मुझे विश्वास है – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : शौर्य और माही, बहुत सुंदर जोड़ी। नया नया विवाह हुआ था। पहले से दोनों 7 साल से एक दूसरे को जानते थे और अब विवाह के बंधन में बंध गए थे। आज दोनों की विवाह की रिसेप्शन पार्टी थी। माही सिल्वर गाउन में और शौर्य ग्रे कलर के कोट पेंट … Read more

पुरुष सदैव अपराधी नहीं होता – शफ़क रश्मि : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ये कहानी मेरे आस पास घटित हुई सच्ची घटना है। सदाकांत जी और उनका पुत्र अमित आज फिर उदास थे, क्योंकि उनके पास अदालत से सम्मन आया था जो किसी और ने नहीं बल्कि उनकी बहू रेवा ने भिजवाया था। सदाकांत जी बैठे बैठे अतीत में खो गए, उनका एक … Read more

एक और मौका- कविता झा’काव्य ‘अविका”: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : रात का अंधेरा बढ़ता जा रहा था रीतिका बार बार बालकनी में जाती और गली के दोनों तरफ अंतिम छोर  तक देखती फिर स्याह बादलों से घिरे आसमान की तरफ देखती।  रात के डेढ़ बज रहें हैं और रागिनी अभी तक घर नहीं आई। फोन भी उसका स्विच ऑफ आ … Read more

प्रेम पर इल्ज़ाम कैसे लगने दूं?? – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “मां,ओ मां!कहां हो तुम?”अर्घ की पुकार सुनकर मीना तेजी से रसोई से बाहर आई।”क्या हुआ ये?क्यों इतनी जोर से चिल्ला रहा है?उसने पूछा। “मां,पूजा का बोनस मिलेगा मुझे इस बार।माना कम मिलेगा औरों से, क्योंकि ज्वाइनिंग देर से हुई थी।मिलेगा तो कम से कम।”अर्घ बहुत खुश होते हुए बोला। मीना … Read more

इल्जाम अपनों का – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अंकिता और  उत्तरा दोनों देवरानी जेठानी थीं। उनमें बहुत बनती थी। इनका संयुक्त परिवार था। ससुर चार भाई थे। बड़े भाई की बहू अंकिता थी और दूसरे नंबर के भाई की बहू उत्तरा। उनमें  सगी बहनों के समान  अपार प्रेम था। उनके प्यार और स्नेह से  परिवार में कुछ लोग … Read more

सासू मां का असली रूप – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” तो ये है सासू मां का असली रूप……. और सामने से तो बड़ी प्यारी बनती है…. मोबाइल पर ऑडियो क्लिप सुनते हुए स्वरा ने मन ही मन बुदबुदाया…..!        वो पूरा सुन भी नहीं पाई थी कि सामने शिशिर को देखते ही हड़बड़ा कर मोबाइल बंद करना चाहा….. अरे ये … Read more

“माँ का दिल” – डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “  सुबह -सुबह चाय की प्याली लिए  मैं उपर के कमरे में गई तो देखा चाचीजी अपना सामान बाँध रही थीं। मुझे देखा तो थोड़ी ठिठक गईं। मैंने उन्हें चाय की प्याली पकड़ाते हुए कहा-” चाचीजी यह सुबह -सुबह क्या कर रही हैं। “ वह थोड़ी ठिठक गईं और बोली-” … Read more

ये इल्जाम भी गवारा है….! – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “ उस कागज के टुकड़े को बार-बार खोलकर बंद कर फिर हिम्मत कर विधि ने खोला।   विकास ने लिखा था  “विधि, हिम्मत करो और अपने सामान के साथ घर से बाहर निकल जाओ ।मैं स्टेशन पर तुम्हारा इंतजार कर रहा हूं। हम कहीं दूर चले चलेंगे और अपनी जिंदगी एक … Read more

वक्त से डरो – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ” क्या मम्मी जी…जब देखो..कोई न कोई चीज़ आप तोड़ ही देती हैं।चुपचाप एक जगह क्यों नहीं बैठ जाती…।” अपनी सास को तीखे स्वर में कहती हुई तान्या ने फ़र्श पर गिरे काँच के टुकड़ों को साफ़ करने के लिये नौकर को आवाज़ दी।      निखिल भी उसी वक्त ऑफ़िस से … Read more

बड़ा दिल – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : वीरेंद्र सिंह अपने ग्राम में सरपंच थे,लोकप्रिय,न्यायप्रिय और सबके दुःख सुख में काम आने वाले व्यक्ति रूप में उनकी ख्याति थी।पत्नी पार्वती सहित दो बेटे शिखर और कैलाश उनके परिवार में थे।दोनो बेटों को वीरेंद्र जी ने शहर में पढ़ने भेज दिया था।छुट्टियों में ही वे गावँ आते या फिर … Read more

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