डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -88)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

अगले कुछ दिनों में नैना, शोभित और खुद कुसुम ने भागदौड़ कर सारी तैयारी पूरी कर ली। ज़ीशान के मतानुसार पहले कोर्ट में जा कर रजिस्ट्री मैरिज की कार्रवाई पूरी की गई। उसी दिन सांझ को लग्न था। जब राॅय बाबू की इच्छानुसार सादे समारोह में कुछ करीबी नाते – रिश्तेदारों एवं उसके घरवालों की … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -87)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

दूसरे पन्ने पर तीन दृश्य थे। उसने पन्ने पलटें करीब साठ पृष्ठों की कथा थी। करीब घंटे भर बाद … ” बेहद शक्तिशाली स्क्रिप्ट है  ” नैना ने पन्नों पर से नजर उठाई, ” दिल को मथने वाली,इसमें शब्दों के प्रयोग कम से कम और माध्यम का प्रभावी इस्तेमाल करना है “ शोभित और राॅय … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -86)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

“मुझे  लगता है, तुम दोनों मेरे पास खुद स्वार्थवश आए हो या फिर किसी के द्वारा अपना स्वार्थ साधने हेतु भेजे गये हो ? कारण जो भी हो इतना अवश्य है। यह हमारी भलाई के लिए ही हो रहा है। और मैं इसके लिए सदा तुम्हारा आभारी रहूंगा “ उन्होंने एक लंबी सांस ली… ” … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -85)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

वे गमगीन दिख रहे थे। जैसे खुद से प्रलाप कर रहे हों, ” कुसुम जरूर अपनी जवानी की रुमानियत, आइडियलिज्म, उस मुसलमान लड़के जीशान के साथ मुहब्बत या जो भी कुछ है। मुझसे झूठ बोल कर उससे मिलने जाती होगी “ “और शायद एक साथ एक ही जगह रही भी होगी । लेकिन मुझे इतना  … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -84)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

” क्या कहा आपने  राॅय बाबू ? उसे झूठ बोलना मैं ने सिखाया है  “ झटके से शोभित बोला। ” जिस तरह से तुम उसकी पैरवी कर रहे हो। मुझे लग रहा है यह सब तुम्हारी ट्रेनिंग का ही नतीजा है “ ” मुझे अफसोस है , आप मेरे बारे में ऐसा सोचते हैं ? … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -83)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

” हां, लेकिन  जितनी जल्दी हो उसके हाथ पीले कर दूं तो मन को सुकून मिले आज कल का जमाना  … “ आगे यह वाक्य शोभित ने पूरा किया …  ” बहुत खराब है यही ना ” आप जैसा प्रगतिशील व्यक्ति यह कह रहा है ? ” तुम गलत समझ रहे हो,  इस मामले में … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -82)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

बातें करते हुए दिन के तीन बज गए थे। ‘मिस्टर राॅय ‘ से मिलने का  समय तय कर के शोभित चलने को तैयार हो गया। … अगले दिन मिस्टर राॅय के बंगले पर शाम की चाय के इन्तजाम बहुत जोरों से किए जा रहे थे। कुसुम खुद के बनाए हुए केक पर सफेद और गुलाबी … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -81)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

एक और बात है नैना! उनकी एक जवान बेटी भी जिसका नाम ‘कुसुम’ है ,वो भी उनके साथ आई है। जब मैं कलकत्ते में राॅय साहब के साथ काम करता था उन दिनों कुसुम के साथ मेरी बहुत अच्छी दोस्ती थी। नाटक कंपनी की सारी बागडोर इस कुसुम के हाथों में ही है। एक तरह … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -80)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

अगले दिन … नैना… टैरेस के बागीचे में रखी कुर्सी पर बैठी अपने खुले बालों को ब्रश से सहला रही थी। सामने टेबल पर चाय का भरा मग कप रखा है। उसे बीच- बीच में घूंट भर कर चाय पीना अच्छा लगता है। आज शनिवार है। शोभित ने आने का वाएदा किया है। नैना उसके … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -79)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना ने एक लंबी सांस ली और उमड़ते आंसुओं को दबाने की व्यर्थ चेष्टा करते हुए — , “ठीक कहती हो मुन्नी ! इस समय मैं दुखी और दयनीय हो रही हूं। तुम्हारे दुःख का कारण तुम्हारी अनाथ अवस्था है, तुम्हारा अपना कहने को इस संसार में कोई नहीं है। यह तुम्हारे कष्ट का मुख्य … Read more

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