जब तेरी भाभी जिम्मेदार है तो तू क्यों नहीं!!! – अमिता कुचया  : Moral stories in hindi

आज निया अपनी मां को फोन‌ तीन- चार बार लगा चुकी थी, उसे बहुत झुंझलाहट हो रही थी कि मां फोन‌ क्यों नहीं उठा रही हैं ,उसने भाभी को फोन मिलाया और भाभी ने भी फोन नहीं उठाया क्योंकि वह किचन में काम कर रही थी।अब उसकी  भाभी खाना पीना का काम करके कमरे में … Read more

धिक्कार है ऐसे रिश्तों का – के कामेश्वरी   : Moral stories in hindi

सुजाता को बेटी वाणी ने अमेरिका से फ़ोन करके बताया था कि वह माँ बनने वाली है । सुजाता बहुत खुश हो गई थी कि वह नानी बनने वाली है । उसने ज़ोर से पुकारकर पति को भी बताया था कि आप नाना बनने वाले हैं ।  अब रोज सुबह शाम वाणी का फोन आता … Read more

जब आंख खुली तो… – डॉ  संगीता अग्रवाल  : Moral stories in hindi

खा ले बेटा खाना!राधा ने गुहार लगाई थी मोनू से जिसका आखिरी पेपर था आज और  वो गुस्से में फूल कर कुप्पा हुआ बैठा था कि कितने दिनों से कह रहा हूं कि दोस्तों के साथ घूमने पिकनिक पर जाना है तो रुपए चाहिए पर आप के कान पर जूं ही नहीं रेंगती। बेटा!तू समझता … Read more

धिक्कार – पूजा शर्मा  : Moral stories in hindi

न जाने क्यों शाम्भवी अब तक वैदिक के परिवार में सामंजस्य नहीं बैठा पा रही थी । शाम्भवी अपने माता-पिता की इकलौती लड़की थी उसने वैदिक से लव मैरिज की थी लेकिन वैदिक का संयुक्त परिवार था जिसमें उसके माता-पिता राजेश जी और सुनीता जी बड़ा भाई अंकुर, भाभी नैना और छोटी बहन निकिता जो … Read more

जिसके थे उसके काम आ गए…रश्मि झा मिश्रा : Moral stories in hindi

एक तुम्हीं पर तो मुझे भरोसा था… तुमने भी मेरा भरोसा तोड़ दिया… ऐसा कैसे किया तुमने… धिक्कार है तुम्हें जीवा… धिक्कार है… धिक्कार है……!   जीवन उठ बैठा… स्वप्न में मां को इस तरह रोते हुए खुद को धिक्कारता देख उसकी आंखें भर आई… सच ही तो कह रही है अम्मा… मैंने काम ही ऐसा … Read more

धिक्कार है ऐसे बच्चों पर – मंजू ओमर : Moral stories in hindi

शैलजा और उनके पति उमेश जी धर्म-कर्म में बहुत विश्वास रखते थे ।दान धर्म करना, वृद्धाश्रम में बुजुर्गो की सेवा करना , असहाय कमजोर लोगों को भी भरसक मदद करते रहते थे। लोग बच्चों के जन्मदिन पर या अपने जन्मदिन या शादी के सालगिरह पर पार्टी करके लाखों रूपए उडा देते हैं , लेकिन उमेश … Read more

धिक्कार है ऐसे बेटो पर – अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

भारती जी के आंसू लगातार बह रहे थे, अस्पताल के बाहर अकेले बैठी उनकी सिसकियां रूकने का नाम नहीं ले रही थी, बूढ़ी आंखों पर लगा चश्मा भीग रहा था, जिसे उतारकर वो अपनी  साड़ी के पल्लू से बार-बार पौंछ रही थी, अंदर उनके पति कैलाश जी का ऑपरेशन चल रहा था और वो उनकी … Read more

धिक्कार – डाॅ संजु झा : Moral stories in hindi

मनुष्य की उन लोलुप इच्छाओं को धिक्कार है,जो दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रहीं हैं।उन इच्छाओं की पूर्ति के लिए  मनुष्य नित नए हथकंडे अपनाते रहता है।इसमें नशे का व्यापार  सर्वाधिक  लाभप्रद है,जिसमें व्यक्ति अनैतिक तरीके से अपना जमीर बेचकर जल्द ही लाखों की कमाई कर लेता है। इस धंधे में व्यक्ति की मानवता पूरी तरह … Read more

मेरे आत्मसम्मान को यूँ मत झकझोरो सासूमाँ – शिन्नी पांडे : Moral stories in hindi

नीतू बाथरूम से नहा कर निकली तो लाइट बन्द करना भूल गई, वह पूजा कर रही थी तभी उसकी सास कमलाजी ने बड़बड़ाना शुरू किया कि “बत्ती ऐसे जलाकर छोड़ देती है जैसे बिजली मुफ्त में आती है, बिल भरना पड़े तो पता चले”| नीतू मायूस होकर सुनती रही, पूजा करते हुए उसकी ऑंखें भर … Read more

पालतु बहू – रोनिता कुंडु: Moral stories in hindi

पार्वती… जल्दी करो यार… कहां रह गई.. एक पेन लाने को भेजा था.. मानो पेन बना ही रही हो… पार्वती.. पार्वती… शशांक ने चिल्लाते हुए कहा  तभी अंदर कमरे से पार्वती भागती हुई पेन लाकर शशांक को जैसे ही थमाती है… चटाक की एक आवाज से वहां का माहौल गूंज उठता है.. क्योंकि शशांक का … Read more

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