घोंसला –   : Moral Stories in Hindi

“आखिर प्रॉब्लम क्या है तेरी सुनीता, इतना बड़ा घर, दौलत का ढेर, चार चार नौकर, आखिर एक लड़की को और क्या चाहिए शादी के बाद अपनी ज़िंदगी में..?” काफी अरसे के बाद मिली सुनीता की सहेली आशा ने सुनीता को उदास देखकर उससे सवाल किया। “आशा तू कह रही थी कि पिछले हफ़्ते तेरी बीमारी … Read more

“नेक दिल” बनने का प्रयास …! – सुनिता चौधरी : Moral Stories in Hindi

कभी-कभी हमारे जीवन में ऐसी चीजें घटित होती हैं जो हमें जीवन के प्रति एक नया नजरिया देती हैं। मैंने डॉक्टरी देर से की। शादी से पहले मेरे पास नर्सिंग की डिग्री थी लेकिन फीर डॉक्टर लड़के से शादी करने के बाद मुझे उसी हिसाब से आगे की पढ़ाई करनी पड़ी और फिर अपने अस्तित्व … Read more

माँ की सीख – कामनी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

टीना की माँ आखिरी सांसें गिन रही थी। सारा परिवार संग था, सबकी आंखों से आंसू निकल रहे थे। माँ कभी बड़ी बेटी को पास बुलाती कभी छोटी बेटी और बहु को। बड़ी बेटी और दामाद माँ के पास ही बैठे थे। माँ सबसे वादा ले रही थी कि मेरे जाने के बाद सब मिलकर … Read more

आशीर्वाद की कीमत – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

“सुप्रिया बेटा, वो एरिया सही नहीं है। उधर मत जाया करो।” सुभाष अपने मित्र और पड़ोसी कृष्णचंद्र की पीओ बेटी नंदनी से उनके घर में बैठे चाय पीते हुए चिंतित भाव से कह रहे थे। “अंकल आप काम से काम रखिए। मैं पढ़ी लिखी कमाई कर रही हूॅं, लोग तो मेरी जूती की नोक पर … Read more

पैसों से खुशियां नहीं खरीदी जा सकती – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

अंजलि… चलो यहां से, मैं नहीं चाहता सेठ दामोदर प्रसाद की इकलौती बेटी इन फटेहलो के यहां पर अपनी जिंदगी बर्बाद करें। मैंने तुमसे पहले भी कहा था की प्रणय तुम्हें वह सारी सुख सुविधा नहीं दे सकता जो तुम्हें अपने पापा के घर में मिली है और ऐसा कहकर दामोदर जी अपनी बेटी को … Read more

आशीष से गुलज़ार घरबार – सरोज माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

शांति देवी प्रातःक़ालीन पूजा अर्चना करके मंदिर से घर वापस आईं… तभी टेलीफोन की घण्टी बज उठी  हेलो! अरे दिव्या तू!… आज सुबह सुबह कैसे फोन किया?…माँ! तुमसे बहुत जरूरी बात करनी थी… “हाँ! बोल बेटा”.. माँ!… जैसा की तुमको पता हैं घर का काम पूरा हो गया है आज सुबह गृहप्रवेश का शुभ मुहूर्त … Read more

अंतर्मन की लक्ष्मी ( भाग – 28) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

“ये तुम क्या कह रही हो बेटा, ये सही नहीं है। घर के सारे लोग परेशान हो जाएंगे बेटा फिर कोयल और संभव भी यही हैं। अच्छा नहीं लगेगा ये सब।” विनया की बात सुनते ही लेटी हुई अंजना उठ कर बैठ गई। “इसमें बुराई क्या है माॅं। हम सब तो होंगे ही यहाॅं, कोई … Read more

आशीर्वाद की लाज..!! – लतिका श्रीवास्तव  : Moral Stories in Hindi

दादी आज मेरा फाइनल मैच है… सर पर कैप लगाए और हाथों में क्रिकेट का बेट लिए हुए शानू ने पैर छूते हुए कहा …जोरदार वाला आशीर्वाद  दीजिएगा दादी प्लीज इस बार ट्रॉफी लेकर आना है…” अरे बेटा दादी के आशीर्वाद से नहीं तेरे जोरदार खेलने से ही ट्रॉफी मिलेगी….सुधीर जी ने हंसते हुए कहा। … Read more

आशीर्वाद – कामिनी मिश्रा कनक : Moral Stories in Hindi

आज सुबह से ही पूरे गाऊँ को सजाने में लगे थे  , कोई इधर से सामान ला रहा है तो कोई उधर से , हो भी क्यू ना  यसोधरा जी कि एकलौति पोती कि जो शादी है ….. सारा सामान शहर से आया है  । यशोधरा जी  पैसे पानी कि तरह बहा रही थी  । … Read more

अपना घर छोड़ कर क्यों जाना…(भाग 2) – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : देखो गिरने की वजह से सिर पर चोट भी आ गई..पर उन्हें मेरी तकलीफ़ ना दिखी… फिर क्या मैं अपने कमरे में पड़ी थी कोई पूछने तक ना आया..इतना ज़लील करता है क्या कोई अपनी माँ को?” थोड़ा साँस चढ़ने लगा तो कहते हुए कजरी रूक गई  “मैं खुद ही … Read more

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