दीवारों के मुंह भी होते हैं। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

“थोडा धीरे बोलो दीवारों के भी कान होते हैं, एक सेकेंड में बात इधर से उधर हो जायेगी, पहले काम पूरा हो जाएगा, हम तभी सबको बतायेंगे, रजनी ने अपने पति शोभित को समझाया। ये सुनकर शोभित हंसने लगा, अरे! ये सिर्फ मुहावरा हैं, भला दीवारे हमारी बाते कैसे सुनेंगी? मान लो उसने सुन भी … Read more

जब दो दोस्तों ने दिखाई अपने ही बच्चों को उनकी औकात – स्वाति जैन : Moral stories in hindi

अखिलेश जी अपनी दुकान बंद ही कर रहे थे कि उनकी नजर सर्दी में ठिठुरते उस व्यक्ति पर जा पड़ी , जिसके पास ना ओढ़ने को शाल थी और ना ही स्वेटर , और ठंड में ठिठूर रहा था !! अखिलेश जी दूर से उसे देखकर सोचने लगे कैसा आदमी हैं ?? इतनी ठंड में … Read more

छलका सब्र का प्याला – डॉ संगीता अग्रवाल: Moral stories in hindi

मोहित की लव मैरिज हुई थी प्रिया के साथ,संग ही काम करते थे,फिदा हो गया था मोहित प्रिया की खूबसूरती पर।थोड़ी नखरीली जरूर थी लेकिन मोहित को लगता था कि वो दिल की अच्छी है,जल्दी ही उनके घर में एडजस्ट हो जायेगी। घर में ले दे कर एक मां ही तो थीं मोहित के,और मोहित … Read more

नई सुबह – के कामेश्वरी : Moral stories in hindi

सुहास जोर ज़ोर से प्रियंका के ऊपर चिल्लाते हुए कह रहा था कि जा अपने बाप के पास जाकर पैसे लेकर आ नहीं तो इस घर में कदम नहीं रखना । सास सुवर्णा उसकी बातों को बढ़ावा दे रही थी और बहू की छोटी सी छोटी बात को बड़ा चढ़ाकर उसे बताते हुए आग में … Read more

यह नाटक नहीं है – रश्मि झा मिश्रा  : Moral stories in hindi

अभी कुछ ही महीने हुए थे आद्या को ससुराल आए… बढ़िया पढ़ा लिखा परिवार था… आद्या ने भी बढ़िया डिग्री ली हुई थी… सब कुछ में होशियार लड़की… पर पता नहीं क्यों… जब से ससुराल में आई थी… उसे लगता हर वक्त सासू मां उससे चिढ़ी रहती हैं… वह चाहे उन्हें खुश करने के कितने … Read more

बलिहारी – गीता वाधवानी : Moral stories in hindi

भावना तीन चार बार कमरे का दरवाजा खोलकर आंगनमें आई थी  और बार-बार गलीकी तरफ देख रही थी और यह बात नोटिस कर रही थी उसकी बातूनी लेकिन प्यारी पड़ोसन अंजू, उसका काम ही था नोटिस करना।  अंजू-“अरे भावना दीदी , क्यों इतनी बेचैन दिख रही हो, कब से अंदर-बाहर चक्कर लगाए जा रही हो, … Read more

कुंडली – शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi

पांच साल के बाद गीता आंटी को देखा था,करुणा ने।इस शहर में,इस अस्पताल में क्या कर रहीं हैं आंटी?वही हैं ना!क्या मैं गलती कर रही हूं?अपनी आंखों से चश्मा उतारकर साफ किया करुणा ने,दुबारा देखा। नहीं-नहीं,ये गीता आंटी ही हैं।दौड़कर मिलने जाना चाहा,पर कदम रोक लिए उसने।उन्हें दिया वचन कैसे तोड़ सकती थी वह?पलट कर … Read more

ममता में मिलावट नहीं होती – विभा गुप्ता  : Moral stories in hindi

      ” बस माँ…अब बंद करो अपना ये नाटक…जब देखो…।” कहते हुए विवेक ने दही की कटोरी नीचे फेंक दी और बेसिन का नल खोलकर अपने हाथ धोने लगा।देविका जी सकपका गई।कुछ गिरने की आवाज़ सुनकर वंदना किचन से बाहर आई…एक तरफ़ खड़ी अपनी सास को उसने देखा…फिर फ़र्श पर गिरी दही की कटोरी देखी तो  … Read more

अपमान – पूजा शर्मा  : Moral stories in hindi

अरे सोनिया। मैं सोच रही हूं अब तो तू भी दो-चार दिन के लिए मायके आई हुई है तेरे भाई शिवम की शादी का भी एक ही महीना बचा है कल चलकर चांदनी चौक से बहू की और शादी में लेने देने की साड़ियां खरीद लेते हैं बहू का जेवर भी उसी की पसंद का … Read more

शराब की पार्टी – नेकराम : Moral stories in hindi

सूरज सुरेश रमन तीनों दोस्तों ने अलग से समीर को पार्टी करने के लिए कहा था देख समीर तेरे जन्मदिन पर शराब की बोतले खुलेंगी जमकर डांस होगा सूरज के दो फ्लैट है एक फ्लैट खाली पड़ा है सूरज वही पार्टी की व्यवस्था कर देगा दोपहर 12:00 बजे पार्टी शुरू करेंगे शाम तक पार्टी चलेगी … Read more

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