छलावा – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आकाश जैसे ही घर में घुसा उसे जोर जोर से बोलने की आवाज सुनाई दी। वह वहीं ठिठक कर सुनने लगा। अवनी माॅ को बुरी तरह से लताड़ रही थी और एक ही बात बार-बार दोहरा थी कि वह उन्हें इस घर में नहीं रहने देगी। वह उन के साथ … Read more

फर्ज –  हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : नीरज.. आज तुम फिर से यह गुलाब जामुन उठा ले आए! तुम्हें कितनी बार मना किया है .. चासनी वाली कोई भी चीज घर में मत लाया करो!  कितना ही तुम्हारा ध्यान रख लूं , फिर भी तुम ऐसी बचकाना हरकतें कर ही देते हो! अब एक काम करो इनको … Read more

किस्मत को मात – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : कहावत है कि वक्त से पहले एवम किस्मत से जादा जीवन में कुछ नहीं मिलता। किन्तु आशिष को अपने ऊपर कुछ ज्यादा ही भरोसा था। उसका मानना था कि यदि मेहनत से कोई भी काम किया जाये तो किस्मत भी साथ देती है। अपने इन्हीं विचारों के साथ आशिष ने … Read more

प्रारब्ध – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : पावँ लगे बाबू साहब,आप यहाँ?          बाबू साहब संबोधन सुन उन्होंने निगाह उठा कर देखा तो सामने वाला व्यक्ति सिल्क का कुर्ता और सफेद झक धोती पहने सामने खड़ा था,कोई रईस लग रहा था।मस्तिष्क में प्रश्न कौंधा यह व्यक्ति उसे इस कदर सम्मान क्यो दे रहा है?वैसे भी अब वो गुजरा … Read more

मेहनत रखती है ताकत, किस्मत बदलने की – रोनिता कुंडु    : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : मेम साहब..! कल मैं नहीं आऊंगी.. लक्ष्मी ने कहा… क्यों कल ना तो होली है ना तो दिवाली…. फिर छुट्टी किस बात की..? पूजा ने कहा.. लक्ष्मी: कल मेरी बेटी की परीक्षा है… वह 12वीं में है ना… वैसे तो हर रोज वह अपनी सहेलियों के साथ मिलकर एक ऑटो … Read more

शिकायत दूर हो गई – सुभद्रा प्रसाद   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : पूनम लपक कर बस में चढ़ गई और कंडक्टर द्वारा बताई गई सीट पर बैठ गई | उसका दिल अभी भी जोर- जोर से धडक रहा था |अगर यह बस न पकडाती तो, वह क्या करती ? उसे शाम की घटना याद आने लगी |           … Read more

शिकायत अपनों से – अनिला द्विवेदी तिवारी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अपूर्वा जी घर के बगीचे में तुलसी के पेड़ के पास, बैठे-बैठे गुनगुना रहीं थी,,, “शिकवा नहीं किसी से, किसी से गिला नहीं! नसीब में नहीं था जो हमको मिला नहीं…!” इस गाने के साथ ही उनकी आँखें और आवाज भरभरा आई। फिर अपने साड़ी के आँचल के एक छोर … Read more

मुझे जलन क्यों हो रही ….. – रश्मि प्रकाश  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज जब से वो कुरिअर गरिमा को मिला वो परेशान सी घर में चहलक़दमी कर रही थी…मुझे गार्गी से आज जलन क्यों हो रही है….. माँ पापा दोनों ने हम दोनों को हमेशा एक जैसा ही समझा…. जहाँ  हमने पसंद किया वहाँ ही शादी भी करवा दी पर आज क्यों … Read more

जलन- अयोध्या प्रसाद उपाध्याय  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : दमयंती के वैवाहिक जीवन के सात साल हो गये थे। अब तक कोई संतान नहीं हुई थी। मन मातृत्व सुख से वंचित होने के कारण उदास रहा करता था। किसी भी काम में मन नहीं लगता था। सदा संतान की चिंता से चिंतित रहा करती थी। दिनों-दिन उसका स्वास्थ्य खराब … Read more

रानी – संध्या त्रिपाठी   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आइए ना सासू माँ ….आप भी हमारे बीच बैठिए , हम सब देवरानी जेठानी और दीदी मिलकर खूब मजे ले रहे हैं अपने अपने पतियों की …स्वर्णा ने अपनी सासू माँ से कहा .. अरे तुम लोगों के बीच मैं क्या बैठूंगी , तुम सब आपस में गप्पे मारो सुभद्रा … Read more

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