एक घर मेरे नाम का – पूजा गीत  : hindi stories with moral

hindi stories with moral : आज निधि ने अपने सभी घरवालों और मित्रों को पार्टी के लिए आमंत्रित किया था। उसी की तैयारी में लगी हुई थी। पूरा घर जगमगा रहा था और साथ ही जगमगा रहा था बाहर लगा नेम प्लेट भी, जिसमें ऊपर लिखा था “शुचिज़ होम” और नीचे लिखा था “ज्ञान-निधि”। नियत … Read more

समाज सेवा – विभा गुप्ता: hindi stories with moral

hindi stories with moral :   ” माँ…मेरे आईएएस बनने की खुशी में मेरी सहेलियाँ मुझे किसी बड़े रेस्ट्रां में पार्टी देने के लिये कह रहीं हैं।मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है…क्या करुँ…पार्टी दूँ या मना कर दूँ….।” अपना हैंडबैग टेबल पर रखती हुई दीपा ने अपनी माँ से पूछा जो रसोई में बेटी के … Read more

किसी से ना कहिएगा – लतिका श्रीवास्तव: hindi stories with moral

hindi stories with moral : रमेश जी आप ही बताइए मैने ऐसा क्या  कहा जो मोहन जी मुझ पर बिगड़ने लग गए कल मैंने उनके बारे में सोसाइटी की मीटिंग में कोई बुराई नही की थी फिर भी वह ऐसा क्यों सोच रहे हैं !! हां हां मैं भी यही सोच रहा था राधेश्याम जी … Read more

घर अब घर लगता है – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ” क्या बात है नीलेश इतना उदास क्यो लग रहा है ?” अतुल जो नीलेश का सहकर्मी और दोस्त दोनो था उसकी सीट पर आ पूछने लगा। ” क्या बताऊं यार परेशान हो गया हूँ मैं अपनी जिंदगी से !” नीलेश दुखी स्वर मे बोला। ” अरे मेरे भाई अभी … Read more

नेम प्लेट – गीता वाधवानी : hindi stories with moral

hindi stories with moral : आज रमा के पर जमीन पर नहीं पड़ रहे थे। मानो वह उड़ती उड़ती सी फिर रही थी। बार-बार घर के बाहर जाकर  दरवाजे के पास वाली दीवार पर लगी हुई नेम प्लेट को अपने पल्लू से पोंछती और उसे देखकर खुश होती फिर मुस्कुराती और अंदर चली जाती। पिछले … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 5) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : इधर मीनाक्षी की आँखों मे नींद नही थी आज के घटनाक्रम से वो सहमी सी हुई थी । अपनी तरफ से इतने दिनों मे मीनाक्षी ने पूरी कोशिश की के केशव और उसके बीच मे उसके पिता का पैसा ना आये पर आज लगता है उस पैसे ने उनके रिश्ते … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 4) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ” देखिये कैलाश जी हम बच्चो के जन्मदाता है भाग्यविधाता नही हमने अपने बच्चो को लायक़ बना दिया । अब उन दोनो ने एक दूसरे को पसंद किया है तो कुछ सोच समझकर ही ना । रही अमीरी की बात मेरे बच्चो को उसकी लत नही है वो आज भी … Read more

आंखे चार  : hindi stories with moral

hindi stories with moral : रजनी बड़ी तेजी से सीढ़ियों पर चढी जा रही थी | सोच रही थी,आज आफिस में उसका पहला दिन था और कहीं आज ही देर न हो जाये |लिफ्ट उपर गया हुआ था और आफिस पहली मंजिल पर ही है, यह सोचकर रजनी फटाफट उपर आ गई |आफिस में वह … Read more

गुबार – अर्चना सक्सेना  : hindi stories with moral

hindi stories with moral :  दरवाजे की घंटी बजी तो सुरेंद्र ने दरवाजा खोला, सामने उनके घनिष्ठ मित्र श्यामसुंदर खड़े थे। श्यामसुंदर बहुत परेशान लग रहे थे। आँसू आँखों से निकलकर बहने को तैयार थे परंतु शायद वह उन्हें जबरन रोककर रखे थे क्योंकि समाज में धारणा है कि पुरुषों का रोना कमजोरी की निशानी … Read more

एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर – संध्या त्रिपाठी  : hindi stories with moral

hindi stories with moral :  शुभ्रा दीदी …एक बात पूछूं ..? सच-सच बताइएगा…. पहले वादा करिए …आप झूठ तो नहीं बोलेंगी ना…. अरे नहीं प्रभा …तू तो मेरी छोटी बहन है तुझसे क्यों झूठ बोलने लगी भला…. कपड़े समेटते हुए बड़ी सहजता से शुभ्रा ने जवाब दिया….            तो बताइए आपकी शादी ना करने के निर्णय … Read more

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