मेरे बीमार होने से किसी को फर्क नहीं पड़ता – मनीषा सिंह  : Moral stories in hindi

शैली —!  चल अब घर जाने का टाइम हो गया है‌‌——- क्या तू अब ओवर टाइम करेगी ! शैलजा की सहकर्मी श्रेया ने, शैलजा को  धीरे से कहा । शैलजा चाय की आखिरी घूट लेते हुए कहा “यार—- ओवर टाइम ही कर लूंगी” लेकिन अभी घर जाने का मूड नहीं है मेरा।  ” क्या हुआ … Read more

जैसी करनी वैसी भरनी –  विभा गुप्ता  : Moral stories in hindi

  ‘ स्मृति सदन’ का बड़ा हाॅल फूलों और रंग-बिरंगे बल्बों से जगमग कर रहा था।वहाँ आये मेहमानों का शोर इतना था कि सदन के बाहरी हिस्से में बनी एक छोटी-सी कोठरी के बिस्तर पर दर्द-से कराहती स्मृति जी के कानों में भी सुनाई दे रहा था।वे बुदबुदाने लगी, सभी मजे में नाच-गा रहें हैं लेकिन … Read more

अनोखा केस – स्वाती जैंन   : Moral stories in hindi

कर्नल रविंद्र सैनी दिल्ली की एक पॉश कॉलोनी में रहते हैं जहां पर उनका पांच कमरों का एक बंगला बना हुआ है बांग्ला तो पाँच कमरों का बना है लेकिन उस बंगले में रहने वाले अकेले कर्नल सैनी ही है घर में सारी सुख सुविधाएं हैं उन्हें कोई काम भी नहीं करना पड़ता है !! … Read more

फैसला – आशा किरण : Moral stories in hindi

कोरोना की दूसरी लहर में जब  बॉस गिरफ्त में आए तब किसी ने यह सोचा तक न था कि वह जिंदगी से जंग हार जाएंगे.  उनके इस अकस्मात निधन का असर यह रहा कि ऑफिस पर सदा के लिए ताला लग गया. तब से ही घर पर हूं मैं.  50 की उम्र में जहां लोग … Read more

सोच एक मां की – शिव कुमारी शुक्ला   : Moral stories in hindi

पारुल पढी लिखी, सुलझे विचारों की समझदार लड़की थी, खूबसूरत, सौम्य एवं सबसे घुल-मिल जाने वाली । उसकी शादी को पाँच बर्ष हो गए थे, एक छोटा  दो साल का बच्चा भी था। उसका पति M.R.  था सो काम के घंटे बहुत  थे । सुबह नौ बजे का निकला रात तक ही घर आता । … Read more

मैं बीमार हूं, मुझे आराम करना है – अर्चना खंडेलवाल   : Moral stories in hindi

“सुलभा जीजी क्या कर रही हो? कब से काम में लगी हुई हो, थोड़ा आराम क्यों नहीं कर लेती हो? जब से आई हूं यही देख रही हूं कि आप काम में ही लगी हुई हो, अपने आराम का खुद ही ध्यान रखना होता है, वरना ऐसे तो आप बीमार पड़ जाओगी, फिर घर कौन … Read more

देखो देखो मालती आई है – संध्या त्रिपाठी   : Moral stories in hindi

 बहू तुम मायके जा रही हो तो …वो लाल वाली साड़ी पहन लेना …. और हाँ अपने सोने के गहने भी लेते जाना ….पर मम्मी…. मैं तो वहीं की हूं…. सब मुझे जानते ही हैं….और सब को ये भी पता है…. कि मेरा ससुराल अच्छा है… फिर ये सब दिखाने की क्या जरूरत है…??  अरे … Read more

मेरी बुद्धि भ्रष्ट हो गई थी। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

“रजनी बहन,  गांव में पहुंचे हुए हकीम आये है, जो हर समस्या का इलाज बताते हैं, और उनके द्वारा बताए गये उपाय करने से सबके काम हो रहे हैं, हरीश भाई साहब की तबीयत इतनी खराब हो रही है, तो आप वहां जाकर ही इनका इलाज क्यों ना करवा लेती हो।” पड़ोस की बीना भाभी … Read more

मैंने क्यों तुम पर विश्वास किया। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

“रजनी बहन,  गांव में पहुंचे हुए हकीम आये है, जो हर समस्या का इलाज बताते हैं, और उनके द्वारा बताए गये उपाय करने से सबके काम हो रहे हैं, हरीश भाई साहब की तबीयत इतनी खराब हो रही है, तो आप वहां जाकर ही इनका इलाज क्यों ना करवा लेती हो।” पड़ोस की बीना भाभी … Read more

एक थी बुआ…. – हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

बुआ… बताओ ना मेरे लिए क्या लाई हो..? जल्दी बताओ.. मैंने आपसे जो बैट बॉल की बोला था वह लेकर आई हो..?  7 साल का रोहन बुआ के आते ही उनका बैग खोलकर उसमें अपने लिए कुछ ढूंढने  लगा! बुआ जब भी घर आती.. रोहन बुआ को देखकर ऐसे ही मचल जाता और अपनी फरमाइश … Read more

error: Content is Copyright protected !!