शर्मिंदा – रश्मि श्रीवास्तव”शफ़क” : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज मनीष अपनी पत्नी गरिमा का चेहरा बहुत गौर से देख रहा था, जब कि वो एक हादसे का शिकार होकर अस्पताल के बेड पर थी। उस के चेहरे पर लगी चोटें आज मनीष को बहुत छोटा महसूस कर रही थी, जैसे पूछ रहीं हो कि अब तो तुमको समय … Read more

नसीहत – संध्या सिन्हा  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “माँ तुम्हारे खर्चे बढ़ते ही जा रहे है… कोई कंट्रोल नहीं है तुम्हारे खर्चे पर… तुम्हें ज़रा भी अंदाज़ा है कि.. कितनी मेहनत से हम पैसा कमाते है…तुम हो कि… हमने कोई धर्मशाला नहीं खोल रखी है जो…नित्य तुम्हारे रिश्तेदार मुँह उठाए चले आते है…अब पापा नहीं है.. ये घर … Read more

असली चेहरा – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज कांता जी के चेहरे की चमक देखते ही बनती थी, आखिरकार 2 साल बाद दोनों बेटे अपने परिवार के साथ दिवाली मनाने भारत आ रहे थे। बच्चे भी क्या करें विदेश में बसने के बाद में अपने देश बार-बार आना मुमकिन भी तो नहीं है। पूरे मोहल्ले भर को … Read more

गृहलक्ष्मी – त्रुपती देव  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : गृहिणी ही परिवार का   आत्मा हें l पुरे परिवार की माला  की सूत्रधार  हें l गृहिणी हैं तो संसार,हेंl अपनी तकलीफों का , पेटारा एक कोने में रख कर पूरे परिवार का  ध्यान रखती. ,अलग अलग भूमिका में अपना कर्तव्य निभाती  है !कोई त्यौहार छुट्टियों में भी नही करती … Read more

वापिसी – डॉ संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : हल्की गुलाबी सर्दी आ गई थी,अक्टूबर का महीना खत्म हो गया था,शिप्रा ने कस कर  अपने ऊपर शॉल लपेटा जब बाहर वॉक करते हुए एक ठंडी हवा का झोंका उसके सारे शरीर में सिहरन सी पैदा कर रहा था।उसे याद आया,राहुल यहां होता तो कभी उसे बिना गर्म कपड़ा लिए … Read more

लड़के वाले सीजन -3 (भाग – 17) : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : जैसा कि आप सबने अभी तक पढ़ा कि उमेश और शुभ्रा के घर धीरे धीरे रिश्तेदारों का आना शुरू हो चुका हैँ… भई शादी में दिन ही कितने बचे हैँ मात्र 6 दिन….. शुभ्रा और उमेश की नजदिकियां भी  बढ़ रही हैँ…. शन्नो बुआ आ चुकी हैँ… वो शुभ्रा को … Read more

बहू…. अब नहीं होगा… – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : जल्दी जल्दी नींद में बिस्तर पर छूट गयी पेशाब को मनोहर जी साफ करने में लगे थे कि कहीं बहू बेटा ना देख ले…. कल ही तो बहू काजल ने दूसरी चादर बिछायी थी…. कितना सुना रही थी उनके बेटे रवि मतलब अपने पति को कि अगर अबकि बार पापा … Read more

अंतर्मन की लक्ष्मी ( भाग – 5 ) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “बेटा, एक बात और, तेरी सासु माॅं को जब लगेगा कि तुम उनके आगे पीछे घूम रही हो तो वो तुम्हें शंका की नजर से दिखेंगी कि जब उन्हें कोई पसंद नहीं कर रहा तो तुम क्यों। आखिर तुम्हारा स्वार्थ क्या है, ये सब वो सोचेंगी। तब हो सकता है … Read more

मैं सिर्फ आपकी पत्नी नहीं किसी की बेटी भी हूँ – सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “आ गई महारानी ” बहू को घर में घुसते देखकर संध्या जोर से बोली |         माँ की आवाज सुन पवन कमरे से बाहर आया और  दीपा की ओर देखते हुए चिल्लाकर बोला -” कहाँ थी तुम? हम कबसे तुम्हारी राह देख रहे हैं | आफिस तो छ बजे बंद हो … Read more

आशा की किरण – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

पूरे जीवन काल में कठिन परिश्रम करने वाली, कभी नहीं थकने वाली, हमेशा हॅंसकर हर बाधाओं को पार करने वाली, पार्वती की  ऑंखों में, आज पहली बार ऑंसुओं का सैलाब उमड़ रहा था।उसे लग रहा था, कोई नहीं है जिसे वह अपना कह सके। भरी जवानी में पति का स्वर्गवास हो गया। बेटे चन्दू के … Read more

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