छाया – मुकुन्द लाल : Moral stories in hindi

   जाड़े की रात थी। चारों ओर अंधेरे का साम्राज्य था। चतुर्दिक नीरवता व्याप्त थी। कड़ाके की ठंड पड़ रही थी। बर्फ की तरह ठंडी हवा बह रही थी।    रात के दो बजे के आस-पास मेरी नींद टूट गई। कुछ देर तक मैं आंँखें बन्द करके लेटा रहा किन्तु नींद नहीं आई। तरह-तरह की बातें दिमाग … Read more

अपना काम – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral stories in hindi

उसके आने से घर में सन्नाटा सा छा गया।अम्मा ने उसे सिर से पाँव तक घूर कर देखा।   साँवला रंग, तीखे नाक-नक्श ,गाल पर मचलते बालों का लट, कानों में लटकन, छींटदार सलवार कुर्ता  …स्टाइल से ली गई  आडी़ तिरछी चुन्नी  ऊंची ऐडी़ की सस्ती चमकदार सैंडल… बात-बात पर खिलखिलाती धवल दंतपंक्तियां। सीधी सादी अम्मा … Read more

धिक्कार है ऐसे रिश्तों का – के कामेश्वरी   : Moral stories in hindi

सुजाता को बेटी वाणी ने अमेरिका से फ़ोन करके बताया था कि वह माँ बनने वाली है । सुजाता बहुत खुश हो गई थी कि वह नानी बनने वाली है । उसने ज़ोर से पुकारकर पति को भी बताया था कि आप नाना बनने वाले हैं ।  अब रोज सुबह शाम वाणी का फोन आता … Read more

जब आंख खुली तो… – डॉ  संगीता अग्रवाल  : Moral stories in hindi

खा ले बेटा खाना!राधा ने गुहार लगाई थी मोनू से जिसका आखिरी पेपर था आज और  वो गुस्से में फूल कर कुप्पा हुआ बैठा था कि कितने दिनों से कह रहा हूं कि दोस्तों के साथ घूमने पिकनिक पर जाना है तो रुपए चाहिए पर आप के कान पर जूं ही नहीं रेंगती। बेटा!तू समझता … Read more

धिक्कार – पूजा शर्मा  : Moral stories in hindi

न जाने क्यों शाम्भवी अब तक वैदिक के परिवार में सामंजस्य नहीं बैठा पा रही थी । शाम्भवी अपने माता-पिता की इकलौती लड़की थी उसने वैदिक से लव मैरिज की थी लेकिन वैदिक का संयुक्त परिवार था जिसमें उसके माता-पिता राजेश जी और सुनीता जी बड़ा भाई अंकुर, भाभी नैना और छोटी बहन निकिता जो … Read more

सर्विस वाली बहू सुहागन जैसी दिखती ही नहीं!- अमिता कुचया : Moral stories in hindi

रीना सर्विस करने वाली बहू है।वह एक कंपनी में बहुत बड़ी पोस्ट पर है।और उसे तो सजने संवरने का भी शौक नहीं है ,वह शादी से पहले भी सादगी से रहती थी। उसे ससुराल में ज्यादा रहने का मौका नहीं मिला ,क्योंकि घर से दूर दूसरे शहर में उसकी और उसके पति की नौकरी होने … Read more

जिसके थे उसके काम आ गए…रश्मि झा मिश्रा : Moral stories in hindi

एक तुम्हीं पर तो मुझे भरोसा था… तुमने भी मेरा भरोसा तोड़ दिया… ऐसा कैसे किया तुमने… धिक्कार है तुम्हें जीवा… धिक्कार है… धिक्कार है……!   जीवन उठ बैठा… स्वप्न में मां को इस तरह रोते हुए खुद को धिक्कारता देख उसकी आंखें भर आई… सच ही तो कह रही है अम्मा… मैंने काम ही ऐसा … Read more

धिक्कार है ऐसे बच्चों पर – मंजू ओमर : Moral stories in hindi

शैलजा और उनके पति उमेश जी धर्म-कर्म में बहुत विश्वास रखते थे ।दान धर्म करना, वृद्धाश्रम में बुजुर्गो की सेवा करना , असहाय कमजोर लोगों को भी भरसक मदद करते रहते थे। लोग बच्चों के जन्मदिन पर या अपने जन्मदिन या शादी के सालगिरह पर पार्टी करके लाखों रूपए उडा देते हैं , लेकिन उमेश … Read more

नारी जाति की सबसे बड़ी गाली – सुषमा यादव : Moral stories in hindi

शिवानी की शादी बड़े धूम-धाम से उसी के ही गांव में हुई थी। शिवानी नौकरी करती थी,पर उसके पति राजेश अभी पढ़ाई कर रहे थे।दोनों अलग-अलग शहरों में रहते थे। सब कुछ बहुत ही बढ़िया चल रहा था। शिवानी की सास चाहती थी कि वो जल्दी से पोते को अपनी गोद में खिलाये,। राजेश उनका … Read more

खोखले होते हुए वृक्ष – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral stories in hindi

रात के 11:00 बज रहे थे। टकटकी लगाए हुए माधवी जी अपने मोबाइल को घूरती जा रही थी…एक फोन का इंतजार में…!! भारत में जब मध्य रात्रि होती थी तब अमेरिका में सुबह। वह अपने बच्चों के लिए रात रात भर जाग कर दिन रात एक कर दीं थीं लेकिन बच्चे…!एक फोन तक नहीं कर … Read more

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