कत्थई आंखों के ख्वाब – Short Story In Hindi
फिर वही ख्वाब…..मिताली अपनी ही डरावनी आवाज़ से जागकर बिस्तर पर उठ कर बैठ गई…… …..एक कमरा छोटा सा…. चारों तरफ से बिल्कुल बंद जिसका केवल एक ही छोटा सा दरवाजा है…..काफी नीची छत है …..एक भी रोशनदान नहीं है… घुप अंधेरा….. उसमें एक लड़की है उसका पूरा चेहरा अस्पष्ट सा है केवल उसकी कत्थई … Read more