम से उसी के ही गांव में हुई थी। शिवानी नौकरी करती थी,पर उसके पति राजेश अभी पढ़ाई कर रहे थे।दोनों अलग-अलग शहरों में रहते थे। सब कुछ बहुत ही बढ़िया चल रहा था। शिवानी की सास चाहती थी कि वो जल्दी से पोते को अपनी … Read more

 पुरुष‌ घर का काम नहीं करते – सुषमा यादव : Moral Stories in Hindi 

रजनी की नई नई शादी हुई थी। रजनी भी‌ नौकरी करती थी। उसके पति भी एक आफिसर थे। रजनी ने ससुराल में जाकर देखा कि सभी औरतें घर बाहर का काम करती हैं। पर पति और बाकी पुरुष केवल बाहरी काम करते।,घर के अंदर जब भोजन करना हो या सोना हो तभी आते। रजनी भी‌ … Read more

 घमंड तो रावण का भी नहीं चला था – सुषमा यादव

एक छोटे शहर में किरायेदारों के लिए दो, दो कमरों का मोहल्ला बसाया हुआ था। मकान मालिक बहुत अमीर थे, उन्होंने  कालोनी का नाम अपनी पत्नी के नाम से रखा था।रमा सदन। रमा जी बहुत ही कठोर, और कड़क मिजाज वाली घमंडी महिला थीं। उन्हें अपने तीन बेटों और दो बेटियों पर बहुत घमंड था। … Read more

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