करवाचौथ का व्रत – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शादी के बाद पहला करवाचौथ है आज समीरा का। मैं क्यों रहूंगी  व्रत!रहेंगे तो दोनों रहेंगे नहीं तो कोई नही रहेगा….समीरा एकदम दृढ़ थी अपनी बात पर ।शादी से पहले भी और शादी के बाद भी। मम्मी ये गलत बात है आप भूखी रहती हैं पापा के लिए पापा की … Read more

मेरी टाई – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : …अरे तुमने मेरी टाई कहां रख दी !! यहीं तो रखी थी मैंने अपने सूट के साथ !!प्रकाश जी ने बाथरूम से निकलते ही तैयार होने के लिए अपने कपड़ों की तरफ हाथ बढ़ाया टाई नदारद थी… जोर से पत्नी मीरा को आवाज दी। मैंने .. मैने नहीं उठाई आपकी … Read more

आत्म संतुष्टि – लतिका श्रीवास्तव

  “आज तो मम्मी आपको आटे का हलवा बना कर खिलाना ही पड़ेगा” बच्चे पीछे पड़ गए ,”आज आप बहुत खुश हैं”…. अवनि सच में आज बहुत ज्यादा प्रसन्न थी..होती भी क्यों ना सरकारी विद्यालय वो भी ट्राइबल गांव के विद्यालय ने जिले में मिसाल कायम कर दी थी… टॉप किया था उसके विद्यालय के एक … Read more

बेमिसाल मित्र –  लतिका श्रीवास्तव

   ….दोस्ती तो सुदामा और कृष्ण की थी ..अविनाश हमेशा अपने दोस्त अमित से कृष्ण सुदामा की दोस्ती की कहानी मनोयोग से सुनाते हुए कहा करता था…..बेमिसाल अनुपम और आत्मिक…..और सांसारिक स्वार्थो से परे…..हम दोनों की भी वैसी ही है….बहुत गर्व से कई बार कहा उसका ये वाक्य अमित के  दिमाग में कौंध रहा था….. ……………आज … Read more

मीठी – लतिका श्रीवास्तव   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi :  मीठी ए मीठी….सुधाकर लगातार आवाजे दिए जा रहा था हां हां आई ….आ रही हूं बाबा क्यों बुलाए जा रहे हो मीठी हाथों में बेसन लगाए ही आ गई क्या है बताओ जल्दी सुधाकर कड़ाही जल रही है …आकर सुधाकर के सामने खड़ी हो गई थी मीठी। बेसन वाले हाथों … Read more

कर्म की रेखा – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शहर के सबसे बड़े शिक्षण संस्थान का भूमि पूजन समारोह हो रहा था अविनाश पिछले दस दिनों से दिन रात इसके लिए जुटा था गुड्डी के साथ सभी बड़े कार्यालयो में भागदौड़ करके सारे कागज दस्तावेज भली भांति तैयार करवाए थे उसने …आजकल छोटी सी दुकान खोलना कितना कठिन है … Read more

कोशिशें बाकी हैं अभी…! – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “हेलो… हां बेटी कैसी है क्या खाना मिला आज हॉस्टल में ..!फिर नहीं खाया आज खाना बेटा ये तो गलत है ऐसे रोज रोज खाना नही खाओगी तो पढ़ाई कैसे कर पाओगी ….मीरा भाभी अपनी बेटी प्रीति से मोबाइल पर बात कर रही थी मम्मा एकदम गंदा खाना है यहां … Read more

तुमसे नहीं होगा..!!- लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : तुम बीच में बोलती ही क्यों हो जब तुम्हे इस बारे में कुछ पता ही नही है अपना काम करो जाओ जाकर चाय बना लाओ सबके लिए हम लोगो के काम में टांग ना अड़ाया करो तुमसे ना होगा ये हमारा काम है.. सुधीर की उपहास पूर्णआवाज से शांता का … Read more

लाल बॉर्डर की साड़ी – लतिका श्रीवास्तव

मेघना जी जड़ सी हो गई जब उनके पति शिशिर ने उन्हें देखते ही कहा,ये क्या पहन लिया तुमने!!ये रंग तुम पर सूट नहीं करता,इतने चटक रंग की साड़ी पहनने की तुम्हारी उम्र है क्या??जाओ मेहमानों के आने से पहले चेंज करके आओ!!और हां इस बार ध्यान रखना ……अरे अकल नहीं है तो पूछ लेना … Read more

असली ट्रॉफी!! – लतिका श्रीवास्तव  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : विनी प्रथम पुरस्कार की ट्रॉफी ले रही थी पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा था विनी के माता पिता को भी मंच पर आमंत्रित किया गया था फूलों के गुलदस्ते भेंट किए गए फोटोग्राफी भी हुई….गणेशोत्सव के आयोजन हो रहे थे रोज एक प्रतियोगिता होती थी आज समापन … Read more

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