अपना घर स्वर्ग – ऋतु गुप्ता: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : आज दोनों बुजुर्ग दम्पत्ति लखमीचंद जी और उनकी पत्नी पुष्पा जी झूले पर बैठे अपने घर के आंगन में अपने स्वर्ग जैसे घर का आनंद ले रहे थे। तभी लख्मी चंद जी की आंखों के सामने तीन वर्ष पहले का एक दृश्य सचित्र घूम गया, जब उन्होंने अपने बेटे से … Read more

परख – माता प्रसाद दुबे : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : गीता रोज की तरह आज भी अविनाश का इंतजार कर रही थी..उसकी और अविनाश की नजदीकियां हुए एक वर्ष बीत चुका था..शायद ही कोई ऐसा दिन बीता हो जिस दिन वह एक दूसरे से ना मिलते हो,अविनाश शाम को अपने आफिस से निकलने के बाद गीता से मिलने के बाद … Read more

पहचान -बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : शादी के पांच वर्ष ही तो हुए थे,नन्हे से अंकुर की शरारते और कुछ कुछ तोतले पन के बोल से दोनो सरला और दिनेश प्रफुल्लित होते रहते।लगता अब और क्या चाहिये जीवन में।दिनेश की प्राइवेट कंपनी में अच्छी भली जॉब थी,इन पांच वर्षों में उन्होंने एक छोटा सा आशियाना भी … Read more

जब मैंने कोई गलती नहीं की है तो बर्दाश्त क्यों करूँ – कामिनी मिश्रा कनक: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : अरे जीजी ये तस्वीर किसकी है , और ये यहाँ पर क्यू  है , ये कोई तस्वीर रखने कि जगह है , मोनिका किचन में शेल्फ को खोलते हुए ……. क्या ये आप है ………?? उस तस्वीर को छुटकि उसी शेल्फ में रख दो ….. वो किसी काम का नहीं … Read more

जब मैंने कोई गलती नहीं की है तो बर्दाश्त क्यों करूँ – के कामेश्वरी: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : श्रीजा जब दसवीं में स्टेट फस्ट आई तो घर में माता-पिता उतना ख़ुश नहीं हुए जितना कि स्कूल और बाहर के लोग खुश हुए थे ।  उनकी भी गलती नहीं है एक तो ग़रीबी दूसरी उनकी तीन बेटियाँ थीं । उनकी शादियाँ कराना है तो पहले श्रीजा को पार लगाना … Read more

कैसा ये इश्क है ( भाग – 7) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : वक़्त बीतता गया पर केशव को नौकरी नही मिली कही मिलती भी तो सैलरी कम होने के कारण केशव इंकार कर देता। हर दिन के साथ केशव का व्यवहार मीनाक्षी के प्रति खराब होता जा रहा था । मीनाक्षी केशव से प्यार करती महज इसलिए वो सब कुछ ठीक करने … Read more

परिवर्तन की लहर – पुष्पा जोशी : hindi stories with moral

hindi stories with moral : आज पॉंच दिन हो गए थे। घर में तनाव का माहौल चल रहा था। कोई किसी से बात नहीं कर रहा था। कोई किसी से कुछ बोलता तो भी बिल्कुल संक्षिप्त में। देवेंद्र बाबू के परिवार में कुल सात सदस्य थे। वे उनकी पत्नी सुशीला। राघव और मीरा उनके बड़े … Read more

अंतर्मन की लक्ष्मी ( भाग – 20) – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

“माॅं मैं कुछ दिनों के लिए मम्मी के पास जाना चाहती हूॅं।” रात में डिनर के समय विनया अंजना से कहती है। अब विनया लंच और डिनर जबरदस्ती ही सही अंजना के साथ ही करती है और धीरे धीरे संपदा भी दोनों का साथ देने लगी थी।  “मनीष से पूछ लेना।” अंजना संक्षिप्त उत्तर देकर … Read more

घर – मीनाक्षी सिंह : hindi stories with moral

hindi stories with moral : रजनी क्या यार… कई दिनों से देख रहा हूँ तुम्हारी हरकतें …. लगा शायद तुम खुद ही समझ ज़ाओगी… इसलिये कुछ नहीं बोला…. झुँझलता हुआ रजनी का पति साकेत बोला…. क्यूँ ऐसा क्या मैने कर दिया जो तुम मुझ पर शादी के चार साल बाद इतना गुस्सा हो रहे हो?? … Read more

सहनशक्ति – ऋतु गुप्ता : hindi stories with moral

hindi stories with moral : निर्मला जी आज अपनी कोठी में जीवन की संध्या में नितांत अकेला जीवन व्यतीत कर रही थी ।आराम कुर्सी पर बैठी वह याद कर रही थी जिंदगी के उन पन्नों को जिसमें जिंदगी ने उन्हें बहुत कुछ दिया, आदर, सत्कार, पैसा रुतबा सब, पर उन्होंने अपने कर्कश व्यवहार के कारण … Read more

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