पढ़ी लिखी -डॉ संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

उमेश ने रुचि से  लव मैरिज की थी, दोनों साथ ही पढ़ते थे कॉलेज में,रुचि बहुत प्रतिभाशाली थी,हमेशा टॉप पर रहती,उमेश से आगे ही रहती हमेशा,दोनो की शुरू से दोस्ती थी और फिर वो प्यार में बदल गई। रुचि एक अमीर परिवार की   शहरी लड़की  थी,उसके पापा बड़े बिजनेसमैन थे,वो हालांकि उमेश से उसकी … Read more

रंग बदलती ज़िंदगी – स्नेह ज्योति: Moral Stories in Hindi

रूपा और पलक दोनों अच्छी दोस्त थी । जो भी कुछ करती एक दूसरे को बता के करती थी । कॉलेज में रूपा को एक लड़का पसंद था और पलक को भी इस बारे में सब पता था । लेकिन वो हमेशा रूपा को कहती थी , कि ऐसे रोज़ रोज़ मिलना ठीक नहीं है … Read more

पढ़ी लिखी गंवार -निशा जैन : Moral Stories in Hindi

पढ़ी लिखी गंवार ही हो क्या बिल्कुल….. तुम्हे पता नही खाना परोसने से पहले चख कर देख लेना चाहिए एक बार कि नमक है या नही, कम है या ज्यादा कितना बकवास खाना बनाया है तुमने आज पूर्वी…. खाने का एक कौर मुंह में रखते ही मोहित पूर्वी पर चिल्लाया। (पूर्वी आज शायद नमक डालना … Read more

रिहाई (भाग 5) – अंजू गुप्ता : Moral Stories in Hindi

देवप्रिया भी अब ज़िंदगी में आगे बढ़ चली थी । आज जब वह घर आई तो उसके पापा उसे एक पत्र पकड़ा कर अपने कमरे में चले गए । लिखावट देख कर ही वह पहचान गयी थी कि यह पत्र राजन ने लिखा है। लगभग दो वर्ष बाद राजन ने उससे सम्पर्क करने की कोशिश … Read more

रिहाई (भाग 4) – अंजू गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 राजन को मुंबई गए हफ्ते से ज्यादा हो गया था । इस बीच उसने खुद कोई फ़ोन भी न किया था । जब भी देवप्रिया ने फ़ोन किया , उसे लगा की राजन के मन में कोई कशमकश चल रही है । नई नौकरी और खुद को काबिल साबित करने की टेंशन थी या कोई … Read more

रिहाई (भाग 3) – अंजू गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 बेंगलूर जाने के बाद लगभग रोजाना ही दोनों में बातचीत हो जाती थी । अपने सुखद भविष्य की उम्मीद में राजन दिल लगा कर मेहनत कर रहा था। आज, छह महीने बाद वो उससे मिलने आने वाला था । देवप्रिया ने ऑफिस से छुट्टी ले ली थी ताकि वह अपना पूरा दिन राजन के साथ … Read more

रिहाई (भाग 2) – अंजू गुप्ता : Moral Stories in Hindi

देवप्रिया वैसे तो खुले दिल की थी पर राजन की एक कजिन का वक्त बेवक्त फ़ोन आना उसे हर बार खटकता था । उसने सुन रखा था कि दक्षिण भारतियों में कजिन से शादी हो सकती है, इसलिए उसने राजन से इसके बारे में पूछा भी । इस पर राजन ने हँसते  हुए बताया कि … Read more

रिहाई (भाग 1) – अंजू गुप्ता : Moral Stories in Hindi

आकाश में काले बादल घिर रहे थे और बिजली चमक रही थी, लगता था जैसे भयानक तूफान आने वाला है । पर उससे कहीं अधिक तेज़ तूफान देवप्रिया के भीतर चल रहा था ।” मैं गलत थी राजन कि मैंने तुमसे प्यार किया । तुमसे प्यार करना ही मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी भूल थी … Read more

एक प्यारी सी लव स्टोरी (भाग -13) – अनु माथुर : Moral Stories in Hindi

अब तक आपने पढ़ा…. राशि की शादी हो जाती है.. रोहित को ये पता चलता है कि ऋतिका चार जनवरी तक रुकने वाली है…. सुनीता जी मालती जी से जल्दी ही दिल्ली आने की बात करती है … अब आगे … मुकेश जी के यहाँ शादी में आये हुए कुछ मेहमान शादी के बाद दोपहर … Read more

रिश्तों का सम्मान – अनिला द्विवेदी तिवारी : Moral Stories in Hindi

नीता की जेठानी सुरभि, हमेशा अपनी देवरानी नीता को गंवार, गांव कहकर पुकारती थी। नीता , तीखे नैन नक्श वाली एक सुंदर, सुशील सी लड़की थी। हर घरेलू काम में दक्ष किंतु पढ़ाई उसने सिर्फ हाईस्कूल तक ही पूरी की थी। वहीं सुरभि साधारण नैन, नक्श वाली लड़की थी किंतु वह विदेश से अपनी पढ़ाई … Read more

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