• infobetiyan@gmail.com
  • +91 8130721728

एक प्रयास…. – प्रीति सक्सेना

 छोटे मोटे काम से बाजार जाते समय देखती एक बुजुर्ग पार्क की दीवार के सहारे बैठे आने जाने वालों को देखते रहते…. कुछ दिन तक तो नजरंदाज किया, एक दिन बुलाकर पूछ ही लिया!!

” कौन हो भईया… यहां कैसे? “

” बहनजी, मैं भोला.. माली का काम करता था, अब उमर हो गई, ज्यादा मेहनत नहीं कर पाता, इसलिए कोई काम देता नहीं ” !

मैंने कुछ सोचा और सामने अपना घर दिखाकर कल आने के लिए कहा !! दूसरे दिन वो हाज़िर थे!!

” भैया.. आप छोटी छोटी पौध लगाओ मेरे बगीचे में.. फिर मैं आगे का काम बताऊंगी “

वो खुश होकर अपने घर से विभिन्न फूलों और सब्जियों के बीज ले आए और मेरे घर के पीछे खाली पड़ी जमीनों में पौध तैयार करने का काम शुरु कर दिया!!

कुछ ही दिनों में उनके कुशल हाथों का जादू और मेहनत का फल सामने आ गया, छोटे छोटे पौधे लहलहाने लगे!! खुशी के कारण मेरे साथ भोला भैया भी भावुक हो गये!!

” बहनजी! अब इन पौधों का क्या करें?”

” एक मिनिट रुको! मैं बताती हूं.. क्या करना है.. मैंने फटाफट अपने सभी वॉट्सएप ग्रुप्स में पौधों की फोटो डाली और पूछा, किसे इन पौधों की जरूरत है” सोच विचारकर उनकी कीमत भी निश्चित कर दी, थोड़ी देर में ही काफ़ी लोगों ने मांग कर दी पौधों की!!

जब भोला भैया को बताया तो उनकी आंखे खुशी और भावुकता से छलक उठीं!!

फटाफट उनकी साइकिल में पौधे रखवाए और जरूरतमंदों के घर पौधे देने और लगाकर आने को कहा… और हां जाते जाते भोला भैया का एक फोटो भी ले लिया!!

  अब भोला भैया अपने परिवार को थोड़ा बहुत आर्थिक सहयोग भी कर पायेंगे,  वो अपने बच्चों पर आश्रित भी  नहीं रहेंगे!!

    एक छोटा सा साथ किसी के जीवन की दिशा को बदल सकता है, निस्वार्थ रुप से दिया हुआ सहयोग..एक पुण्य और परमानंद का स्त्रोत बन

हमें भी आत्मिक शांति और सद्भाव का आभास करा देता है!!

हमारा छोटा सा सहयोग, एक अशक्त, निर्धन, लाचार, बुजुर्ग के जीवन को परिवर्तित कर गया!!

प्रीति सक्सेना

इंदौर

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!