ये तो मेरा फ़र्ज़ था – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : विनीता सरकारी ऑफिस में नौकरी करती थी । यह नौकरी उसे पति के मरने के बाद मिली थी । वे बहुत ही छोटी सी उम्र में ही उसे और रतन को छोड़कर चले गए थे । उसने अपने बेटे को पढ़ा लिखाकर अमेरिका भेजा यह उसकी ही मर्ज़ी थी । … Read more

कन्यादान – आरती झा”आद्या” : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ठकुराइन सरस्वती देवी हवेली में प्रसव पीड़ा से कराह रही थी। ठाकुर बलदेव सिंह के इशारे पर स्त्री चिकित्सक विभा रानी को हवेली में ही बुलवा लिया गया था। विभा रानी पूरे लाव लश्कर के साथ हवेली में उपस्थित गईं। विवाह के चौदह साल के बाद हवेली में किलकारी गूंजने … Read more

बस इतना ही तो चाहिए…!! – लतिका श्रीवास्तव: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अरे अम्मा जी भी हैं क्या आशी जी आपने बताया नहीं ..तो फिर कल शाम को आप अम्माजी को लेकर आइयेगा हमने घर पर कान्हा के जन्मदिन का उत्सव रखा है अम्माजी का आशीर्वाद भी हमें मिल जायेगा….रीमा बहुत विनम्रता और आदर से हाथ जोड़ कर निमंत्रित कर रही थी … Read more

खानदान की इज्जत – संगीता त्रिपाठी : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : रति ने अपना प्लानिंग शीट रवि के सामने रख दिया। खाना खाते रवि का हाथ लेटर देख रुक गया। प्रश्नवाचक दृष्टि से देखते बोला -अचानक ये अलग कोचिंग खोलने का फैसला क्यों..? तुम्हे क्या पैसों की कमी है, बोलो…. अब तुम ये सब करके क्या बताना चाहती हो लोगों को, … Read more

बेवफाई- एक दंश – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : सुनो! तुम्हारा ये माया नाम मुझ पर जादू सा कर देता है। तुम्हारी ये हंसी तुम्हारे गालों में पड़ते गड्ढे और ये कंचन काया सच कहूं ! तो तुम्हारे आगे मुझे कुछ दिखता ही नहीं ऐसा कह कर अविनाश उसे अपने बाहुपाश में बांध चुके थे। सुबह-सुबह गीले बालों की … Read more

नियति का खेल- शुभ्रा बैनर्जी  : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : कट्टर कन्नड़  ब्राह्मण परिवार के थे मिस्टर सदानंदन।दो बेटे थे उनके-भारद्वाज और वशिष्ठ।बड़ा बेटा भारद्वाज पांचवीं में और छोटा वशिष्ठ तीसरी में पढ़ते थे।मिस्टर सदानंदन जी एम ऑफिस में फाइनैंस डिपार्टमेंट में थे।कोल इंडिया की साउथ ईस्टर्न लिमिटेड कंपनी है इस क्षेत्र में। कहीं से पता चला उन्हें कि मैं … Read more

मै बच्चों को माफ नहीं कर सकती – अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : राघव मेरा नया चश्मा बनवा दें, मुझे आजकल इसमें से कुछ भी साफ नहीं दिखता है, मै भगवान की पूजा -पाठ भी नहीं कर पाती हूं, ललिता जी ने अपने बड़े बेटे को कहा जो लगभग घर से निकलने को तैयार हो रहा था।ओहहह, मां आपको कितनी बार कहा है … Read more

पत्नी के लिए एहसान कैसा … – रश्मि प्रकाश  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : ‘‘अरे अरे तुम ये क्या बोल रही हो?? ….क्या एहसान किया तुम पर ?….ये कोई एहसान नहीं है ….अपनों का एहसान कैसा यह तो मेरा फर्ज था….तुम्हारे लिए भी नहीं करूंगा तो किसके लिए करूंगा?‘‘ कहते हुए सोहम ने रोशनी को अपनी बाहों में समेट लिया। रोशनी सोहम को  एक … Read more

खानदान की नाक – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : राशि ने रो रो कर पूरा घर सिर पर उठा रखा था। वह 12वीं के बाद आगे पढ़ना चाहती थी। वह पढ़ाई और खेलकूद में हमेशा फर्स्ट आती थी। 12वीं में भी उसके 98% नंबर आए थे।  राशि का परिवार एक गांव में रहता था। उसका भाई अविनाश भी पढ़ने … Read more

खानदान – करूणा मलिक  : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : निशा , कल आलोकजी अपनी पत्नी के साथ हमारी वंशु से मिलने आ रहे हैं । प्रदीप, आपने अच्छी तरह देख लिया है ना ? वंशु अपने मुँह से कुछ नहीं कहेगी पर आजकल के बच्चों की ख़्वाहिशें  तो ,आप जानते हैं। भाभी तो सब कुछ ठीक ही बता रही … Read more

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