प्रसाद – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi
सुनो जी… कोई बाहर खड़ा हैँ काफी देर से…. तो देखकर आओ तुम …. कौन है ?? देख नहीं रही मैं अखबार पढ़ रहा हूँ…. चश्मा ऊपर करते हुए कैलाश जी पत्नी श्री से बोले… घंटी तो बजा ही नहीं रहा…. तभी मैं गयी नहीं… कहीं चोरी करने की फेर में तो नहीं हैँ ये…. … Read more