मेरे हमसफ़र – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi

तपती दोपहरी में घर से निकलना अपनेआप को लू-लहर के चपेटे में झोंक देना है। मुग्धा ने दुपट्टा खींचकर मुँह कान ढंकने का असफल प्रयास किया। न एक रिक्शा न कोई सवारी…।  वह लगभग दौड़ती हुई आगे बढी़। घर यहाँ से डेढ-दो किलोमीटर ही है लेकिन… भीषण गर्मी से सड़कें वीरान है। आज से कुछ … Read more

हमसफर ऐसा भी – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

कुकर की सिटी की आवाज से रिचा की आंखें खुली.. बिस्तर के पास पड़ी टेबल के ऊपर रखी घड़ी पर नजर गई, तो वह एकदम से बिस्तर से उठ खड़ी हुई और कहा… हे भगवान… 7:30 बज गए..? इतनी देर हो गई और मैं सोती रही… पर मेरी अलार्म क्यों नहीं बजी..? छोड़ो यह सब … Read more

मेरे हमसफ़र – आरती झा आद्या : Moral Stories in Hindi

लंच ऑवर में शिक्षिका दीया अपना लंच खोलकर बैठी ही थी कि सासु माँ का कॉल आ गया क़ि ससुर जी के सीने में दर्द हो रहा है। दीया सासु माँ को सांत्वना देती डब्बा बंद क़र प्रधानाध्यापक को वस्तुस्थिति से अवगत कराती मौखिक छुट्टी लेकर आनन-फानन में स्कूटी स्टार्ट क़र घर की ओर दौड़ी … Read more

मेरे हमसफ़र -विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

आज सुबह से ही आनंदी जी के शरीर में गज़ब की फ़ुर्ती थी।कभी सुगना को कहतीं कि मलाई कोफ़्ते में नमक ठीक से डालना तो कभी घर के नौकर नंदू को आदेश देती ,” छोटे भईया के कमरे में पानी रखना मत भूलना।” दरअसल आज उनकी शादी की पचासवीं सालगिरह थी।शाम को उन्होंने पार्टी रखी … Read more

सच्चा हमसफर।-रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

“हां संध्या… मैं तलाकशुदा हूं… और यह भी सच है कि मैंने यह बात सबसे छुपाई है… पर इसका कारण जाने बिना तुम कोई फैसला नहीं लेना… प्लीज संध्या…!” ” संध्या बुत बनी खड़ी रही… फिर पास ही पड़े एक आराम कुर्सी को अपनी तरफ खींच… उस पर बैठ गई… और बोली…” बोलो राकेश… क्या … Read more

काश मेरा हमसफ़र भी ऐसा होता।-सुषमा यादव : Moral Stories in Hindi

आज काजल के घर उसका बर्थडे मनाने उसकी कई सहेलियां अपने पति और बच्चों के साथ आईं थीं। काजल की एक बहुत ही खास दोस्त रोली भी आई हुई थी अपने पति और बेटे के साथ। सब कोई हंस बोल रहे थे आपस में और बच्चे मिलकर एक तरफ खेल रहे थे। इतने में रोली … Read more

कैसा हमसफ़र-मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

जैसे ही रीना अपने बड़ी बहन बीना के घर पहुंची (अमर ) रीना के जीजा जी रीना को पकड़कर जोर जोर से रोने लगे ।देखो रीना तुम्हारी दीदी हमें अकेला छोड़कर चली गई। हमसफ़र बनकर आई थी मेरे सफर में , सफर में मुझे अकेला छोड़ गई । गमगीन माहौल था इस तरह से जीजा … Read more

फैसला-गीतांजलि भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

आज भी तुम कुछ नहीं बोलोगे।मेरे साथ अगर तुम ही मेरे हमसफर होते हुए भी ऐसे धोखा दोगे तो फिर मैं किस पे भरोसा करूंगी।                                       आज भी याद है मुझे जब शादी कर के आई थी। … Read more

पसंद नापसंद -बेला पुनिवाला : Moral Stories in Hindi

आज राजेश और रानी की शादी की 25 वी सालगिरह थी, वह दोनों ने बाहर जाने का प्लान बनाया था, दोनों बाहर जाने के लिए तैयार हो रहे थे, तभी रानी ने आज अपनी पसंद का अच्छा सा रेड फ्रॉक पहना। राजेश ने देखा तो तुरंत ही रानी से कहा, कि ” ये क्या पहना … Read more

मान सम्मान -बेला पुनिवाला : Moral Stories in Hindi

हनुमान जन्मोत्सव के दिन पूजा और परेश मंदिर जाने के लिए तैयार हो रहे थे, आरती के लिए सुबह जल्दी घर से निकलना था, इसलिए पूजा ने सुबह जल्दी उठकर घर का सारा काम निपटाया, खाना बनाया, बच्चों के कॉलेज का समय दोपहर का था, इसलिए उनको जाने में अभी देर थी और परेश को … Read more

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