बहू का तिरस्कार – वीणा सिंह  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : तड़ाक! की आवाज से रसोई घर गूंज उठा. अपने समान समेट और अपने बाप के घर जाने की तैयारी कर निर्लज्ज औरत! गाल सहलाती आंखों से आंसू बहाती मुन्नी सहमी सी नजरें जमीन में गड़ाए खड़ी थी! मां जी की बड़ बड़ चालू थी.. नीच खानदान से आई है तेरे … Read more

यह तुम्हारे बाप का घर नहीं है – बीना शर्मा : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : जयप्रकाश अपनी बेटी मेघा को उसके विवाह में देने के लिए सामान की लिस्ट बना रहे थे। जब उन्होंने सामान की लिस्ट बनाकर मेघा को दिखाई तो मेघा बोली ‘पापा इस लिस्ट में मेरा घर तो है ही नहीं।”मेघा की बात सुनकर उसके पापा बोले ‘तू पागल हो गई है … Read more

बस थोड़ा सा प्यार, विश्वास और सहयोग – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ‘पलाश बेटा! तुम खड़ी और गेरू लाए या नहीं, बहू की इस घर में पहली दीपावली है, उसे घर की देहरी सजाना है। वह घर की लक्ष्मी है और यह कार्य गृहलक्ष्मी का ही है।’ सुहासिनी जी ने अपने बेटे पलाश से कहा। सुहासिनी जी का स्वास्थ बहुत खराब हो गया … Read more

शर्मिंदा – के कामेश्वरी  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अमेरिका में रहने वाला राजीव अपने दोस्तों से मिलने के लिए प्रशांत के बुलाने पर उनके घर पहुँचा । सब राजीव को देखते ही हँसते हुए उसकीटाँग खींचने लगे कि स्वागत है राजीव जी आज बीबी ने परमिशन देदिया है वाह क्या बात है । राजीव अकेला ही है जो … Read more

खुद पर भरोसा कर के तो देखो – रश्मि प्रकाश   : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज रति बहुत शर्मिंदगी महसूस कर रही थी.. सोचा ही नहीं था ये बच्चे भी कभी अपनी माँ को यूँ शर्मिंदा कर सकते हैं। “बहुत हो गया पति और बच्चों पर आत्मनिर्भरता अब खुद ही करना होगा…।” सोचते सोचते रति कुछ पल पहले की बात सोच कर परेशान हो उठी … Read more

डूब मरना : Top 10 stories in hindi

पल्लू  – डॉ.पारुल अग्रवाल आज समर्थ की बड़ी बुआ को घर पर आना था। समर्थ की शादी के समय बुआजी किसी कारणवश नहीं आ पाई थी,इसलिए वो आज समर्थ की नववधू अवंतिका से मिलने आ रही थी। समर्थ के पिताजी को बुआजी ने ही पालपोस कर बड़ा किया था। वो थोड़ा पुराने विचारों की थी। … Read more

फर्ज – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : विकास और मीता की शादी को अभी दो ही वर्ष हुए थे ।हंसी खुशी जीवन बीत रहा था। कभी कभी विकास का पुरुषोचित अहम मीता को विचलीत कर देता। उसे उसकी सोच पर खेद होता। किन्तु वह एक पढ़ी लिखी समझदार लड़की थी सुलझे विचारों वाली, सहज साधारण, आडम्बरों से … Read more

नातों की समझ – लतिका श्रीवास्तव  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : किसना ओ बेटा किसना सुन तो इधर आ तो जरा….रात के बारह बज रहे थे बाबूजी की कराहती आवाज सुन पास ही लेता किसना हड़बड़ा के उठ बैठा हां बाऊजी मैं यही हूं आपके पास पानी पीना है क्या..!!पास रखी मिट्टी की  सुराही से पानी निकालने के लिए वो तत्पर … Read more

और पंछी उड़ गया – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : सुनो माधवी, बुरी खबर है, बाबूजी नही रहे।हमे गावँ चलना है,मुन्ना को दूध आदि पिला देना,वहाँ दिक्कत आयेगी।       क्या,बाबू जी हमे छोड़ कर चले गये,ओह।कह माधवी अपना सर पकड़ वही बैठ गयी।       रामगोपाल जी अपने कस्बे में मध्यम श्रेणी के कारोबारी थे,उनके दो ही बेटे थे,नरेश और महेश।नरेश कुशाग्र बुद्धि … Read more

“पीर पराई”- कविता भड़ाना : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : “मैं सिर्फ़ आपकी पत्नी ही नहीं, बल्कि एक बेटी भी हूं” आंखों से बह रहे आंसुओ को पोंछते हुए स्वाति ने अपने पति राघव से तेज आवाज में कहा तो राघव ने एक तेज झन्नाटेदार थप्पड़ स्वाति को दे मारा जिससे वह लड़खड़ाती हुई पास रखी मेज़ से टकरा गई … Read more

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