अपनों का साथ – संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

” विपिन आप आ गए ….क्या बात है इतने परेशान क्यो हो ?” पति के घर आते ही संध्या ने पूछा। ” कुछ नही बस ऐसे ही !” विपिन ने संध्या को टाल दिया और अनमना सा सोफे पर अधलेटा हो गया। विपिन व संध्या के दोनो बच्चे आठ साल का रोहान और दस साल … Read more

धिक्कार है ऐसे रिश्तों पर –  हेमलता गुप्ता: Moral stories in hindi

रवि, उसके बड़े भाई विजय और विजय की पत्नी सुरभि तीनों का छोटा सा और सुंदर परिवार था! रवि और विजय के माता-पिता का देहावसान हो चुका था, सुरभि रवि को अपने बेटे जैसे ही प्यार करती थी, और इन इन दिनों  घर में रवि की नौकरी लगते ही शादी की तैयारी शुरू होने लगी … Read more

धिक्कार !! – स्वाति जैन : Moral stories in hindi

क्या दादाजी नहीं रहे ?? यह सुनकर मिहिर के हाथ से फोन बेड़ पर गिर गया !! भारत से आए इस कॉल ने मिहिर को हिला कर रख दिया !! बहुत प्यार करता था मिहिर अपने दादाजी से !! मिहिर जब अपनी पढ़ाई के लिए विदेश आने वाला था उसके एक महिने पहले ही मिहिर … Read more

औकात मां-बाप से होती है – शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi

मिली आज सुबह से ही जिद कर रही थी कि दादू और दादी को भी जाना होगा,उसका रिजल्ट लेने।सुमित को पता था कि सुषमा(मिली की मां)कभी नहीं मानेगी।पिछले तीन सालों से मिली ज़िद करती रहती और बाबूजी और मां कोई ना कोई बहाना बनाकर टाल देते। आज मिली की जिद पर सुमित ने सुबह ही … Read more

ये कैसी सोच? – डॉ संगीता अग्रवाल : Moral stories in hindi

बधाई हो मिसेज गुप्ता!शालिनी ने बराबर वाले फ्लैट वाली अपनी पड़ोसन रेखा गुप्ता को मुबारकबाद देते कहा। बहुत धन्यवाद जी!मिसेज गुप्ता मुस्कराते हुए बोली। आइए!एक प्याला चाय तो पीते जाइए।मुंह भी मीठा कीजिए,आप तो फंक्शन में आ ही नहीं पाई। जी…जरूर…आपने तो मेरे मुंह की बात छीन ली,मेरा भी दिल था कि आपसे बातचीत करूं, … Read more

माँ तो माँ ही होती है बेटा या बेटी की नहीं – संध्या त्रिपाठी : Moral stories in hindi

 शादी की शॉपिंग हो गई दीदी….. वर्तिका (देवरानी) ने अहिल्या (जेठानी) से पूछा…..! पहले तो ये बताइए आपने अपने लिए कैसी साड़ी ली है….?? लड़के की शादी है इस बार तो हमें भी आपके तरफ से महंगी और सुंदर साड़ी चाहिए …..बहू के घर से आएगी… वो अलग…. पूरे हक और अपनेपन से वर्तिका ने … Read more

औकात – मनीषा सिंह : Moral stories in hindi

“मां _! मुंह मीठा कीजिए ।पैर छूकर शैलेश मिठाई अपनी मां के मुंह में डालते बोला  “बता तो सही की किस खुशी में मिठाई खिलाई जा रही है!   मालती जी बेटे के सर पर हाथ रखते बोली  “मां आज फाइनली मैं लेक्चरर के लिए सेलेक्ट हो गया   कई सालों से मेरी कोशिश थी इस जॉब … Read more

सदा सुहागन – गीता वाधवानी  : Moral stories in hindi

short story in hindi

दो वर्षों से बीमार लकवा ग्रस्त पति गोवर्धन दास की दवाई खाकर अभी-अभीआंख लगी थी। भारती देवीने उन्हें सोता हुआ देख कर चैन की सांस खुदभी आराम कुर्सी पर निढाल होकर पसर गई। आखिर उनकी भी तो उमर हो चलीथी।      जब इस घर में ब्याह कर आई थी, मात्र 18 वर्ष की तो थी। तब … Read more

कपड़े बदलने पड़ेंगे – करुणा मलिक : Moral stories in hindi

रीमा , चलो बाज़ार घूम आते हैं, सब्ज़ी भी ले आएँगे और इस बहाने मन भी बहल जाएगा । हाँ, आप चले जाइए । मैं तो कहती हूँ कि मंडी चले जाओ । ताज़ी और सस्ती सब्ज़ियाँ तो वहीं मिलती हैं ।  तुम चलो , जो चाहिए, ख़रीद लेना….. ना मैं नहीं । मुझे तो … Read more

नसीहत – बीना शर्मा  : Moral stories in hindi

घर में  अपनी पत्नी अर्चना और बेटी पल्लवी को गले मिलते देखकर अविनाश ने सुकून की सांस ली थी पिछले काफी दिनों से उसकी बेटी पल्लवी की जिद की वजह से उसके घर का वातावरण बेहद दुखदाई हो गया था पल्लवी के कहते ही उसकी हर मांग पूरी करने वाली अर्चना ने जब एक दिन … Read more

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